सब्जी कारोबारी को मां और भाइयों ने पीट-पीटकर मार डाला: बोरी में लाश भरकर कार से बिलासपुर पहुंचे, पहचान छिपाने के लिए लगाई आग…

बिलासपुर/// छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक सब्जी कारोबारी की उसकी ही मां और भाइयों ने हत्या कर दी। इसके बाद पहचान छिपाने के लिए शव को जलाने का प्रयास किया और बोरी में भरकर जंगल के पास फेंक दिया। पुलिस ने नाबालिग भाइयों सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के मुताबिक, सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के फदहाखार के जंगल के पास से रविवार शाम करीब 4 बजे अधजला शव मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव की पहचान बिर्रा रोड, चांपा निवासी सब्जी कारोबारी रवि साहू (26) के रूप में कराई। उसके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।

पुलिस गिरफ्त में आरोपी सौतेली मां और गाड़ी का ड्राइवर।
बोरी पर लिखे नंबर से हुई शव की शिनाख्त
पुलिस ने बताया कि, जिस बोरे में शव बांधा गया था, उसके पास ही दूसरा बोरा भी पड़ा था। उस पर चांपा टू बिलासपुर और एक मोबाइल नंबर लिखा हुआ था। इसके आधार पर पुलिस चांपा के एक व्यापारी तक पहुंची और उससे पूछताछ में पता चला कि शव उसके पड़ोसी का है।
31 जनवरी को हुए झगड़े के बाद से लापता
पुलिस जांच में पता चला कि, रवि साहू का उसकी सौतेली मां हेमलता साहू और भाइयों से अक्सर विवाद होता था। 31 जनवरी की सुबह गुस्से में रवि ने घर में आग लगा दी। इससे काफी सामान जल गया। इसके बाद दोपहर करीब 2.30 बजे फिर विवाद हुआ। इसके बाद से वह लापता है।
हत्या के बाद शव ठिकाने लगाने किराये पर गाड़ी मंगवाई
पुलिस ने इसके बाद सौतेली मां और दोनों नाबालिग भाइयों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि दोपहर करीब 3 बजे उन्होंने लोहे के पाइप से पीट-पीटकर रवि की हत्या कर दी। इसके बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए किराये की गाड़ी मंगवाई।

पहचान छिपाने के लिए शव को जलाकर जंगल में फेंका।
पहचान छिपाने के लिए पेट्रोल डालकर जलाया शव
गाड़ी के ड्राइवर कोसमंदा, चांपा निवासी सुनील यादव के साथ मिलकर रवि के शव को गाड़ी में लोड किया। इसके बाद रात को फदहाखार के जंगल में ले गए और पेट्रोल डालकर आग लगा दी। आरोपियों ने बताया कि घरेलू कारणों के चलते अक्सर विवाद होता था। इसलिए हत्या कर दी।
अपराधियों का अड्डा फदहाखार जंगल
सिरगिट्टी से लगे फदहाखार जंगल शुरू से ही आपराधिक गतिविधियों का केंद्र रहा है। इससे पहले भी यहां एक सिक्योरिटी गार्ड की हत्या कर शव को फेंक दिया गया था। एक अन्य हत्याकांड के मामले में फरार चल रहे आरोपी पुलिस से बचने के लिए फदहाखार के जंगल में छिपे थे।