सराफा कारोबारी गोपाल राय हत्याकांड का मास्टरमाइंड मुंबई से गिरफ्तार,…क्राइम पेट्रोल देखकर रची थी हत्या की साजिश…
Last Updated on 3 hours by City Hot News | Published: January 15, 2025
कोरबा// कोरबा में लूट करने गए नकाबपोशों ने सराफा कारोबारी गोपाल राय की हत्या कर दी थी। मास्टरमाइंड (पूर्व ड्राइवर) सूरज पूरी गोस्वामी को मुंबई के पनवेल से गिरफ्तार किया गया।
छत्तीसगढ़ के कोरबा में लूट करने गए नकाबपोशों ने सराफा कारोबारी गोपाल राय की हत्या कर दी। अब मास्टरमाइंड (पूर्व ड्राइवर) सूरज पूरी गोस्वामी को मुंबई के पनवेल से गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने टीवी शो क्राइम पेट्रोल देखकर हत्या करने की साजिश रची थी।
वारदात के बाद सूरज गिरफ्तारी की डर से मुंबई भाग गया था। SP सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि, आरोपी का परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। इससे मुक्ति पाने के लिए सूरज ने अपने छोटे भाई आकाश पुरी गोस्वामी (व्यवसायी का ड्राइवर) और अपने दोस्त मोहन मिंज के साथ मिलकर लूटपाट की योजना बनाई।
आरोपियों का इरादा था कि, दुकान की चाबी लेकर रात में जेवरात लूट लेंगे, लेकिन यह साजिश हत्या में बदल गई। पुलिस ने मंगलवार को एसपी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हाई-प्रोफाइल हत्याकांड का खुलासा किया। पुलिस ने तीनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
चलिए सिलसिलेवार जानते हैं वारदात की कहानी…
कारोबारी के घर के आसपास छिपे थे आरोपी
सूरज पहले कारोबारी गोपाल राय का ड्राइवर था। अभी उसका भाई आकाश ड्राइवरी कर रहा था। साजिश में साथी मोहन मिंज को भी मिला लिया। 5 जनवरी को सूरज और मोहन प्लान के तहत कारोबारी के घर के पास निर्माणाधीन मकान और बगल के मंदिर में छुप गए।
रविवार रात करीब 9:45 बजे आकाश ने कारोबारी को घर छोड़ा। बरामदे में एंगल पर चाबी हैंग कर चला गया। फिर इसकी जानकारी अपने दोनों साथियों को दी। उन्हें बताया कि, सेठ की पत्नी बीमार है। वो अपने कमरे में सो रही है। बेटा बाहर गया हुआ है।
घर में घुसकर सूटकेस में रखे दुकान की चाबी ले आओ और घर के बाहर खड़ी क्रेटा कार लूटकर 2 किमी दूर उसके ज्वेलरी दुकान आ जाना। आधी रात को दुकान खोलकर सोने-चांदी के जेवरात लेकर भाग जाएंगे।
5 जनवरी को सराफा कारोबारी गोपाल राय की चाकू मारकर हत्या कर दी गई।
चाबी लूटने घुसे, विरोध करने पर मारा चाकू
जब नाकाबपोश सूरज और मोहन घर के अंदर चाबी लूटने घुसे, तो सेठ ने सूरज को देख लिया। विरोध करने पर धक्का-मुक्की हो गई। पहचान उजागर होने पर सूरज ने चाकू से कारोबारी पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। जिससे वो लहूलुहान होकर जमीन पर गिर गए। दोनों आरोपी बाहर से घर बंद कर भाग गए। 10 मिनट में ही यह पूरी वारदात हुई है।
रात करीब 10 बजे बेटा घर पहुंचा। दरवाजा खोलकर अंदर घुसा तो पिता खून से लथपथ पड़े थे। आनन-फानन में अपनी कार से अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। बेटे ने इसकी सूचना पुलिस को भी दी। बेटे ने ड्राइवर से पूछा तो चाबी घर पर छोड़कर चले जाने की बात कही।
सराफा व्यापारी की हत्या मामले में इससे पहले पुलिस ने 2 आरोपी ड्राइवर आकाश और उसके दोस्त मोहन मिंज को गिरफ्तार कर किया था।
बालको के बस्ती में कार छोड़कर भागे आरोपी
आकाश को पता चल गया कि, कारोबारी की मौत हो गई है, पकड़े जाएंगे। इसलिए अपने साथियों को फोन कर कहा कि, कार लेकर बालको की ओर आओ। वहां गाड़ी खड़ी कर घर चले जाएंगे। फिर प्लान के तहत बालको रिसदा बस्ती में एक घर के बाहर क्रेटा कार खड़ी कर तीनों बाइक से अपने-अपने घर चले गए। वहीं, अटैची, फोन और डीवीआर को दर्री डैम में फेंक दिया।
ड्राइवरों पर भरोसा नहीं, इसलिए बदल देता था कारोबारी
बताया जा रहा है कि, कारोबारी को अपने ड्राइवर पर भरोसा नहीं रहता था। इसलिए अधिकतर ड्राइवरों को बदलते रहता था। सूरज पूरी गोस्वामी पहले ड्राइवर था। लेकिन लापरवाही बरतने पर उसे निकाल दिया गया था। अभी 3 महीने ही उसका भाई आकाश ड्राइवर बना था।
SP सिद्धार्थ तिवारी और बिलासपुर रेंज के IG डॉ. संजीव शुक्ला प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले का पहले भी खुलासा किया था।
300 से अधिक सीसीटीवी खंगाले गए
पुलिस ने शिकायत के बाद आरोपियों तक पहुंचने के लिए 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। 80 से अधिक पुलिसकर्मियों को अलग-अलग टास्क दिया गया था। घटनास्थल और कार में खून के धब्बों के निशान से पुलिस को सुराग मिले।
ब्लड और फिंगरप्रिंट के मिलान से पकड़ा गया
SP सिद्धार्थ तिवारी बताया था कि, कार में ब्लड मिला। जिससे पता चल गया था कि एक आरोपी भी जख्मी हुआ है। इसलिए चोटिल युवक की तलाश की गई। वहीं, कुआं भट्टा निवासी ड्राइवर आकाश से पूछताछ की गई। लेकिन उसने जानकारी नहीं होने की बात कही।
इसी बीच पता चला कि, उसके दोस्त मोहन के हाथ में चोट के निशान है। उसकी उंगली कटी हुई है। इसलिए संदेह के आधार पर उससे पूछताछ की गई। लेकिन उसने बताया कि, टाइल्स का काम करते समय चोट लगी है। पुलिस ने ब्लड और फिंगरप्रिंट का मिलान किया।
जब मोहन का ब्लड मैच हो गया, तो कड़ाई से पूछताछ की गई। तब पूरे मामले का खुलासा हुआ। हालांकि चोरी की अटैची, फोन और डीवीआर को दर्री डैम में ढूंढा जा रहा है, लेकिन अभी वो बरामद नहीं हुआ है।