Nautapa 2023 Date: सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में आने पर आरंभ हो जाएगा नौतपा, अब और बढ़ेगी गर्मी…
Last Updated on 2 years by City Hot News | Published: May 21, 2023
ज्येष्ठ मास के दौरान नौतपा का आरंभ होता है। नौतपा 15 दिनों तक रहता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नौतपा 15 दिन रहता है। इस दौराम भीष्ण गर्मी पड़ती है। आइए जानते हैं नौतपा का धार्मिक महत्व कब से कब तक रहेगा।
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल ज्येष्ठ मास के दौरान नौतपा आरंभ होता है। नौतपा 15 दिनों का होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह नक्षत्र 15 दिन रहता है लेकिन, शुरू के पहले जिन 9 नक्षत्रों पर रहता है वह दिन नौतपा कहलाता है। इन दिनों गर्मी काफी ज्यादा रहता है। मई माह के अंतिम सप्ताह में सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी कम हो जाती है। सूर्य इन दिनों रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं ऐसे में सूर्य की किरण सीधे धरती पर पड़ती है जिस कारण से प्रचंड गर्मी पड़ती है। आइए जानते हैं नौतपा का ज्योतिषीय महत्व क्या है और नौतपा क्या होता है।
नौतपा क्या होता है?
ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष में आद्रा नक्षत्र से लेकर दस नक्षत्रों तक यदि बारिश हो तो बारिश के मौसम में इन दसों नक्षत्रों में बारिश नहीं होती है। अगर इन्ही नक्षत्रों में ज्यादा गर्मी पड़े तो वर्षा अच्छी होती है। इस साल नौतपा 22 मई से शुरू होगा। सूर्य 5 जून तक रोहिणी नक्षत्र में रहने वाले हैं तो 5 जून के बाद ही नौतपा समाप्त होगा। बता दें कि नौतपा का सबसे अधिक प्रभाव 9 दिनों तक रहता है। 10वें दिन से सूर्य और धरती के बीच दूरी बढ़ने लगती है।
नौतपा में करें सूर्य देव की उपासना
नौतपा के दौरान सूर्य की आराधना करने से मनुष्य की जन्म कुंडली में विराजमान सभी ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है। प्रत्यक्ष देवता सूर्य और चंद्रमा दोनों में ही पूर्व के जन्मों के पाप से मुक्ति दिलाने की शक्ति रहती है। सूर्य और चंद्रमा के अर्घ्य देने और प्रणाम करके ही प्राणी भवसागर से मुक्त हो जाता है।