हॉस्टल अधीक्षिका के खिलाफ छात्राओं ने किया प्रदर्शन, हटाने की मांग की…मानसिक रूप से प्रताड़ित करने की बात कही…
Last Updated on 3 months by City Hot News | Published: September 5, 2024
रायपुर// रायपुर के काली बाड़ी चौक में गुरुवार को बड़ी संख्या में छात्राओं ने प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्राओं ने ‘आज का शिक्षक दिवस जेल में’ तख्ती लेकर हॉस्टल अधीक्षिका के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई। कालीबाड़ी स्थित एसटी-एससी हॉस्टल की छात्राओं ने हॉस्टल वार्डन को हटाने की मांग की है।
रायपुर में हॉस्टल वार्डन के खिलाफ छात्राओं ने खोला मोर्चा।
छात्राओं का आरोप है कि हॉस्टल वार्डन हॉस्टल की छात्राओं प्रताड़ित करती है। हॉस्टल के नई वार्डन की नियुक्ति हुई है, लेकिन आरती निकोसे अपना प्रभार नहीं छोड़ रही है। पिछले 2 दिनों से वार्डन ने सभी कर्मचारियों को छुट्टी दे दी है। दो दिनों से खाना नहीं बना और सभी व्यवस्था ही में प्रभावित हो रही है।
परिवार के लोगों को दी धमकी
शासकीय आदर्श पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास की छात्राओं ने बताया कि किसी भी समस्या को लेकर शिकायत की जाती है तो वे इस ओर ध्यान नहीं देती। हॉस्टल की अधीक्षिका हमारे पेरेंट्स को फोन करके धमकाती है कि हमें हॉस्टल से बाहर कर दिया जाएगा।
छात्राओं का कहना है कि इसके पहले भी हमने हॉस्टल वार्डन को हटाने के लिए प्रदर्शन किया था। हम जब अपने हक के लिए आवाज उठाते हैं तो वो हमारे परिवार वालों को फोन करके कहती है कि आपके बच्चे राजनीति कर रहे हैं। हमारी सिर्फ एक मांग है कि वार्डन को हटाया जाए और जो नई वार्डन की नियुक्ति हुई है उन्हें जल्द से जल्द हॉस्टल बुलाया जाए।
आने-जाने पर रोक
हॉस्टल की छात्राओं ने बताया कि वार्डन हॉस्टल में आने जाने पर रोक लगाती है । किसी को कोचिंग जाना रहता है, तो किसी को स्पोर्ट्स के लिए ग्रांउड जाना पड़ता है। लेकिन उसके लिए भी परमिशन नहीं देती है।
आदेश के बावजूद भी नहीं छोड़ रही प्रभार
छात्रों ने बताया कि दो बार वर्तमान हॉस्टल अधीक्षिका आरती निकोसे को हटाने के लिए आदेश आया है। नई वार्डन बसन्ती तिर्की की नियुक्ति की गई, लेकिन वे अपना पद नही छोड़ रही हैं।दूसरी अधीक्षिका प्रभार नहीं सौंप रही है।
छात्राओं ने बताया कि अभी सभी कर्मचारियों को वार्डन ने छुट्टी दे दी है। यहां तक की हॉस्टल में गार्ड भी नहीं है। हॉस्टल में 200 अधिक लड़कियां रहती है। अगर हॉस्टल में कोई अनहोनी होगी तो ऐसे में इसका जिम्मेदार कौन होगा।
ये है छात्राओं का आरोप-
- शासकीय आदर्श पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास के स्टूडेंट का आरोप है कि वार्डन बच्चो को मानसिक रूप से प्रताड़ित करती है।
- नए छात्रों से पैसे लेकर रखा जाता है। छात्रों ने को जब यह बात पता चली तब उस लड़की निकाला गया।
- छात्राओं की शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती और समस्याओं का निवारण नहीं होता।
- छात्राओं के पालकों से अधीक्षिका से गलत तरह से बात करती है और परिवार वालों को छात्राओं के चरित्र को अनुचित तरीके से बताया जाता है।
- छात्रावास में अधीक्षिका की शिकायत करने पर लड़कियों को छात्रावास से निष्कासित कर दिया जाता है।
- हॉस्टल के नए छात्रों को भड़काकर पुराने छात्राओं के बीच झगड़े कराती है।
- पेरेंट्स मीटिंग के नाम पर कुछ ही पालकों को बुलाया जाता है। जबकि बाकी छात्रों के पालकों को इसकी जानकारी नहीं दी जाती।