बिलासपुर में पुलिस कस्टडी में मौत: तारबाहर थाने के लॉकअप में धोखाधड़ी का आरोपी मृत मिला, रायपुर से लाई थी पुलिस…
Last Updated on 2 years by City Hot News | Published: April 26, 2023
बिलासपुर// छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां पुलिस कस्टडी में एक 50 साल के व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। धोखाधड़ी के केस में तारबाहर पुलिस एक आरोपी को रायपुर से गिरफ्तार करके लाई थी।
जानकारी के मुताबिक मुंगेली निवासी श्याम मोहदीकर (50) के खिलाफ तारबाहर थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज था। पुलिस इस केस की जांच कर रही थी। इसके बाद पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। पुलिस को पता चला कि श्याम मोहदीकर रायपुर के तेलीबांधा में परिवार के साथ रह रहा है। इस पर पुलिस सोमवार को उसे पकड़ने के लिए पहुंची थी।
पेट्रोलिंग गाड़ी के बजाए ऑटो का इंतजार
बताया जा रहा है कि सुबह जब थाने में श्याम मोहदीकर को अचेत होकर गिरते देखा गया, तब पुलिसकर्मी उसे नौटंकी समझते रहे। लेकिन, वह गिरने के बाद उठ नहीं पाया और बेहोश हो गया। इस दौरान थाने में मौजूद एसएसआई शैलेंद्र सिंह व अन्य स्टाफ उसे पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी में अस्पताल लेकर जाने के बजाए ऑटो बुलाने में लगे रहे। जब तक पुलिसकर्मी ऑटो लेकर थाना पहुंचे और उसे जिला अस्पताल लेकर निकले, तब तक उसने दम तोड़ दिया था।
पुलिस की भूमिका संदिग्ध
बताया जा रहा है कि रात में पुलिस ने उसे लॉकअप में बंद कर दिया था। इसके बाद खाना खाने के बाद वह लॉकअप में ही सो रहा था। इस दौरान थाने में गिने-चुने पुलिसकर्मी ही थे। बुधवार की सुबह उसने खड़े होने की कोशिश की, लेकिन लॉकअप में ही गिर पड़ा। जब बहुत देर तक उसके शरीर में हरकत नहीं हुई तो पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए। इस घटना की जानकारी तारबाहर टीआई मनोज नायक को दी गई। इसके बाद आनन फानन में उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने आरोपी के परिजन को इसकी सूचना दे दी है।
अस्पताल में जांच के बाद ही आरोपी को मृत घोषित कर दिया गया।
पत्नी को रात 11.30 बजे तक बैठाकर रखा
धोखाधड़ी के आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर TI मनोज नायक के साथ ही पुलिसकर्मियों की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। आरोपी की पत्नी रीना मोहदीकर ने बताया कि उनके पति को पुलिस ने मंगलवार शाम 7 बजे गिरफ्तार कर लिया था। वो मंगलवार को अपने रिश्तेदार के यहां मुंगली में थी। इसके बाद उन्हें भी पुलिस ने मुंगेली से बुलाया। उन्हें देर रात 11.30 बजे तक थाने में बैठाकर रखा गया था। फिर बाद में छोड़ा गया।
महिला बोली- पत्नी को देखने भी नहीं दिया गया
बुधवार की सुबह पुलिस ने रीना मोहदीकर को उसके पति की मौत की सूचना दी। जब वह जिला अस्पताल पहुंची, तब शव को पोस्टमार्टम के लिए रखा गया था। उन्होंने बताया कि पति रात में एकदम स्वस्थ्य थे। इस दौरान उन्होंने अपने पति के शव को दिखाने के लिए कहा, तब पुलिस ने शव को दिखाने से भी मना कर दिया।
हिरासत में मौत के बाद मामले को दबाने में जुटी रही पुलिस।
TI और पुलिसकर्मियों की भूमिका पर उठे सवाल
पुलिस हिरासत में आरोपी की मौत के बाद अब थाना प्रभारी मनोज नायक और पुलिसकर्मियों पर सवाल उठाए जा रहे हैं। जिस समय आरोपी श्याम मोहदीकर की मौत हुई, तब कुछ ही पुलिसकर्मी ड्यूटी पर थे। TI मनोज नायक को इसकी जानकारी भी नहीं थी। थाने के स्टाफ ने उन्हें इसकी जानकारी दी, तब TI मनोज नायक थाने पहुंचे और आरोपी के शव को जिला अस्पताल ले जाया गया। इधर, महिला ने कहा कि रात में उनके पति के साथ ऐसा क्या हुआ, जिससे उसकी मौत हो गई। जबकि, वह पूरी तरह ठीक थे और बातचीत भी कर रहे थे।
अभिरक्षा में मौत, पुलिस कर रही गुमराह
आरोपी श्याम मोहदीकर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा है कि सुबह थाने में उसकी तबीयत बिगड़ी और वह बेहोश हो गया। इसके बाद थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए। उसे तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया और उसकी मौत हो गई। जबकि, जांच शुरू होने से पहले ही पुलिस अभिरक्षा में मौत के मामले में गोलमोल जवाब दे रही है। सिविल लाइन सीएसपी संदीप पटेल का कहना है कि आरोपी की मौत थाने में नहीं हुई है, जिला अस्पताल में इलाज के दौरान हुई है। जबकि, ऐसा नहीं है। इलाज के लिए अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित किया है।
थाने में मौत की खबर सुनकर हैरान रह गए परिजन।
इस्कॉन केंद्र को गाड़ी और जमीन दिलाने की थी 3.50 की धोखाधड़ी
श्याम मोहदीकर के खिलाफ ओड़ीशा के दीपक नारायण बेहरा ने तारबाहर थाने में केस दर्ज कराया था, जिसमें उन्होंने बताया था कि वर्ष 2018 से वह बिलासपुर तारबाहर स्थित डीपूपारा में इस्कॉन केंद्र चलाता है। जून 2022 में श्याम इस्कॉन केंद्र में आता था, तब उसकी पहचान हुई। बातचीत के दौरान श्याम ने उसे बताया कि उसकी बड़े उद्योगपतियों से पहचान है, जो प्रचार के लिए केंद्रों में चार पहिया वाहन और जमीन दान में देना चाहते हैं। इस बहाने उसने आरटीओ, बीमा एवं रोड टैक्स के नाम पर पैसों की मांग किया। साथ ही उसे महिंद्रा और मारूति शो रूम भी लेकर गए। इसी दौरान उसने अलग-अलग किश्तों में 3 लाख 50 हजार रुपए ले लिया। उसने उसलापुर में केंद्र के लिए जमीन दिलाने का भी झांसा दिया था। बाद में उसने न तो दान में गाड़ी दिलाई और न ही जमीन। जब उन्होंने पैसा वापस मांगा, तब वह घूमाने लगा। इसके बाद उन्होंने इस मामले की शिकायत की थी, जिस पर केस दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही थी। वहीं, आरोपी श्याम मोहदिकर फरार चल रहा था।