जमीन कुर्क करने पहुंचे बैंक अधिकारी: बस्तीवासियों ने शुरू कर दिया विरोध, कार्रवाई से पहले चिह्नांकन नहीं करने से विवाद; काफी समझाने के बाद माने…

Last Updated on 11 months by City Hot News | Published: January 10, 2024

कोरबा// कोरबा-मुड़ापार बाईपास मार्ग पर उस समय हंगामा शुरू हो गया, जब बैंक के अफसर पुलिस और कुछ अन्य अधिकारियों के साथ जमीन कुर्क करने जा पहुंचे। उन्हें सड़क किनारे जमीन पर बोर्ड लगाता देखकर बस्तीवासियों ने उनका विरोध शुरू कर दिया।

अधिकारियों ने किसी तरह से उन्हें नियम-कायदों की जानकारी देते हुए समझाया। साथ ही कोर्ट के निर्देशों के पालन की औपचारिकता भी पूरी की गई।

बस्तीवासियों ने जमीन कुर्क करने का विरोध शुरू कर दिया।

बस्तीवासियों ने जमीन कुर्क करने का विरोध शुरू कर दिया।

9 लाख का लिया गया था लोन

बताया जा रहा है कि शहर के मुड़ापार क्षेत्र में पुरानी बस्ती निवासी एक परिवार का खसरा नंबर 321/1 रकबा 39676 वर्गफीट जमीन स्थित है। इस जमीन के एवज में परिवार ने यूको बैंक के कोरबा शाखा से वर्ष 2008 में 9 लाख रुपए ऋण लिया था।

बैंक प्रबंधन ने कर्ज वसूलने कोर्ट में दायर किया मामला

बैंक के नियमानुसार ऋण को किश्तों में अदा किया जाना था। इसके विपरीत कर्जदार ने किश्त अदा करने में रुचि नहीं ली। जिससे साल दर साल रकम बढ़ती गई। अपनी रकम वसूलने बैंक प्रबंधन ने कोर्ट में मामला दायर कर दिया।

बैंक अधिकारियों को देखकर बस्तीवासी मौके पर जुटने लगे।

बैंक अधिकारियों को देखकर बस्तीवासी मौके पर जुटने लगे।

वसूली अधिकारी की नियुक्ति

मामले की सुनवाई के बाद कोर्ट से कुर्की आदेश जारी कर दिया गया। प्रक्रिया पूरी करने वसूली अधिकारी की नियुक्ति की गई है। वे मंगलवार को बैंक अफसरों के साथ तहसील कार्यालय पहुंचे। उन्होंने तहसीलदार को पूरे मामले की जानकारी दी।

तहसीलदार ने पटवारी को किया निर्देशित

तहसीलदार ने अग्रिम कार्रवाई के लिए पटवारी को निर्देशित किया। वहीं मानिकपुर पुलिस चौकी से बल भी उपलब्ध कराया गया। वसूली अधिकारी बैंक अफसरों के साथ मौके पर पहुंचे। संबंधित जमीन को कुर्क करने बोर्ड को रखा देखकर आसपास के लोग इकट्ठा होने लगे। उन्होंने इस जमीन पर सालों से रहने की बात कहते हुए लोन लेने वाले को सामने लाने की मांग शुरू कर दी।

राजस्व अमले ने संबंधित जमीन को नक्शे में देख चिह्नांकित किया।

राजस्व अमले ने संबंधित जमीन को नक्शे में देख चिह्नांकित किया।

बस्तीवासियों ने जताया विरोध

उनका कहना था कि जब जमीन एसईसीएल द्वारा लीज में ली गई थी, तो भला इस जमीन का मालिकाना हक कैसे मिल सकता है। बस्तीवासियों को आक्रोशित देख पुलिस अफसरों ने कमान संभाली। उन्होंने बस्तीवासियों को नियम-कायदों से अवगत कराया। इस बीच राजस्व अमले ने संबंधित जमीन को नक्शे में देख चिह्नांकित किया। वहीं कोर्ट के आदेश का पालन करने की औपचारिकता पूरी की गई।