पूर्व मंत्री और उनकी बेटी को धमकी भरे फोन कॉल: पैसे नहीं देने पर जान से मारने की धमकी; पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी…
Last Updated on 2 years by City Hot News | Published: May 18, 2023
सक्ती// सक्ती जिले में पूर्व मंत्री नोवेल वर्मा और उनकी बेटी नताशा वर्मा को फोन पर जान से मारने की धमकी मिली है। उन्होंने कहा कि आरोपी फोन करके उनसे पैसों की भी मांग कर रहे हैं। पूर्व मंत्री के निजी सुरक्षा अधिकारी दिलीप कुमार ने मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई है। मामला सक्ती थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, पूर्व मंत्री नोवेल वर्मा और उनकी बेटी नताशा वर्मा को पिछले कुछ दिनों से धमकी भरे फोन आ रहे हैं। साथ ही जान से मारने धमकी देते हुए पैसे की मांग की जा रही है। 16 मई की रात करीब 9 बजे पूर्व मंत्री को 9957475096 के मोबाइल नंबर से कॉल आया। उनके द्वारा अननोन नंबर होने के बाद भी फोन उठाया गया, तभी दूसरी ओर से उन्हें जान से मारने की धमकी देते हुए गालीगलौज की गई।
नोवेल वर्मा की बेटी के पास भी लगातार धमकी भरे फोन आ रहे हैं। नए-नए नंबरों से फोन कर उनसे पैसों की मांग की जा रही है। रकम नहीं देने की सूरत में जान से मारने की धमकी दी जा रही है। इससे पूर्व मंत्री का परिवार डरा हुआ है। इस संबंध में पूर्व मंत्री के पीएसओ दिलीप कुमार ने सक्ती थाने में शिकायत पत्र देते हुए सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
विधायक, मंत्री और एनसीपी अध्यक्ष रह चुके हैं नोवेल वर्मा
बता दें कि नोवेल कुमार वर्मा 1993 में चंद्रपुर विधायक रहे। 1996 में अविभाजित मध्यप्रदेश के राजस्व मंत्री रहे। 2003 में वे राकांपा से छत्तीसगढ़ के एकमात्र विधायक निर्वाचित हुए थे। उनके पिता भवानी लाल वर्मा मध्यप्रदेश में कांग्रेस के नेता, मध्यप्रदेश शासन में मंत्री व जांजगीर के सांसद भी थे। अब उनकी राजनीतिक विरासत को नोवेल वर्मा आगे बढ़ा रहे हैं।
चिटफंड कंपनियों के खिलाफ खोला मोर्चा
वर्तमान में नोवेल वर्मा चिटफंड कंपनियों द्वारा गरीबों से लूटे गए पैसों को लेकर आंदोलनरत हैं। यह भी माना जा रहा है कि इसमें संलिप्त आरोपी भय पैदा करने के लिए ऐसा कर सकते हैं। छत्तीसगढ़ में चिटफंड कंपनियों द्वारा अरबों की लूट की गई है। वहीं सिर्फ नवगठित सक्ती जिले में ही 200 करोड़ से अधिक की राशि चिटफंड कंपनियां लूटकर भाग गई हैं। नोवेल वर्मा लगभग 3 दशक से राजनीति में सक्रिय हैं, तो यह भी आशंका लगाई जा रही है कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण भी इस तरह की हरकत की जा सकती है। फिलहाल पुलिस जांच कर रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही सही वजहों का खुलासा होगा।