युद्ध के बीच प्रेम… 5 दिन मोर्चे पर,वीकेंड परिवार संग:यूक्रेन में तैनात रूसी सैनिकों से मिलने पहुंच रही पत्नियां

Last Updated on 2 years by City Hot News | Published: May 22, 2023

क्रमातोर्स्क// रूस के हमले का डटकर सामना कर रहे यूक्रेनी शहर बखमुट से करीब 30 किमी दूर क्रमातोर्स्क है। कीव से 1:38 बजे एक्सप्रेस ट्रेन जब क्रमातोर्स्क आकर रुकती है तो सैनिक गुलदस्तों और फूलों से इसके यात्रियों का स्वागत करते हैं। दरअसल, इस ट्रेन में आम यात्रियों के बजाय सैनिकों की पत्नियां और प्रेमिकाएं सफर करती हैं। वीकेंड में वे पति और पार्टनर्स से मिलने के लिए क्रमातोर्स्क पहुंचती हैं।

हाल में 27 साल की विक्टोरिया अपने पति अलेक्जेंडर तो 29 साल की कैरोलिना पार्टनर ब्लादिमीर से मिलने पहुंची हैं। एक दिन पहले अलेक्जेंडर और व्लादिमीर गोलाबारी से जूझ रहे थे और अब उनके हाथ में बंदूकों की जगह गुलाब दिख रहे हैं।

किराए के अपार्टमेंट में बिताते हैं वीकेंड
जोड़े खुशी से एक-दूसरे को गले लगाते हैं और सरहद पर किराए के अपार्टमेंट में वीकेंड बिताते हैं। इन दिनों यूक्रेन के बखमुत पर रूस हमले कर रहा है। उसने कब्जे का दावा भी किया है। इसलिए यूक्रेनी सेना का भी पूरा फोकस बखमुट पर ही है।

युद्ध के इस कठिन दौर में भी जवान अपने साथियों के साथ कुछ यादगार पल सहेजने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ वक्त पहले तक वीरान पड़ा औद्योगिक शहर क्रमातोर्स्क अब रोमांटिक डेस्टिनेशन बन गया है। 2022 में रूसी हमले के कुछ ही हफ्तों के भीतर, यहां कारखाने बंद हो गए और ज्यादातर लोग शहर छोड़ गए। अब सिर्फ सैनिक ही दिखते हैं, लेकिन इन सैनिकों के लिए रोमांटिक हब के रूप में क्रमोतर्स्क अब नई तरह की ऊर्जा का संचार कर रहा है।

गिफ्ट की दुकानों, रेस्तरां में कस्टमर बढ़े
बड़ी सख्या में यूक्रेनी सैनिकों को बखमुट से दूर सफर करने की मंजूरी नहीं है। होटल बंद हैं। पर अपार्टमेंट दिन या घंटे के हिसाब से किराए पर ले सकते हैं। इससे फूलों और गिफ्ट की दुकानें, रेस्तरां और कैफे-भी गुलजार हो गए हैं। स्थानीय एस्टेट एजेंट एर्टोम बताते हैं कि कीव से दोबारा ट्रेन शुरू होने पर उसका कारोबार भी चल पड़ा है।

इसका 80% हिस्सा सैनिकों की मदद से आ रहा है। बाकी 20% शरणार्थियों के रहने से। 24 घंटे के लिए करीब 2300 रुपए चुकाने होते हैं। यह प्री-वॉर की तुलना में दोगुना है। फिर भी मांग मजबूत है।’ वे कहते हैं कि आमतौर पर महिलाएं शनिवार को आती हैं, एक या दो दिन रुकती हैं।

पार्क में हाथ में हाथ डालकर चलने वाले जोड़ों के साथ वीकेंड में ही सही शहर जीवंत हो जाता है। क्रमातोर्स्क से करीबी रूसी चौकी 20 किमी दूर है। उसके रॉकेट सिस्टम और एस-300 मिसाइलों को यहां पहुंचने में कोई समस्या नहीं है। फिर भी शहर बैखोफ जीवन के पल निकाल ही लेता है।

हालांकि यूक्रेन का दावा है कि शहर के उत्तरी और दक्षिणी छोरों का बड़ा इलाका वापस यूक्रेनी कंट्रोल में आ गया है। वहीं, रूसियों को चौंका देने वाला नुकसान हुआ है। फिर भी क्रमातोर्स्क से वीकेंड के बाद लौटने वाले यूक्रेनी सैनिकों को सजग किया जाता है कि यहां पर खतरा लगातार है।

उधर, सैनिक अलेक्जेंडर की पत्नी विक्टोरिया का कहना है,‘वीकेंड के दौरान अलेक्जेंडर के एक साथ मैंने कई योजनाएं बनाईं। प्यार एक शक्तिशाली हथियार है। यह उम्मीद ही है जो मेरे पति को सुरक्षित रखेगी।’