सुनक की पत्नी को 500 करोड़ का नुकसान: इन्फोसिस के शेयर गिरने से 24 घंटे में गंवाई रकम; कंपनी पर संसद में उठे थे सवाल…
Last Updated on 2 years by City Hot News | Published: April 19, 2023
लंदन// ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति को एक दिन में करीब 61 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ। इंडियन करेंसी में यह रकम 500 करोड़ रुपए से ज्यादा है।
दरअसल, सोमवार को इन्फोसिस कंपनी के शेयर करीब 10% गिरे। इसके चलते अक्षता को यह भारी नुकसान उठाना पड़ा। अक्टूबर 2019 के बाद इन्फोसिस के शेयर्स में यह एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट है। अक्षता इन्फोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी हैं।
पिछले दिनों ऋषि सुनक को अक्षता के टैक्स से जुड़े मामलों में संसद में जवाब देना पड़ा था।
ऋषि और अक्षता की 2 बेटियां हैं। इनके नाम कृष्णा और अनुष्का हैं। सुनक-अक्षता की शादी 2009 में हुई थी।
नफे की उम्मीद थी, नुकसान हो गया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस साल के फर्स्ट क्वॉर्टर यानी जनवरी से मार्च के दौरान इन्फोसिस को फायदे की उम्मीद थी, हालांकि मार्केट का मिजाज बदला और नफे की उम्मीद नुकसान में तब्दील हो गई। यही वजह है कि अक्षता को 500 करोड़ रुपए से ज्यादा का घाटा सहन करना पड़ा और वो भी सिर्फ एक दिन की ट्रेडिंग के दौरान।
अक्षता के पास इन्फोसिस का 0.94% हिस्सा है। दूसरे शब्दों में कहें तो उनके पास कुल 3.89 करोड़ शेयर हैं। सुनक फैमिली के लिए भी यह बहुत बड़ा नुकसान माना जा रहा है। इसके बावजूद उनके पास करीब 450 मिलियन पाउंड (करीब 4600 करोड़ रुपए) की वेल्थ है।
ब्रिटेन में अमूमन यह सवाल उठता है कि ऐसे वक्त में जबकि आम नागरिक बढ़ती महंगाई और कॉस्ट ऑफ क्राइसिस से जूझ रहे हैं तो अक्षता या सुनक परिवार अरबों रुपए कमा रहा है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की वेल्थ पर यह आंकड़ा पिछले दिनों ब्लूमबर्ग ने जारी किया था।
सवालों के घेरे में अक्षता
- ऋषि सुनक भले ही ब्रिटेन के प्राइम मिनिस्टर बन गए हैं, लेकिन अक्षता के पास अब भी ब्रिटेन की नागरिकता नहीं है। यही वजह है कि सुनक के सियासी विरोधी इस मसले पर सवाल उठाते रहे हैं। इसकी वजह से सुनक को परेशानी भी हुई है।
- एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल सामने आया था कि अक्षता अपने नॉन-डोमिसाइल स्टेटस का फायदा उठा रही हैं। चूंकि वो यहां की परमानेंट रेसिडेंट नहीं हैं, लिहाजा उन्हें दूसरे देशों (मसलन भारत) में की गई कमाई पर टैक्स भी नहीं चुकाना पड़ा।
- इसके जवाब में अक्षता ने कहा था कि वो जो कर रही हैं वो कतई गैरकानूनी नहीं है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि वो कानून के हिसाब से अपनी कमाई पर वाजिब टैक्स जरूर भरेंगीं।
- पिछले दिनों संसद में अक्षता की चाइल्ड केयर कंपनी को लेकर भी सवाल उठा था। इसके जवाब में सुनक के ऑफिस से एक बयान जारी किया गया था। इसमें बताया गया था कि तमाम चीजें बिल्कुल ट्रांसपेरेंट हैं और सुनक जांच कमिश्नर डेनियल ग्रीनबर्ग को पूरा सहयोग देने को तैयार हैं।
- ब्लूमबर्ग के मुताबिक पिछले महीने सुनक ने संसद में अपने तमाम फाइनेंशियल अफेयर्स की जानकारी दी थी। सुनक के मुताबिक, उन्होंने तीन साल में 10 लाख पाउंड टैक्स पे किया है। इसमें बतौर प्रधानमंत्री सैलरी शामिल नहीं है।
लंदन में अपने मीडिया एडवाइजर्स के साथ ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक।
विपक्ष के आरोप और सुनक का जवाब
