जिले के किसानों से उर्वरक के अग्रिम उठाव करने की अपील..सहकारी समितियों के माध्यम से वर्मी कम्पोस्ट खाद का वितरण कृषकों को किया जा रहा है…
Last Updated on 2 years by City Hot News | Published: April 20, 2023
- जिले में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक का भण्डारण
गरियाबंद(CITY HOT NEWS)/जिले के सहकारी समितियों में 01 अप्रैल से किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर कृषि ऋण एवं कृषि आदान जैसे बीज, उर्वरकों का वितरण प्रारम्भ हो चुका है। उप संचालक कृषि श्री संदीप भोई ने बताया कि वर्तमान में जिले में यूरिया 3552, सुपर फास्फेट 1419, डी.ए.पी. 2420, पोटाश 240, एन.पी.के. 337 मीट्रिक टन तथा पर्याप्त मात्रा में वर्मी कम्पोस्ट का भण्डारण किया गया है। जिले के सहकारी समितियों में किसानों के लिए सरकार द्वारा निर्धारित कीमत पर यूरिया का 266.66 रूपये, डी.ए.पी. 1350 रूपये, एन.पी.के. 1470 एवं पोटाश 1700 रूपये प्रति बैग की दर से वितरण किया जा रहा हैै। विगत वर्षों में राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय कारकों के कारण उर्वरक आपूर्ति बाधित हुई थी, इसको ध्यान में रखते हुए किसानों को अग्रिम उठाव करने की अपील की गई है। खरीफ मौसम के निकट आते ही खाद की मांग बढ़ जाने के कारण उर्वरक की आपूर्ति प्रभावित होती है। वर्तमान में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक की आपूर्ति हो रही है एवं आसानी से खाद उपलब्ध है। किसान भाई उर्वरक की कमी की समस्याओं से बचने के लिए अग्रिम उठाव अवश्य करें। शून्य प्रतिशत ब्याज दर होने के कारण किसानों को अग्रिम उठाव करने पर भी कोई अतिरिक्त राशि देना नहीं पड़ेगा।
वर्तमान में सहकारी समितियों के माध्यम से वर्मी कम्पोस्ट खाद का वितरण कृषकों को किया जा रहा है। वर्मी कम्पोस्ट में 0.51 से 1.61 प्रतिशत् नाईट्रोजन, 0.19 से 1.02 प्रतिशत् फास्फोरस, 0.15 से 0.73 प्रतिशत् पोटाश तथा 9.8 से 13.4 प्रतिशत् ऑर्गनिक कार्बन पाया जाता है। वर्मी कम्पोस्ट के उपयोग से मृदा स्वास्थ्य में सुधार, मृदा की जलधारण क्षमता में वृद्धि, मृदा की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के साथ-साथ फसलों को अन्य पोषक तत्व उपलब्ध कराता है, जिससे फसलों की पैदावार बढ़ती है। सभी किसान भाईयों से अपील की गई है कि वे सरकार द्वारा निर्धारित दर पर उर्वरक तथा वर्मी कम्पोस्ट का अग्रिम उठाव अवश्य करें। सभी किसान शत् प्रतिशत पॉस के माध्यम से उर्वरक क्रय करें और पर्ची अवश्य ले, जिससे उर्वरक की कालाबाजारी को रोका जा सके।