मरीज के परिजन बोले- हाईटेक अस्पताल ने लिए 50 हजार: आयुष्मान योजना से चल रहा था इलाज, VIDEO बनाकर कलेक्टर-CMHO से की शिकायत…
Last Updated on 9 months by City Hot News | Published: March 2, 2024
भिलाई// दुर्ग जिले के भिलाई स्थित हाईटेक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में आयुष्मान कार्डधारी मरीज से इलाज के दौरान 50 हजार कैश लिए। जिसकी रसीद भी नहीं दी गई। इस घटनाक्रम का वीडियो भी बनाया गया। वहीं, मरीज ने आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत कलेक्टर और सीएमएचओ से की है।
दरअसल, भिलाई निवासी रवि सोनकर ने बताया कि उसने अपनी मां पूनम सोनकर को 10 अक्टूबर 2023 को पहली बार नेहरू नगर में संचालित हाईटेक अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां उनका इलाज आयुष्मान योजना के तहत किया गया। लेकिन बीच में अस्पताल प्रबंधन ने उनसे पैसे की मांग की।
कर्मचारी 50 हजार रुपए गिनते हुए, रसीद देने से किया मना।
ऑनलाइन के बजाय कैश मांगी राशि
पूछने पर उन्होंने बताया कि आयुष्मान योजना से उन्हें इतने रुपए सरकार से नहीं मिलेगा, कि वो उससे उनकी मां का इलाज कर पाएं। इसलिए सर्जरी के पैकेज से इलाज करना पड़ेगा। रवि ने जब ऑनलाइन रुपए देने की बात कही तो अकाउंटेंट ने नगद राशि देने को कहा।
रवि ने 50 हजार रुपए का इंतजाम किया और अस्पताल प्रबंधन को दिया। जब उन्होंने अकाउंटेंट से रुपए की रसीद मांगी, तो उसने वह भी देने से मना कर दिया। उसने कहा कि इस बारे में कुछ भी बात करना है, तो आयुष्मान डिपार्टमेंट देखने वाले से बात कर लीजिए।
अस्पताल में आयुष्मान योजना देखने वाले कर्मचारी ने कही नगद देने की बात।
जानिए आयुष्मान कर्मचारी ने क्या कहा ?
हाईटेक अस्पताल में आयुष्मान योजना का काम देखने वाले कर्मचारी को जब रवि ने बताया कि वहां रुपए देने पर ना तो कोई रसीद दी जा रही और ना ही ऑनलाइन पेमेंट लिया जा रहा है, ऐसा क्यों ?
जिस पर कर्मचारी ने बताया कि आपके मरीज को आयुष्मान कटेगरी लागा गया है, तो रसीद कैसे देगा। जब रवि ने रसीद देने की बात कही तो उसने कहा कि आप लोकेश से बात करिए वही देखते हैं ये सारा काम।
हाईटेक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल नेहरू नगर भिलाई
अकाउंटेंट ने पैसे लिए, लेकिन नहीं दिए रसीद
काउंटर में बैठे अकाउंटेंट ने रवि से 50 हजार रुपए लिए। उसने कहा कि आपके दिए पैसे की जानकारी उनके सिस्टम में है, लेकिन वो कोई भी रसीद नहीं दे पाएंगे। ऐसा क्यों किया जा रहा है इसकी जानकारी लोकेश सर ही दे पाएंगे।
स्वास्थ्य विभाग के नोडल ने लिया कार्रवाई के लिए पत्र
वहीं, मामले की शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी डॉ. अनिल शुक्ला ने मामले की जांच शुरू कर दी। उन्होंने हाईटेक हॉस्पिटल से मामले में जवाब मांगा। हालांकि प्रबंधन ने इस पूरे आरोप को गलत बताया है।
वीडियो दिखने के बाद डॉ. अनिल शुक्ला ने कार्रवाई के लिए संचालक स्वास्थ्य सेवाएं सह मुख्य कार्यपालन अधिकारी राज्य नोडल एजेंसी छत्तीसगढ़ नवा रायपुर को शुक्रवार को पत्र लिखा है।
हाईटेक अस्पताल प्रबंधन ने सीएमएचओ को दिया जवाब।
अस्पताल डायरेक्ट ने आरोप को बताया गलत
इस मामले में अस्पताल के डायरेक्टर मनोज अग्रवाल का कहना है कि मरीज से कोई पैसा नहीं लिया गया है। अस्पताल के कर्मचारी के साथ मिलकर साजिश के तहत शिकायत करवाई गई है। हमने उस कर्मचारी को अस्पताल से निकाल दिया है।