भू-माफिया ने जमीन हड़पने महिला को बताया मृत: अतिरिक्त तहसीलदार ने जिंदा महिला की दस्तावेजों को नकारा, दूसरे के नाम जारी कर दिया बी-वन खसरा…

Last Updated on 9 months by City Hot News | Published: February 20, 2024

बिलासपुर//बिलासपुर में अतिरिक्त तहसीलदार शशि भूषण सोनी पर भू-माफिया के झूठे और कूटरचित दस्तावेजों पर जीवित महिला को मृत मानकर उसकी जमीन को दूसरे व्यक्ति के नाम करने का आरोप लगा है। उन्होंने महिला के आवेदन को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि वाद भूमि के वास्तविक भूमि स्वामी के हक संबंध दस्तावेज और साक्ष्य उपलब्ध नहीं है।

अब पीड़ित महिला ने कलेक्टर और एसडीएम से शिकायत कर दोषी अफसर और कूटरचित दस्तावेज प्रस्तुत करने वाले भू-माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

सरकारी तफ्तर का चक्कर काट रही बुजुर्ग महिला

दरअसल, बिरकोना की रहने वाली 70 वर्षीय मंगतीन बाई के नाम पर खसरा नंबर 470 की जमीन है। जिसके राजस्व रिकार्ड में भूलवश उसके पति का नाम छूट गया है। राजस्व रिकार्ड दुरुस्त कराने के लिए महिला 10 माह से तहसीलदार कार्यालय का चक्कर काटती रही। लेकिन, उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई।

दूसरे व्यक्ति ने जताया जमीन पर मालिकाना हक

इसी दौरान अचानक रामायणलाल सूर्यवंशी ने यह कहते हुए आपत्ति दर्ज कराई कि मंगतीन बाई का वह रिश्तेदार है, जिसकी मौत हो चुकी है। उसने किसी दूसरी मंगतीन बाई का मृत्यु प्रमाण पत्र के साथ एग्रीमेंट भी प्रस्तुत किया। जिसमें बताया गया है कि मंगतीन बाई की कोई संतान नहीं है। इसलिए उसने अपनी जमीन को अपने रिश्तेदार रामायण लाल सूर्यवंशी के हक में दी है।

अतिरिक्त तहसीलदार ने महिला का नाम काटकर दूसरे के नाम पर जारी कर दिया बी-वन खसरा।

अतिरिक्त तहसीलदार ने महिला का नाम काटकर दूसरे के नाम पर जारी कर दिया बी-वन खसरा।

अफसरों ने सही मान लिया दस्तावेज

वहीं, पटवारी और राजस्व अधिकारियों ने कूटरचित इन दस्तावेजों को सही मान लिया। 4 दिसंबर 2023 को राजस्व रिकार्ड से मंगतीन बाई का नाम काटकर रामायणलाल सूर्यवंशी के नाम पर चढ़ा दिया गया। उसके नाम पर बी-वन खसरा भी जारी कर दिया।

दो माह के भीतर बदल दिया आदेश, मंगतीन बाई का जोड़ दिया नाम

अब महज दो माह के भीतर अतिरिक्त तहसीलदार शशि भूषण सोनी ने 4 दिसंबर 2023 को जारी आदेश को 23 जनवरी 2024 को यथावत करते हुए दोबारा मंगतीन बाई के नाम पर बी-वन खसरा जारी करते हुए राजस्व रिकार्ड दुरुस्त कर दिया। अब महिला ने इस मामले के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

दो माह के भीतर ही अतिरिक्त तहसीलदार ने दोबारा महिला का नाम जोड़ दिया।

दो माह के भीतर ही अतिरिक्त तहसीलदार ने दोबारा महिला का नाम जोड़ दिया।

राजस्व रिकार्ड में हेराफेरी और कूटरचना

पीड़ित महिला का आरोप है कि बिलासपुर में राजस्व रिकार्ड दुरुस्त करने के नाम पर विभाग के अधिकारी और कर्मचारी के साथ मिलीभगत कर कूटरचना की जा रही है। यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी इस तरह की कूटरचना कर फर्जी दस्तावेज तैयार किए जा चुके हैं, जिसकी जांच चल रही है।

राजस्व विभाग में भू-माफिया का एक बड़ा गिरोह काम कर रहा है, जो इस तरह फर्जी व कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जमीन हड़पने का खेल कर रहे हैं। राजस्व अफसरों से सांठगाठ कर हेराफेरी करने से नहीं चूकते। महिला की शिकायत के बाद राजस्व विभाग के अफसर गंभीरता से जांच करे तो जमीन से जुड़े कई बड़े कारनामे उजागर हो सकते हैं।