- ब्रिटेन में रहने के बाद भी अक्षता ने भारतीय नागरिकता नहीं छोड़ी। इस वजह से वो ब्रिटिश नागरिक नहीं हैं। ब्रिटिश कानून के मुताबिक, अक्षता को ब्रिटेन के बाहर से होने वाली कमाई पर कोई टैक्स नहीं देना पड़ता है।
- ब्रिटिश नागरिकों को यह टैक्स देना पड़ता है। इस वजह से विरोधी सुनक और अक्षता पर सवाल उठा रहे हैं। ऐसा तब हो रहा है, जब वित्त मंत्री के तौर पर सुनक ने ब्रिटिश नागरिकों पर टैक्स का बोझ बढ़ाया है। वहीं, सुनक ने कहा है कि विपक्ष उनकी पत्नी को बदनाम करने की साजिश कर रहा है।
- सुनक ने एक ब्रिटिश अखबार को बताया था- अक्षता अपने देश से प्यार करती हैं, जैसे मैं अपने देश से प्यार करता हूं। उन्होंने कहा- UK में वह जो भी पैसा कमाती हैं, उस पर लगे टैक्स का भुगतान यहां करती हैं। उनकी शादी मुझसे हुई है, लिहाजा उन्हें अपने देश से संबंध तोड़ने के लिए कहना सही नहीं होगा।
- विदेशी आय पर ब्रिटेन के टैक्स का भुगतान करने के अपने फैसले को बताते हुए अक्षता ने कहा था- मैं नहीं चाहती कि मेरा नॉन डोमिसाइल स्टेटस ऋषि के लिए परेशानी बने। मैं UK में भी टैक्स पे करूंगी।
सुनक जब पिछले साल कैम्पेन कर रहे थे, तब उनका यह फोटो वायरल हुआ था।
पार्टी में सुनक पर ही सवाल
- पिछले साल ‘द गार्डियन’ की एक रिपोर्ट में कहा गया था- ब्रिटेन के लोग दोहरी नागरिकता रख सकते हैं, लेकिन सुनक जैसे बड़े नेता के लिए इसे अच्छा नहीं माना गया। कंजर्वेटिव पार्टी भी दोहरी नागरिकता के मुद्दे पर उनका लंबे वक्त तक बचाव नहीं कर सकेगी। यह नैतिकता का मामला है, कानून का नहीं।
- उसी वक्त कंजर्वेटिव पार्टी के सांसदों की एक रिपोर्ट में कहा गया था- सुनक के लिए पत्नी के टैक्स से जुड़े मामलों का बचाव करना मुश्किल है। कुछ लोगों को लगता है कि वो बहुत लंबे वक्त तक ब्रिटेन में नहीं रहना चाहते।
- इन आरोपों से खुद सुनक तनाव में थे। उन्होंने माना था कि चांसलर बनने के 18 महीने बाद तक उनके पास अमेरिकी ग्रीन कार्ड था। हालांकि उनका दावा था कि अक्टूबर 2021 में उन्होंने यह स्टेटस लौटा दिया।
- ‘द मिरर’ के एडिटोरियल में लिखा गया था- ऋषि उलझे हुए शख्स हैं। उन्होंने गरीबों पर तो टैक्स का बोझ डाल दिया, लेकिन पत्नी अक्षता को अब तक टैक्स के दायरे में नहीं ला सके। यह दोहरा मापदंड और ‘नो-टैक्स स्कैंडल’ है। 40 साल में पहली बार इतनी महंगाई है।
- अक्षता को ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ से ज्यादा अमीर बताया गया था। उनके पास इन्फोसिस के करीब 1 बिलियन डॉलर के शेयर हैं। क्वीन एलिजाबेथ के पास करीब 460 मिलियन डॉलर की प्रॉपर्टी थी। उनकी गिनती यूरोप की सबसे अमीर महिलाओं में होती है।
- यूक्रेन पर हमले के बाद ब्रिटेन ने रूस पर व्यापारिक प्रतिबंध लगाए, लेकिन भारत ने ऐसा नहीं किया। इन्फोसिस कंपनी में अक्षता के करोड़ों रुपए के शेयर हैं, ये कंपनी अब भी रूस में बिजनेस कर रही है। इसे लेकर भी ब्रिटेन में सुनक और अक्षता का काफी विरोध हुआ था।
अक्षता ने पिछले दिनों कहा था कि वो ब्रिटेन में भी टैक्स पे करने के लिए तैयार हैं।
ऋषि सुनक पर एक नजर
- ऋषि सुनक के पेरेंट्स पंजाब के रहने वाले थे, जो विदेश में जाकर बस गए।
- सुनक का जन्म ब्रिटेन के हैम्पशायर में हुआ था। उन्होंने अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से MBA किया है।
- सुनक ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से राजनीति, दर्शन और अर्थशास्त्र की डिग्री हासिल की है।
- राजनीति में आने से पहले ऋषि ने इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैश और हेज फंड में काम किया। इन्वेस्टमेंट फर्म बनाई।