गोल्ड बुलियन की अनिवार्य हॉलमार्किंग 1-जुलाई से नहीं होगी लागू: केंद्र सरकार की अभी स्टेकहोल्डर्स के साथ बातचीत जारी, गाइडलाइंस को अंतिम रूप दिया जा रहा…
Last Updated on 2 years by City Hot News | Published: May 7, 2023
नई दिल्ली// कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्ट्री के सूत्रों ने कहा कि लोगों में इस बात को लेकर अभी काफी कंफ्यूजन है कि 1 जुलाई से गोल्ड बुलियन पर अनिवार्य हॉलमार्किंग लागू होने जा रही है, जबकि ऐसा नहीं है। हालांकि, ज्वेलरी पर हॉलमार्किंग पहले से ही लागू है।
हॉलमार्किंग को अनिवार्य करने की प्रोसेस अभी शुरू हुई है
सूत्रों ने बताया कि गोल्ड बुलियन के लिए 1 जुलाई से अनिवार्य हॉलमार्किंग लागू नहीं होगी। इसे अनिवार्य करने की प्रोसेस अभी शुरू हुई है। इस प्रोसेस को शुरू करने के लिए एक सब-कमेटी बनाई गई है। इसके अलावा इस मामले पर सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ चर्चा चल रही है।
ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) के चीफ प्रमुख प्रमोद कुमार तिवारी ने इस साल मार्च में कहा था कि सरकार गोल्ड बुलियन की हॉलमार्किंग को अनिवार्य बनाने का प्लान बना रही है और ड्राफ्ट गाइडलाइंस के साथ तैयार है।
गाइडलाइंस को अंतिम रूप देने के लिए चर्चा चल रही है
सूत्रों ने आगे बताया कि गाइडलाइंस को अंतिम रूप देने के लिए स्टेकहोल्डर्स के साथ चर्चा चल रही है। गोल्ड बुलियन का इस्तेमाल ज्वेलरी की मैन्युफैक्चरिंग के लिए कच्चे माल के रूप में किया जाता है और ज्वेलरी के लार्ज वॉल्यूम को देखते हुए इसकी प्योरिटी सर्वोपरि है।
देश में सालाना इंपोर्ट किया जाता है 700-800 टन सोना
हॉलमार्क वाला गोल्ड बुलियन, देश में मैन्युफैक्चर की जा रही सोने की ज्वेलरी की प्योरिटी को सुनिश्चित करने में मदद करेगा। भारत दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड कंज्यूमर और इंपोर्टर है। देश में सालाना करीब 700-800 टन सोना इंपोर्ट किया जाता है।