प्राइमरी एवं मिडिल स्कूल की जमीन को अपना बता ग्रामीण ने स्कूल के गेट पर बंद कर दिया ताला..दरवाजे में लाठी लेकर हुआ खड़ा…

सूरजपुर// छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के ओड़गी ब्लॉक के ग्राम मोहरसोप में प्राइमरी एवं मिडिल स्कूल की जमीन को अपना बता ग्रामीण ने स्कूल के गेट पर ताला बंद कर दिया। इसके बाद वह दरवाजे में लाठी लेकर खड़ा हो गया।

इस कारण स्कूल के बच्चे एवं शिक्षक घंटों सड़क पर खड़े रहे। भैयाथान एसडीएम के निर्देश पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्कूल गेट का ताला तोड़वाया। ग्रामीण द्वारा आए दिन स्कूल पहुंचकर विवाद किया जाता है।

जानकारी के मुताबिक, ग्राम पंचायत मोहरसोप निवासी रामदयाल साहू (55) ने मंगलवार को प्राथमिक शाला और माध्यमिक शाला मोहरसोप के बाउंड्रीवाल के गेट पर ताला जड़ दिया। फिर डंडा लेकर खड़ा हो गया।

रामदयाल साहू का कहना है कि उक्त स्कूल उसकी जमीन पर बना है और वह स्कूल नहीं लगने देगा। ताला बंद कर दिए जाने के कारण स्कूल के बच्चे और शिक्षक घंटों बाहर सड़क पर खड़े रहे।

सड़क पर स्कूल खोलने का इंतजार करते बच्चे

सड़क पर स्कूल खोलने का इंतजार करते बच्चे

घंटों बाद पहुंची पुलिस, तोड़ा ताला

स्कूल के शिक्षकों ने मोहरसोप चौकी प्रभारी को फोन लगाया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसकी जानकारी ओड़गी बीईओ राजू सिंह को दी गई। बीईओ ने भैयाथान एसडीएम सागर सिंह को मामले की जानकारी दी।

सागर सिंह के निर्देश पर पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और रामदयाल साहू को भगाया। स्कूल के गेट पर लगे गए ताले को तोड़ा गया तब स्कूल के बच्चे और शिक्षक अंदर गए। दोनों स्कूलों के हेडमास्टर ने इसकी शिकायत पुलिस चौकी में लिखित रूप से की है।

आए दिन करता है विवाद, नहीं हुआ सीमांकन

ग्रामीणों ने बताया कि रामदयाल साहू स्कूल की जमीन को अपना बता आए दिन विवाद करता है और शिक्षकों को गाली-गलौज भी करता है। ग्रामीणों ने कई बार पुलिस से शिकायत की, लेकिन कार्रवाई नहीं की जा रही है। प्रशासन से सीमांकन कराने के लिए कहा, लेकिन प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया।

अचानक दावा करना गलत, जांच कराएंगे

मामले में एसडीएम भैयाथान सागर सिंह ने कहा कि स्कूल भवन 20 सालों से बना है। कोई व्यक्ति आकर जमीन को अपना बताता है तो उसे अपनी भूमि का सीमांकन करने के लिए आवेदन देना था। तहसीलदार बिहारपुर को जांच के लिए निर्देशित किया गया है।

एसडीएम ने कहा कि यदि जमीन ग्रामीण के पट्टे की भी निकली तो उसे उक्त जमीन के बदले दूसरी जमीन के लिए आवेदन करना होगा। यदि ग्रामीण विवाद करता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।