छत्तीसगढ़: इंडिया मार्ट नाम के प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर शेयर ट्रेडिंग के बहाने 42 लाख रुपए की ठगी…गुजरात में पकड़ाया मास्टरमाइंड…ज्यादा मुनाफे का दिया था झांसा…
Last Updated on 15 hours by City Hot News | Published: January 14, 2025
बिलासपुर// बिलासपुर में इंडिया मार्ट नाम के प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर शेयर ट्रेडिंग के बहाने 42 लाख रुपए की ठगी करने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड गुजरात में पकड़ा गया। साइबर रेंज थाने की टीम को आरोपी तक पहुंचने के लिए गुजरात में पांच दिन गुजारनी पड़ी। जिसके बाद गिरोह के मास्टरमाइंड चिराग ठाकोर को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी फर्जी सिम और बैंक खाते के जरिए लोगों के रुपए ठगी करता था। आरोपी को पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया है।
दरअसल, धरमजयगढ़ निवासी आनंद अग्रवाल (45) को स्टॉक एक्सचेंज में शेयर खरीदने पर 3 करोड़ 48 लाख रुपए कमाने का झांसा देकर शिकार बनाया गया। ठगों ने आनंद से कुल 42 लाख रुपए ठग लिए थे। आनंद की रिपोर्ट पर पुलिस ने रकम जमा कराए गए खातों की जांच शुरू की।
ठगी करने के लिए फर्जी सिम और अकाउंट का उपयोग करता था आरोपी।
तकनीकी जांच के बाद मास्टरमाइंड तक पहुंची पुलिस
पुलिस ने मोबाइल नंबर के CDR खंगाले। इससे पुलिस को आरोपियों के गुजरात में होने के सुराग मिले। इसके बाद टीम गुजरात रवाना हुई। गिरोह के तीन सदस्यों को पकड़ा। लेकिन, मास्टरमाइंड फरार हो गया। उसे पकड़ने के लिए रेंज साइबर की टीम फिर से रवाना हुई। गुजरात के महेसाणा जिले में आरोपी चिरागजी ठाकोर (21) को ट्रेस किया।
उसके घर ठाकोर वास से पकड़ कर उसे बिलासपुर लाया गया। पूछताछ में उसने पूरे गिरोह को ऑपरेट करने की बात स्वीकार की। उसने बताया कि फर्जी सिम और बैंक खाते की मदद से शेयर ट्रेडिंग करने वालों को वे अपना शिकार बनाते थे।
प्रीमियम बल्क वेबसाइट से लेते थे डेटा
आरोपियों ने बताया कि प्रीमियम बल्क नाम के वेबसाइट से शेयर ट्रेडिंग करने वालों का डेटा खरीदते थे। 3 कैटेगरी में नंबर उन्हें वेबसाइट मुहैया कराती थी। पहली कैटेगरी में हाल ही में ट्रेडिंग शुरू करने वालों का डेटा 10 रुपए के हिसाब से खरीदते थे।
वहीं ट्रेडिंग में निवेश कर चुके लोगों के नंबर 5 रुपए और लंबे समय से ट्रेडिंग करने वालों के नंबर 1 रुपए के हिसाब से खरीदते थे। इसके बाद इन्हें कॉल कर दोगुना फायदा बताकर अपना शिकार बनाते थे। पुलिस इस गिरोह के अन्य लोगों की तलाश कर रही है।
जहां ठगी के ज्यादा मौके, उनके नंबर अधिक कीमती
पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि ठगी करने वाले ऑनलाइन वेबसाइट से शेयर ट्रेडिंग करने वालों का नंबर खरीदते थे। वेबसाइट पर तीन श्रेणियों में नंबर उपलब्ध कराया जाता है। जिन लोगों ने हाल में ट्रेडिंग करना शुरू किया है, उनका नंबर 10 रुपये प्रति नंबर के हिसाब से उपलब्ध होता है।
दूसरे श्रेणी में उन लोगों को रखा गया है जो कुछ महीनों से ट्रेडिंग कर हैं। उनके प्रति नंबर को पांच रुपए के हिसाब से उपलब्ध कराया गया। तीसरे श्रेणी में लंबे समय से ट्रेडिंग करने वालों को रखा गया।
उनका नंबर एक रुपए में उपलब्ध कराया गया। हाल में ट्रेडिंग शुरू करने वालों को शेयर मार्केट से अनजान मानते हुए ठगी करने वालों को रुपए मिलने की उम्मीद रहती है। इसके कारण ऐसे लोगों का नंबर ज्यादा रुपए देकर खरीदा गया। इनके फंसने के चांस भी अधिक होते हैं।
पुलिस की अपील, जालसाजों से ऐसे बचें
- शेयर मार्केट में निवेश कर अधिक मुनाफा कमाने का झांसा देने वाले अनजान काल से सावधान रहें। अनजान लोगों के वाट्सएप ग्रुप में न जुडे़ और न ही किसी प्रकार की जानकारी साझा करें।
- अनजान नंबर से अपने आप को कस्टम विभाग, पुलिस अधिकारी, सीबीआइ अथवा ईडी का अधिकारी बताकर बताकर ठगी करने का प्रयास करते हैं। ऐसे लोगों की जानकारी तत्काल स्थानीय पुलिस को देकर 1930 में शिकायत करें।
- पार्सल कैंसिल हो गया है। पार्सल में एटीएम कार्ड, ड्रग्स मिला है जिसे कस्टम विभाग द्वारा जब्त किया गया है, कहकर डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ठगी की जा रही है। इस प्रकार की ठगी से सावधान रहें।
- पार्सल के नाम पर मोबाइल नंबर पर काल करने कहा जाता है। इससे कस्टमर का काल फारवर्ड एक्टिवेट हो जाता है और काल तथा मैसेज की जानकारी ठगों के पास चली जाती है। इस प्रकार के काल से सावधान रहे।
- किसी भी लुभावने या सस्ती कीमतों पर मिलने वालों सामान को खरीदते समय नकद, ऑन डिलीवरी में लेनदेन करें।
- अनजान व्यक्ति जिसका नंबर आपके मोबाइल पर सेव नहीं है, उसके साथ कभी भी कोई निजी जानकारी, बैंकिंग जानकारी, ओटीपी, आधार एप डाउनलोड या सर्च करने से बचें।
- कम परिश्रम से अधिक लाभ कमाने या रकम दुगनी करने का झांसा देने वाले व्यक्तियों से सावधान रहें। खुद को स्वयं होकर ठगो के पास न पहुंचाएं।
- स्वयं की पहचान छुपाकर इंटरनेट मीडिया फेसबुक, इंस्टाग्राम, वाट्सएप इत्यादि के माध्यम से अश्लील लाइव चैट करने से बचें।