स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में 5 साल की बच्ची की पिटाई के बाद हटाए गए प्राचार्य और BEO…क्लास में रोने पर पीटा था..बड़ी बहन के सामने थप्पड़ भी मारे..
Last Updated on 2 months by City Hot News | Published: September 22, 2024
बिलासपुर// बिलासपुर स्थित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में 5 साल की बच्ची की पिटाई के बाद प्रिंसिपल चितरंजन कुमार राठौर और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) को पद से हटा दिया गया है। कलेक्टर अवनीश शरण ने प्रिंसिपल को सस्पेंड करने की सिफारिश भी की है।
बताया जा रहा है कि बड़ी बहन के सामने ही प्रिंसिपल राठौर ने बच्ची को फटकार लगाते हुए थप्पड़ मारा था। यह घटना CCTV कैमरे में कैद हो गई। डांट और मार से बच्ची घबराई हुई है। इसके बाद बड़ी बहन और परिजनों ने मामले की कलेक्टर से शिकायत की थी।
बच्ची क्लास में रोई तो मारा थप्पड़
दरअसल, पिछले दिनों एक युवती अपनी छोटी बहन को लेकर पचपेड़ी स्थित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल आई थी। इस दौरान वह बच्ची को क्लास रूम में छोड़कर कुछ देर के लिए क्लास रूम से बाहर चली गई। तभी बच्ची रोने लगी। वापस आकर बड़ी बहन उसे शांत करा रही थी।
इस दौरान क्लास रूम में प्रिंसिपल चितरंजन कुमार राठौर पहुंच गए। उन्होंने बच्ची डांट-फटकार लगाते हुए गाल में तमाचा जड़ दिया। ये सब क्लास रूम में लगे CCTV कैमरे में कैद हो गया। बच्ची घबराती हुई क्लास से बाहर निकल गई।
प्राचार्य चितरंजन कुमार राठौर की फोटो।
ईश्वर प्रसाद सोनवानी किए गए BEO नियुक्त
बच्ची से बदसलूकी का वीडियो और शिकायत मिलने के बाद कलेक्टर एक्शन मोड में नजर आए। मस्तूरी विकासखंड के विद्यालयों में नियंत्रण नहीं रख पाने के कारण BEO शिवराम टंडन को प्रभार से हटा दिया है। उनकी जगह एरमशाही शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला के प्राचार्य ईश्वर प्रसाद सोनवानी को नया BEO नियुक्त किया गया है।
कलेक्टर ने निलंबन के लिए रायपुर भेजा प्रस्ताव
इसके साथ ही बिना कारण जाने बालिका के साथ सख्त व्यवहार किए जाने पर नाराज कलेक्टर ने प्राचार्य पद से मुक्त करते हुए बीईओ कार्यालय मस्तूरी में उपस्थिति देने आदेशित किया है। वहीं उनके खिलाफ निलंबन का प्रस्ताव रायपुर लोक शिक्षण संचालक को भेजा गया है।
बिलासपुर के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पचपेड़ी
कलेक्टर ने कहा- बच्चों के साथ दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं
मिशन 90 की बैठक के दौरान भी जिला कलेक्टर अवनीश शरण ने अनियमितता पर प्रश्न खड़े किए थे। वहीं उन्होंने आदेश दिए थे कि विद्यालय में बच्चों के साथ दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसा करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।