कोरिया : योजना तभी सफल, जब जरूरतमंद को मिले लाभ- श्री अनुपम मिश्र
Last Updated on 11 months by City Hot News | Published: January 6, 2024
- उजाला समूह ने सुनाया ‘बेटी हूं उजाला लाऊंगी’
कोरिया ,(CITY HOT NEWS)//
विकसित भारत संकल्प यात्रा महज एक यात्रा ही नहीं बल्कि जिले के ग्रामीण इसे एक पर्व की तरह मना रहे हैं। भारत सरकार की योजनाओं को नजदीक से देख रहे हैं, समझ रहे हैं और उसका लाभ भी ले रहे हैं। इसी कड़ी में बैकुण्ठपुर विकासखण्ड के ग्राम आमी में आयोजित कार्यक्रम भारत सरकार के उपभोक्ता संरक्षण मामले में संयुक्त सचिव एवं विकसित भारत संकल्प यात्रा कोरिया जिले के नोडल अधिकारी श्री अनुपम मिश्रा का स्वागत करीब 70 वर्षीय महिला ने पारंपरिक सुवागीत ‘चल झूला झूल..गोंदा के फूल’ गीत गाकर शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया।
बता दें नोडल अधिकारी श्री अनुपम मिश्रा विगत चार जनवरी से कोरिया जिले के सोनहत एवं बैकुण्ठपुर विकासखण्डों के ग्राम पंचायतों में संचालित विकसित भारत संकल्प यात्रा का निरीक्षण, अवलोकन तथा पात्र हितग्राहियों से चर्चा कर रहे हैं। ग्राम पंचायत आमी में आयोजित इस कार्यक्रम में श्री मिश्रा ने भारत सरकार के लगे महत्वपूर्ण योजनाओं के स्टॉल का निरीक्षण किया तो मौके पर हितग्राहियों से चर्चा कर योजनाओं के बारे में जानकारी भी ली।
श्री मिश्रा ने प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री ग्राम आवास योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा, प्रधानमंत्री पेंशन योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, केसीसी कार्ड, मृदा परीक्षण, प्रधानमंत्री पोषण आहार योजना, सिकल सेल परीक्षण, श्रमिक पंजीयन कार्ड, प्रधानमंत्री जन-धन खाता जैसे योजनाओं के स्टॉल का निरीक्षण करते हुए श्री मिश्रा ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि कितनी संख्या में हितग्राहियों को लाभ हुआ, कितनी संख्या में नए पंजीकृत हुए। इस संबंध में समीक्षा बैठक में तैयारी के साथ उपस्थित होकर जानकारी देने कहा गया।
बीसी सखी से आर्थिक स्थिति मजबूत- श्री मिश्रा को बैंकिंक कॉरेस्पांडेंट (बीसी) सखी से जुड़ी श्रीमती कांति प्रजापति ने ने बताया कि उन्हें अब 15 से 20 हजार रूपए तक पारिश्रमिक मिलने से घर की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई है। बता दें बीसी सखी का मुख्य कार्य ग्रामीणों तक बैंकिंक सेवाओं को पहुंचाना है, इससे हर तरह के आर्थिक लेनदेन, बैंक खातों में जमा व निकासी, नए खाते खोलने की सुविधा पहुंचाना है। सहायता समूह की महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें बहुत आगे बढ़ने तथा ज्यादा से ज्यादा बचत के महत्व तथा बैंक खोलवाने के बारे जानकारी देने कहा गया।
धुआं से छुटकारा और आंखों से आंसू दूर- मेरी कहानी, मेरी जुबानी के तहत श्रीमती काजल देवांगन, सुमती चक्रधारी, रजवंती बाई ने प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत गैस सिलेण्डर मिलने पर मोदी सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि अब धुआं से छुटकारा मिलेगी और आंखों आंसू बंद होगा। आनी निवासी किसान श्री प्रदीप शुक्ला ने किसान सम्मान निधि से हुए लाभ के बारे में बताया।
कच्चा मकान से मिला छुटकारा, आयुष्मान कार्ड बनी संजीवनी- ग्राम आनी के ही श्रीमती रमनिया सिंह ने प्रधानमंत्री आवास (ग्रामीण) प्राप्त होने पर प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया, उन्होंने बताया कि कच्चा मकान से छुटकारा मिला अब पक्का मकान मिलने से पानी टपकने की तकलीफ भी दूर हुआ। आयुष्मान कार्ड के माध्यम से पथरी बीमारी के इलाज होने पर मोदी सरकार को धन्यवाद देते हुए श्रीमती बेला बाई ने बताया कि गरीब परिवार के लिए यह आयुष्मान कार्ड संजीवनी की तरह है। घर में इलाज के लिए पैसे नहीं था, ऐसे में आयुष्मान कार्ड से पूरा इलाज हुआ। उन्होंने सभी ग्रामवासियों से आयुष्मान कार्ड बनाने की अपील भी की।
‘बेटी हूंःउजाला लाऊंगी’- उजाला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ को बढ़ावा देते हुए बहुत ही समुधर गीत ‘बेटी हूं, लिखूंगी, पढ़ूंगी, मेहनत करूंगी, उजाला लाऊंगी’ सुनाया। इस पर नोडल अधिकारी श्री मिश्रा ने प्रेरक गीत के लिए बधाई दी।
श्री मिश्रा ने इस अवसर पर कहा कि योजनाओं का लाभ जिनकों मिले हैं, उन्हें बहुत बधाई लेकिन उनकी जिम्मेदारी यह भी है कि वे अपने परिचितों तथा आसपड़ोस को भी इन योजनाओं से जुड़ने, उनसे मिलने वाले लाभ के बारे में बताएं ताकि हर ग्रामीण सशक्त हो और सरकार की मंशा पूरा हो। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि योजना तभी सफल होता है, जब हितग्राहियों को लाभ मिले इसलिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को इन योजनाओं के बारे में जानकारी दें ताकि दूरस्थ अंचल में रहने वाले लोगों को भी इसका फायदा मिल सके।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती वंदना राजवाड़े, जनपद पंचायत बैंकुण्ठपुर के अध्यक्ष श्रीमती सौभाग्यवती सिंह, जनपद सीईओ श्री राधेश्याम मिर्झा सहित ग्राम आनी के सरपंच, जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी-कर्मचारी व ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद थे।