5 जिलों में 2 घंटे तक बत्ती गुल: DSPM पावर प्लांट में खराबी, बिलासपुर और सरगुजावासी रहे हलाकान, कामकाज रहा ठप…

Last Updated on 8 months by City Hot News | Published: April 5, 2024

रायपुर// छत्तीसगढ़ के कोरबा में 500 मेगावाट DSPM पावर प्लांट में खराबी के कारण शुक्रवार दोपहर 2.45 बजे से 5 जिलों में करीब 2 से ढाई घंटे तक बिजली गुल रही। इससे कामकाज प्रभावित रहा। साथ ही पब्लिक गर्मी से हलाकान होती रही। बताया जा रहा है कि बिलासपुर और सरगुजा क्षेत्र ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां करीब ढाई घंटे तक बत्ती गुल रही।

मिली जानकारी के मुताबिक कोरबा में 2 घंटे, कोरिया में 1 घंटे, मनेंद्रगढ़ में 1 घंटे और सूरजपुर में 1 घंटे तक बिजली गुल रही। बिजली उत्पादन कंपनी DSPM के अधिकारी डॉ. श्यामा प्रसाद के मुताबिक एकाएक तकनीकी खराबी आ गई। इससे संयंत्र की 250-250 मेगावाट (कुल 500 मेगावाट) की दोनों इकाइयां ट्रिप होकर बंद हो गई।

ट्रांसमिशन कंपनी की 220 केवी लाइन में असर पड़ा

उन्होंने बताया कि ट्रांसमिशन कंपनी की 220 केवी लाइन में असर पड़ा और झटका (जर्क) लगने से 132 केवी लाइन भी बंद हो गई। इससे कोरबा जिला समेत सरगुजा, सूरजपुर, कोरिया और आसपास के क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बंद रही।

DSPM पावर प्लांट में खराबी के कारण शुक्रवार को 2 घंटे तक 5 जिलों में बिजली गुल रही।

DSPM पावर प्लांट में खराबी के कारण शुक्रवार को 2 घंटे तक 5 जिलों में बिजली गुल रही।

DSPM संयंत्र से आई थी तेज आवाज

वहीं बिजली कंपनी से जुड़े जानकारों का कहना है कि DSPM संयंत्र से तेज आवाज आई। इससे संयंत्र की दोनों इकाइयां बंद हो गई। संयंत्र से 220 केवी लाइन निकली है, जिससे छुरी स्थित सबस्टेशन में बिजली आपूर्ति होती है। वहां से 132 केवी में परिवर्तित कर अन्य स्थानों पर सप्लाई की जाती है।

कोरबा DSPM पावर प्लांट में खराबी।

कोरबा DSPM पावर प्लांट में खराबी।

ग्रामीण इलाकों में 2 घंटे रही बिजली गुल

वहीं मामले में बिलासपुर जिले के अलग-अलग इलाकों में करीब 2 घंटे तक बिजली नहीं थी। विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी और ईई जांगड़े ने बताया कि कोरबा से पावर कट होने के कारण यह स्थिति बनी। हालांकि, शहरी क्षेत्र में आधे घंटे के भीतर वैकल्पिक व्यवस्था की गई। जबकि, ग्रामीण इलाकों में करीब दो घंटे तक बिजली गुल रही।

बिजली कंपनी में आई खराबी

बिजली कंपनी में आई खराबी

2 से 3 घंटे के अंदर लाइन दोबारा चालू की गई

बता दें कि शुक्रवार को माता कर्मी जयंती की छुट्टी होने की वजह से संयंत्र में उपस्थिति कम थी। संयंत्र ट्रिप होने की जानकारी मिलते ही संयंत्र के कार्यपालक निदेशक डॉ. हेमंत सचदेव समेत अन्य आला अफसर पहुंचे। सुधार कार्य में जुटे और करीब 2 से 3 घंटे के अंदर लाइन दोबारा चालू की गई।