छत्तीसगढ़ में 22 जनवरी को छुट्टी की मांग:मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने CM साय को लिखी चिट्‌ठी; कहा- स्कूल-कॉलेज भी रहे बंद

Last Updated on 11 months by City Hot News | Published: January 10, 2024

रायपुर// धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने 22 जनवरी को छत्तीसगढ़ में सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की है। उन्होंने सीएम विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर स्कूल-कॉलेजों को भी बंद रखने की अपील की है। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को देशभर के साथ प्रदेश में भी दिवाली की तरह मनाने की तैयारी चल रही है।

मुख्यमंत्री को भेजे मांग पत्र में बृजमोहन की ओर से लिखा गया है- मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम छत्तीसगढ़ के भांजे हैं। 22 जनवरी को उनकी जन्मस्थली अयोध्या में निर्मित श्रीराम मंदिर का लोकार्पण एवं प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजित हो रहा है जिसे लेकर दुनिया भर के सनातनी हिंदू धर्मावलंबी हर्षित हैं। इस दिन पूरी दुनिया रामोत्सव मनाएगी।

बृजमोहन ने छुट्‌टी को जरूरी बताया है।

बृजमोहन ने छुट्‌टी को जरूरी बताया है।

चिट्ठी में बृजमोहन अग्रवाल ने आगे मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि- इस हर्षोल्लास के अवसर पर छत्तीसगढ़ में भी स्कूल कॉलेज सहित सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाना चाहिए ताकि छत्तीसगढ़ का जन जन रामोत्सव धूम धाम से मना सकें। अब माना जा रहा है कि जल्द ही प्रदेश सरकार इस दिशा में कोई आदेश जारी कर सकती है।

दैनिक भास्कर से बोले बृजमोहन

22 जनवरी को स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से क्या होगा ? दैनिक भास्कर के इस सवाल के जवाब में मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा- बच्चे और युवाओं को छुट्‌टी मिले, वो लाइव अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा देखें ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए। इस दिशा में काम कर रहे हैं।

सार्वजनिक छुट्‌टी की मांग PM मोदी से भी

छत्तीसगढ़ सर्व गुजराती समाज के अध्यक्ष गांधी प्रदेश ने गुजराती समाज की ओर से PM मोदी से 22 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग की है। समाज की ओर से प्रधानमंत्री को हाल ही में एक पत्र भी भेजा गया है।

गुजराती समाज का पत्र।

गुजराती समाज का पत्र।

कर्मचारियों ने भी भेजा CM को पत्र

छत्तीसगढ़ के मंत्रालय कर्मचारी संघ ने 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश की मांग की है। संघ ने सीएम विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की है। कर्मचारी संघ ने अपने पत्र में लिखा है कि राममंदिर निर्माण की 500 से अधिक वर्षों की प्रतिक्षा पूरी हो रही है, ऐसे में सब कर्मचारी दुर्लभ पल का साक्षी बनना चाहते हैं।

कर्मचारियों की मांग।

कर्मचारियों की मांग।