Property News: ज्वाइंट प्रॉपर्टी है, महिला को घर से निकालेंगे तो यह होगा, पूरी डिटेल

Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: May 28, 2023

Property News: प्रॉपर्टी को लेकर सबसे ज्यादा विवाद होते हैं। इनमें भी सबसे ज्यादा मामले ज्वाइंट प्रॉपर्टी के आते रहते हैं। कई बार ज्वाइंट प्रॉपर्टी के मामलों में महिला को उसके घर से निकाले जाने की शिकायतें आती रहती हैं। हाल ही में ऐसे ही एक मामले में अदालत ने महिला के पक्ष में फैसला सुनाया है।

हाइलाइट्स

  • ज्वाइंट प्रॉपर्टी को लेकर होता रहता है विवाद
  • एक मामले में पीड़िता ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था
  • अदालत ने पीड़ित महिला के पक्ष में फैसला सुनाया है

नई दिल्ली: देश में प्रॉपर्टी को लेकर रोजाना कोई न कोई मामला सामने आता रहता है। इसमें सबसे ज्यादा विवाद ज्वाइंट प्रॉपर्टी (Joint Property) को लेकर ही रहता है। अगर ज्वाइंट प्रॉपर्टी (Joint Property) में महिला का नाम है और कोई उसे घर से निकालेगा तो उसपर कानूनी कार्यवाई हो सकती है। अभी हाल ही में ऐसे ही एक मामले में अदालत ने एक महिला के पक्ष में फैसला सुनाया है। वहीं घरवालों को निर्देश दिए हैं कि महिला को घर से न निकालें। बता दें कि एक महिला को संयुक्त रूप से स्वामित्व वाली संपत्ति से बाहर निकालना घरेलू हिंसा के बराबर है। एक मजिस्ट्रेट की अदालत ने देखा और एक महिला के पक्ष में फैसला सुनाया। इसने उसके भाई और भाभी को निर्देश दिया कि वे उसे अपने घर से न निकालें।

महिला ने दर्ज कराई थी शिकायत

एक 23 वर्षीय पीड़िता तलाक के बाद अपने माता-पिता के घर वापस चली गई थी। पीड़िता ने अदालत को बताया कि साल 2016 में उसके भाई की शादी के बाद, उसकी पत्नी और उसने उसका शारीरिक शोषण करना शुरू कर दिया। इसके बाद बार-बार उसे अपने घर से बाहर निकाल दिया गया। पीड़ित महिला ने साल 2020 में घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि उसके दो अन्य भाई अलग-अलग रहते हैं। उसने कहा कि उनके पिता की मृत्यु के बाद, गुजरात के नवसारी में अचल और चल संपत्तियों को महिला और उसके तीन भाइयों द्वारा समान रूप से बेचा और साझा किया गया। महिला ने कहा कि चूंकि वह तलाकशुदा थी, आरोपी और उसने पगड़ी प्रथा के तहत एक साथ फ्लैट लिया और वहीं रहती थी। उसने कहा कि किराये की रसीद पर पहला नाम उसका है और दूसरा उसके भाई का है। उसने किरायेदारी के लिए 5 लाख रुपये का योगदान दिया था।

घर से बाहर निकालने के लिए किया प्रताड़ित

पीड़ित महिला के मुताबिक, सके भाई की 2016 में शादी हुई थी। उसकी भाभी छोटी-छोटी बातों पर उससे झगड़ा करती थी और उसे घर से बेदखल करना चाहती थी। पीड़िता ने बताया कि उसकी भाभी ने भाई को उकसाना शुरू कर दिया। महिला ने कहा कि भाभी ने उसे घर से निकालने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया। 22 मार्च 2018 को उसके भाई ने जबरदस्ती उसे घर से निकाल दिया। महिला ने कहा कि वह दो-तीन दिनों के लिए दादर के एक धार्मिक मंडल में गई और घर लौट आई। उसने कहा कि उसके भाई और उसकी पत्नी ने उसे धमकी दी और मारपीट की। जुलाई 2018 में उसकी भाभी ने चाकू लेकर उसका हाथ पकड़ लिया और घर से निकल जाने को कहा और जान से मारने की धमकी दी। उसे मंडल में वापस जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।

भाई का आरोपों से इनकार

भाई ने आरोपों से इनकार किया और कहा कि उसने संपत्ति खरीदी थी और चूंकि वह उसकी बड़ी बहन थी, इसलिए उसने उसका नाम इसमें जोड़ दिया। उसने यह भी कहा कि उसने उसके चिकित्सा खर्चों का ध्यान रखा था और आरोप लगाया कि उसने अपनी पत्नी के साथ छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करना शुरू कर दिया था। उसने कहा कि वह खुद चली गई थी और अपने दूसरे भाई के साथ रहने चली गई थी।