छत्तीसगढ़ में बदला मौसम का मिजाज: कोरबा में हो रही रुक-रुककर बारिश, शहर में बढ़ी कड़ाके की ठंड, लोगों को लेना पड़ रहा अलाव…

Last Updated on 10 months by City Hot News | Published: January 20, 2024

कोरबा// कोरबा जिले में पिछले दो दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। 2 दिन पहले रुक-रुक कर रिमझिम बारिश के बाद काली घटा छाई हुई है। शनिवार की सुबह से रुक-रुक कर रिमझिम बारिश होने लगी, जो दिन भर सिलसिला जारी रहा। सुबह दफ्तर और स्कूल जाते समय लोगों को हल्की बारिश का सामना करना पड़ा।

वहीं दोपहर के वक्त भी शहर के इलाकों में बारिश होने लगी, जिसके चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। सुबह से ही शहर के चौक-चौराहों पर लोग अलाव का सहारा ले रहे थे। इसके अलावा कई लोग चार दुकानों पर भी लोगों की भीड़ नजर आई। मौसम का मिजाज बदलने के कारण ठंड भी काफी तेज थी। लोग गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे थे।

बारिश के चलते गर्म कपड़ों के साथ घर से बाहर निकल रहे लोग।

बारिश के चलते गर्म कपड़ों के साथ घर से बाहर निकल रहे लोग।

बारिश से लोगों को हो रहा नुकसान

पोड़ी बहार निवासी महेंद्र पटेल ने बताया कि वह फील्ड में नेट केबलिंग का काम करते हैं। मौसम परिवर्तन के कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सुबह से ही हो रही रुक-रुक के बारिश के कारण काम काफी प्रभावित रहा, जिसके चलते उन्हें काफी नुकसान का सामना करना भी पड़ा।

छाता लेकर स्कूल गए छात्र।

छाता लेकर स्कूल गए छात्र।

बारिश के कारण ट्रेन छूट गई

वहीं बुधवारी निवासी सुमित दास महंत ने बताया कि ऑफिस के काम से उन्हें सुबह ट्रेन पकड़नी थी। झमाझम हुई बारिश के कारण वह स्टेशन नहीं पहुंच पाए और ट्रेन छूट गई। शहर के मुख्य चौक एसईसीएल मुड़ापार, सुभाष चौक, बुधवारी बाजार चौक के आसपास निहारिका घंटाघर लोग अलाव का सहारा ले रहे थे। इसके अलावा स्कूल कॉलेज ऑफिस जाने वाले ऐसे कई लोग हैं जिन्हें मौसम के मिजाज का सामना करना पड़ा।

दो दिन और बारिश की संभावना

लगातार रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण शहर के सड़के भी सुन नजर आए वही बाजार है पर लोग भी कम नजर आए। वहीं लोग अधिकांश समय घर पर ही समय बताते नजर आए। मौसम विभाग की माने तो आने वाले पिछले दो दिनों तक और मौसम का मिजाज बदला रहेगा।

मौसम में लोगों को सावधान रहने की जरूरत

वहीं जिला मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर आदित्य सिसोदिया ने बताया कि ऐसे मौसम में लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। बारिश में न भीगे वही गर्म कपड़ों का सहारा लें। तबीयत खराब होने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें।