एअर इंडिया-विस्तारा के बीच इंटरलाइन पार्टनरशिप: एक ही पॉइंट पर पूरी यात्रा का बोर्डिंग पास मिलेगा, एक दूसरे की फ्लाइट भी यूज कर सकेंगी एयरलाइन…

Last Updated on 2 years by City Hot News | Published: May 4, 2023

नई दिल्ली// एअर इंडिया ने विस्तारा एयरलाइंस के साथ इंटरलाइन पार्टनरशिप की है। इस पार्टनरशिप के तहत दोनों एयरलाइन के लिए डिपार्चर के पहले पॉइंट पर ही पूरी यात्रा के लिए बोर्डिंग पास मिल जाएंगे। अपने पहले पॉइंट पर ही बैगेज चेक-इन भी करा सकेंगे।

इसके अलावा फ्लाइट के लेट होने, कैंसिलेशन और डायवर्ट जैसी स्थितियों में दोनों एयरलाइंस एक दूसरे की फ्लाइट का इस्तेमाल कर सकेंगी। यानी एयर इंडिया के पैसेंजर्स को विस्तारा और विस्तारा के पैसेंजर्स को एअर इंडिया की प्लाइट में ट्रांसफर किया जा सकेगा।

इसे एक उदाहरण से समझते हैं। मान लीजिए आपको भोपाल से दिल्ली और दिल्ली से गुवाहाटी ट्रैवल करना है। भोपाल से दिल्ली का सफर आप एअर इंडिया से और दिल्ली से गुवाहाटी का सफर आप विस्तारा से कर रहे हैं। तो आपका पहला डिपार्चर पॉइंट भोपाल एयरपोर्ट होगा। भोपाल एयरपोर्ट पर ही आपको दोनों एयरलाइन का बोर्डिंग पास मिल जाएगा।

लगेज भी भोपाल में चेक इन करना होगा और ये आपको गुवाहाटी एयरपोर्ट पर मिलेगा। यानी न तो आपको दिल्ली में फिर से बोर्डिंग पास लेने के लिए इंतजार करना होगा और न ही बैगेज को दिल्ली में चेक-इन करना होगा। इससे पैसेंजर्स को ट्रैवल करना सुविधाजनक हो जाएगा।

2024 तक हो जाएगा एअर इंडिया और विस्तारा का मर्जर
एअर इंडिया और विस्तारा एयरलाइन्स का मर्जर होने वाला है। नई फर्म में टाटा की 74.9% और सिंगापुर एयरलाइन (SIA) की 25.1% स्टेक होगी। नई फर्म का नाम AI-विस्तारा-AI एक्सप्रेस-एयरएशिया इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (AAIPL) होगा। टाटा संस और SIA ने बीते साल दिसंबर में इसकी घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि 2024 तक इस प्रोसेस को पूरा करने का लक्ष्य रखा है।

फुल-सर्विस और लो-कॉस्ट वाली पहली एयरलाइन
एअर इंडिया (एअर इंडिया एक्सप्रेस और एयर एशिया इंडिया सहित) और विस्तारा के पास कुल 218 वाइडबॉडी और नैरोबॉडी एयरक्राफ्ट हैं, जो 38 इंटरनेशनल और 52 डोमेस्टिक डेस्टिनेशन पर सर्विस देते हैं। विस्तारा, टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइंस लिमिटेड के बीच 51:49 का जॉइंट वेंचर है।

इसे 2013 में स्थापित किया गया था और यह मध्य पूर्व, एशिया और यूरोप में इंटरनेशनल ऑपरेशन्स के साथ भारत का लीडिंग फुल सर्विस कैरियर है। मर्जर के बाद, एयर इंडिया फुल-सर्विस और लो-कॉस्ट वाली पैसेंजर सर्विस दोनों को ऑपरेट करने वाला एकमात्र भारतीय एयरलाइन ग्रुप होगा।