मर्डर मिस्ट्री का खुलासा: लिव इन में रह रही युवती को मकान मालिक से मिलकर शादीशुदा बॉयफ्रेंड ने ही उतारा था मौत के घाट, फिर खुद भी कर ली थी आत्महत्या….

Last Updated on 3 months by City Hot News | Published: August 12, 2024

कवर्धा// कवर्धा जिले की युवती की लाश केशकाल घाटी में मिली थी। पुलिस ने इस खौफनाक मर्डर मिस्ट्री का खुलासा कर दिया है। युवती को उसके शादीशुदा बॉयफ्रेंड ने ही मौत के घाट उतारा था और मकान मालिक के साथ मिलकर कार से कोंडागांव के केशकाल ले जाकर घाटी में फेंक दिया था।

इसके बाद आरोपी प्रेमी ने बेमेतरा के शिवनाथ नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। दरअसल, कवर्धा के युवती की लाश केशकाल घाटी में मिलने के बाद तत्काल पुलिस हरकत में आई और सबसे पहले दुर्ग में रहने वाले उसके लिव इन पार्टनर को शक के दायरे में रखा।

कॉल डिटेल्स के रिकार्ड से खुलासा: इस बीच पुलिस को कॉल डिटेल्स के रिकार्ड में एक और युवक का पता चला, जिससे आरोपी युवक की लगातार बात हो रही थी। पुलिस ने अपनी जांच में सबसे पहले मुख्य आरोपी के साथी को उठाया, जिससे इस पूरे हत्याकांड का खुलासा हुआ।

जानिए क्या है मामला; मुख्य आरोपी के साथी रघुनाथ साहू ने पुलिस को बताया कि आशीष उपाध्याय (43) और सपना विश्वकर्मा (39) कबीरधाम के लोलेसरा गांव स्थित उसके मकान में पिछले चार महीने से किराए पर रह रहे थे। इस दौरान दोनों के बीच किसी बात को लेकर अक्सर झगड़ा हुआ करता था।

आरोपी आशीष सपना को अपने रास्ते से हटाना चाहता था, आरोपी आशीष उपाध्याय पहले से शादीशुदा था जो ज्यादातर समय फैमिली के साथ भिलाई में रहता था। 1 अगस्त को दोनों के बीच फोन में काफी झगड़ा हुआ। फिर आधी रात आशीष उपाध्याय भिलाई से कवर्धा युवती के घर पहुंचा।

मकान मालिक को दिया पैसों का लालच: दोनों के बीच फिर से विवाद हुआ और थोड़ी देर बाद घर से युवती की आवाज आना बंद हो गई। मकान मालिक रघुनाथ घर का दरवाजा खटखटाया तो आशीष दरवाजा खोला और घटना के बारे में बताया। फिर आरोपी आशीष ने मकान मालिक को घटना को छिपाने और साथ देने के लिए पैसों का लालच दिया।

मकान मालिक तैयार हो गया। दोनों ने 2 अगस्त की रात युवती की लाश को कार में डालकर केशकाल घाट ले गए, जहां उन्होंने घाट के नीचे लाश को ठिकाने लगाया और फिर रातों रात वापस कवर्धा पहुंचे। रघुनाथ को छोड़कर आरोपी आशीष उपाध्याय वापस भिलाई लौट गया।

लिव इन में रह रहे थे दोनों: इधर परिजनों ने 8 अगस्त को दशरंगपुर चौकी में सपना विश्वकर्मा की लापता होने की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई। पुलिस ने जब इसकी जांच की तो आशीष उपाध्याय और सपना विश्वकर्मा के लिव इन में रहने की बात का पता चला।

फिर पुलिस उस घर में पहुंची जहां दोनों किराये से रहते थे। मकान मालिक ने पहले तो पुलिस को गोल मोल जवाब दिया पुलिस को मकान मालिक के बातों से शक होने लगा। पुलिस ने आरोपी आशीष को फोन किया और थाना आने को कहा।

नदी में कूदकर की आत्महत्या

आरोपी समझ गया कि पुलिस को मामले की भनक लग चुकी है। आरोपी ने मकान मालिक को फोन किया तो उसने पुलिस आने की बात बताई। जिसके बाद आरोपी आशीष उपाध्याय ने पकड़े जाने के डर में बेमेतरा के शिवनाथ नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली।

मकान मालिक ने जुर्म कबूल किया

बेमेतरा पुलिस ने आशीष की लाश नदी से बरामद की। इधर पुलिस ने कॉल डिटेल से आरोपी का मकान मालिक से लगातार बात होने का सबूत मिला तो पुलिस ने मकान मालिक को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने जुर्म कबूल कर लिया।

पकड़े जाने के डर से की आत्महत्या

दशरंगपुर चौकी प्रभारी अरविंद साहू ने बताया कि आशीष उपाध्याय ने सपना विश्वकर्मा की हत्या की और अपने साथी रघुनाथ साहू के मदद से लाश को केशकाल घाट में फेंक दिया था। वहीं आरोपी आशीष उपाध्याय ने पकड़े जाने के डर से 8 अगस्त को शिवनाथ नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। फिलहाल, मामले की जांच की जा रही है।