चीनी फाइटर जेट ने अमेरिकी एयरक्राफ्ट को रोका: कॉकपिट के ठीक सामने से गुजरा चीन का J-16, डगमगा गया अमेरिकी जासूसी विमान…VIDEO
Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: May 31, 2023
वॉशिंगटन/बीजिंग//चीन के लड़ाकू विमान ने साउथ चाइना सी के ऊपर इंटरनेशनल एयरस्पेस में उड़ रहे अमेरिकी जासूसी विमान को रोक दिया। अमेरिका ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। सैन्य कमांडर ने बताया कि चीन के J-16 प्लेन ने 26 मई को अमेरिकी विमान के कॉकपिट के ठीक सामने उड़ान भरी। इसकी वजह से US RC-135 स्पाई प्लेन में टर्बुलेंस आ गया।
ये फुटेज अमेरिका के जासूसी विमान के अंदर से बनाया गया है। इसमें चीन का फाइटर जेट नजर आ रहा है।
चीन की तरफ से फिलहाल इस पर कोई बयान नहीं जारी किया गया है। हालांकि, अमेरिका में मौजूद चीनी ऐंबैसी के प्रवक्ता लियू पेंग्यू ने कहा- अमेरिका कई बार चीन की निगरानी के लिए अपने विमान और जहाज तैनात करता रहता है। ये चीन की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है। अमेरिका को ये हरकतें रोकते हुए चीन पर दोष डालना बंद करना होगा।
तस्वीर अमेरिकी विमान के अंदर से ली गई है। इसमें चीन का J-16 फाइटर प्लेन नजर आ रहा है।
अमेरिका बोला- इंटरनेशनल एयरस्पेस में उड़ान जारी रखेंगे
पेंग्यू ने कहा है कि चीन अपनी रक्षा के लिए जरूरी कदम उठाता रहेगा। चीन क्षेत्र में मौजूद दूसरे देशों के साथ मिलकर साउथ चाइना सी में शान्ति स्थापित करने के लिए काम करेगा। वहीं पेंटागन ने कहा कि इंटरनेशनल लॉ जहां कहीं भी उड़ान की इजाजत देगा, हम वहां सुरक्षित और पूरी जिम्मेदारी से उड़ान भरेंगे और अपनी तरफ से संचालन जारी रखेंगे। अमेरिका के एयरफोर्स ने इस घटना का एक वीडियो भी जारी किया है।
अमेरिका से बात नहीं कर रहा चीन
इससे पहले सोमवार को पेंटागन ने बताया था कि चीन की सरकार ने अमेरिका के डिफेंस सेक्रेटरी लॉयड ऑस्टिन के मुलाकात के न्योते को ठुकरा दिया है। अमेरिका ने चीन के डिफेंस सेक्रेटरी ली शांगफु को इस हफ्ते सिंगापुर में मुलाकात करने के लिए बुलाया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन फरवरी में जासूसी गुब्बारे पर हुए विवाद के बाद से ही अमेरिका से बात नहीं कर रहा है।
वो अमेरिका की तरफ से फोन कॉल, मीटि्ंग्स और डायलॉग की रिक्वेस्ट का भी कोई जवाब नहीं दे रहा है। इस पर पेंटागन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने कहा था कि चीन के मिलिट्री डायलॉग में हिस्सा नहीं लेने के बावजूद हमारी चीनी सेना से बातचीत करने की कोशिश जारी रहेगी।
CNN के रिपोर्टर ने US एयरक्राफ्ट के अंदर से चीनी फाइटर जेट का वीडियो रिकॉर्ड किया था।
3 महीने पहले भी चीन ने साउथ चाइना सी में अमेरिकी विमान को रोका था
वहीं, 25 फरवरी को भी अमेरिका और चीन के एयरक्राफ्ट आमने-सामने आ गए थे। चीन के J-11 फाइटर जेट ने अमेरिकी नेवी प्लेन को साउथ-चाइना सी के ऊपर रोक दिया था। अमेरिका का P-8 पोसेडियन पेट्रोलिंग एयरक्राफ्ट साउथ-चाइना सी के ऊपर उड़ रहा था। तभी एक चीनी फाइटर जेट उसके सामने आ गया था। US एयरक्राफ्ट में बैठे CNN के रिपोर्टर ने बताया था कि उन्हें प्लेन में रेडियो पर एक वॉर्निंग सिग्नल सुनाई दिया था।
ग्राउंड स्टेशन से चीनी एयरफोर्स ने कहा था- अमेरिकी एयरक्राफ्ट, चीनी एयरस्पेस यहां से सिर्फ 22 किमी दूर है। अगर आप और आगे आए तो फिर अंजाम के खुद जिम्मेदार होंगे। इसके कुछ मिनट बाद ही मिसाइलों से लैस एक चीनी फाइटर जेट अमेरिकी प्लेन को रोकने के लिए उसके पोर्ट साइड से सिर्फ 500 फीट की दूरी पर आ गया था। इसके बाद अमेरिकी विमान वहां से लौट गया था।
जासूसी गुब्बारे ने दोनों देशों के रिश्ते बिगाड़े
फरवरी में अमेरिका ने चीन पर स्पाई बैलून के जरिए उनकी जासूसी करने के आरोप लगाए थे। तब से दोनों देशों के बीच तल्खी बढ़ी हुई है। अमेरिका ने 5 फरवरी को चीनी बैलून को मार गिराया था और इसका मलबा भी चीन को लौटाने से इनकार कर दिया था।
इसके बाद चीन भड़क गया था। चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा था- किसी भी बैलून का दूसरे देश में घुस जाना नॉर्मल बात है। 2022 से अब तक 10 अमेरिकी गुब्बारे चीन में घुस चुके हैं। जासूसी गुब्बारे के चलते अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अपना चीन का दौरा रद्द कर दिया था। तब से दोनों देशों के बीच कभी ताइवान तो कभी यूक्रेन को लेकर बयानबाजी हो रही है। अभी तक विवाद शांत करने को लेकर कोई हल नहीं निकाला गया है।
क्या है साउथ चाइना सी विवाद
- साउथ चाइना सी का लगभग 35 लाख स्क्वायर किलोमीटर का एरिया विवादित है। इस पर चीन, फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया, ताइवान और ब्रुनेई दावा करते रहे हैं।
- साउथ चाइना सी में तेल और गैस के बड़े भंडार दबे हुए हैं। अमेरिका के मुताबिक, इस इलाके में 213 अरब बैरल तेल और 900 ट्रिलियन क्यूबिक फीट नेचुरल गैस का भंडार है।
- वियतनाम इस इलाके में भारत को तेल खोजने की कोशिशों में शामिल होने का न्योता दे चुका है। इस समुद्री रास्ते से हर साल 7 ट्रिलियन डॉलर का बिजनेस होता है।
- चीन ने 2013 के आखिर में एक बड़ा प्रोजेक्ट चलाकर पानी में डूबे रीफ एरिया को आर्टिफिशियल आइलैंड में बदल दिया। अमेरिका और चीन एक-दूसरे पर इस क्षेत्र का ‘मिलिटराइजेशन’ (सैन्यीकरण) करने का आरोप लगाते रहे हैं।