वॉट्सऐप ने 3 नए सिक्यॉरिटी फीचर रोल आउट किए:यूजर्स अपने अकाउंट और चैट को सेफ रख सकेंगे, मैलवेयर से होने वाली धोखाधड़ी भी रुकेगी…

इंस्टेंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप ने नए सिक्योरिटी फीचर्स रोल आउट किए हैं। व्हाट्सएप का दावा है कि ये नए फीचर यूजर को पहले से ज्यादा सिक्योरिटी और प्राइवेसी देंगे।
इन फीचर्स में अलर्ट, वायरस आदि के लिए बैक एंड चेक और ऑटोमेटेड सिक्योरिटी कोड वेरिफिकेशन आदि शामिल हैं। इससे यूजर्स को वायरस के जरिए होने वाली धोखाधड़ी से सुरक्षा हासिल होगी।

एप की प्राइवेसी और सिक्योरिटी के लिए है। तीनों फीचर्स को पाने के लिए आप अपने व्हाट्सएप एप को अपडेट कर सकते हैं। व्हाट्सएप ने अपने ब्लॉग पोस्ट में लिखा कि, ‘इन फीचर से आपके अकाउंट को और सुरक्षा मिलेगी। व्हाट्सएप पर, हम मानते हैं कि आपके मैसेज व्यक्तिगत बातचीत की तरह प्राइवेट और सिक्योर होने चाहिए।’
व्हाट्सएप ने आगे लिखा कि, ‘डिफॉल्ट एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के साथ आपके व्यक्तिगत मैसेजेस को प्रोटेक्ट करना उस सिक्योरिटी का आधार है। हम आपके प्राइवेसी की एक्स्ट्रा लेयर्स और आपके मैसेजेस पर अधिक नियंत्रण देने के लिए नई सुविधाओं का निर्माण बंद नहीं करेंगे।’
व्हाट्सएप ने आगे लिखा कि, ‘इसमें से बहुत सारे काम परदे के पीछे होते हैं और आपको कुछ भी नहीं करना पड़ता है। आज, हम आपको कुछ अतिरिक्त सुरक्षा सुविधाओं के बारे में बताने के लिए उत्साहित हैं, जिन्हें हम आने वाले महीनों में जोड़ेंगे।’
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तीनों फीचर क्या मिलेगा
- अकाउंट प्रोटेक्ट : नए फीचर के तहत अगर यूजर अपने व्हाट्सएप अकाउंट को नए डिवाइस पर स्विच करते हैं तो सिस्टम आपके पुराने डिवाइस पर इसकी वैरिफिकेशन मांगेगा जिससे ये पता चलेगा कि ये आप ही हैं जो नए डिवाइस पर अपना अकाउंट चेक कर रहे हैं। इसका फायदा ये है कि इससे आपको उस समय अलर्ट मिलेगा जब कोई और आपके अकाउंट को खोलने की कोशिश करेगा।
- डिवाइस वेरीफिकेशन : व्हाट्सएप ने मोबाइस डिवाइस मैलवेयर से यूजर के अकाउंट को बचाने के लिए डिवाइस वेरीफिकेशन फीचर शुरू किया है। ये फीचर यूजर को बिना उसकी अनुमति के दूसरों को मैसेज भेजने से रोकेगा। जिससे मैलवेयर के जरिए कोई यूजर के अकाउंट का गलत इस्तेमाल नहीं कर पाएगा।
- ऑटोमैटिक सिक्योरिटी कोड : ये फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को बनाए रखने के लिए दिया गया है। जिसमें यूजर खुद ही सिक्योर कनेक्शन को वेरिफाई कर सकेंगे।