छत्तीसगढ़ में युवा अफसरों को जिलों की कमान: नई सरकार में बदला सिस्टम, सीनियर IAS बड़ी जिम्मेदारी से हटाए गए; फिर आएगी ट्रांसफर लिस्ट…

Last Updated on 11 months by City Hot News | Published: January 4, 2024

रायपुर// छत्तीसगढ़ में बुधवार देर रात एक साथ 88 IAS अफसरों के तबादले किए गए हैं। इनमें 19 जिलों के कलेक्टर भी शामिल हैं। कई महत्वपूर्ण माने जाने वाले विभागों से सीनियर अफसरों को हटाया गया है। वहीं अभी तक लूप लाइन में पड़े अफसरों को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।

कांग्रेस सरकार में जिन अफसरों के पास महत्वपूर्ण विभाग थे, उन्हें हटाकर अलग-अलग अफसरों को दिया गया है। जाहिर है नई सरकार नहीं चाहती कि एक ही अफसर के पास अधिक विभाग हों। इसके साथ ही नई सरकार ने बता दिया है कि प्रदेश में अब नया सिस्टम चलेगा।

आदेश में 88 भारतीय प्रशासनिक सेवा(IAS) के अफसरों की जिम्मेदारी में बदलाव किया गया है।

आदेश में 88 भारतीय प्रशासनिक सेवा(IAS) के अफसरों की जिम्मेदारी में बदलाव किया गया है।

ज्यादातर जिलों की युवा कंधों पर जिम्मेदारी

जिन जिलों में कलेक्टर बदले गए हैं, वहां नए बैच के अफसरों को जिम्मेदारी दी गई है। नगर निगम या जिला पंचायत, या जिला प्रशासन की अहम जिम्मेदारी से भी यंग ऑफिसर्स को जोड़ा गया है। सूत्रों के मुताबिक, नई सरकार नए अधिकारियों की एनर्जी का इस्तेमाल विकास कार्यों में करेगी।

आने वाली है एक और लिस्ट
कहा जा रहा है कि, जल्द ही एक और ट्रांसफर लिस्ट जारी होगी। इसमें भी विभागों के सचिव स्तर के अफसरों के अलावा 4-5 साल से एक ही जिले में कलेक्टर या SP बने हुए अधिकारियों को हटाया जा सकता है। सामान्य प्रशासन विभाग ये आदेश जल्द ही जारी करेगा।

सुब्रत साहू अब धार्मिक न्यास विभाग के अपर मुख्य सचिव होंगे।

सुब्रत साहू अब धार्मिक न्यास विभाग के अपर मुख्य सचिव होंगे।

भूपेश सरकार के प्रमुख अफसरों में थे सुब्रत साहू

  • सुब्रत साहू भूपेश बघेल सरकार में मुख्यमंत्री सचिवालय के प्रमुख अफसर में शुमार रहे। उनके पास पंचायत ग्रामीण विकास विभाग, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी वाणिज्य एवं उद्योग, रेल परियोजनाएं, लोक निर्माण विभाग, छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल जैसे विभाग थे।
  • अब उन्हें धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है। ठाकुर प्यारेलाल राज्य पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। इनके पास मौजूद विभागों को अलग-अलग अधिकारियों को बांटा गया है।

CM वाले विभाग में कमलप्रीत सिंह

  • डॉ. कमलप्रीत सिंह पहले कृषि एवं किसान कल्याण और जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव थे। साथ ही था कृषि उत्पादन आयुक्त, सचिव कृषि उद्यानिकी, मत्स्य पालन, दुग्ध, सामान्य प्रशासन और गन्ना आयुक्त का भी अतिरक्ति प्रभार था।
  • अब इन्हें PWD का सचिव बनाया गया है। साथ ही सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। यह विभाग इस बार मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के पास है।

सिद्धार्थ कोमल परदेशी

  • सिद्धार्थ कोमल परदेशी उच्च शिक्षा विभाग के सचिव थे। इनके पास विमान विभाग का, जनसंपर्क विभाग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव का अतिरिक्त प्रभार था। अब इन्हें स्कूल शिक्षा विभाग का सचिव बनाया गया है।
  • परदेशी की जगह पर 2006 बैच के आईएएस पी दयानंद को छत्तीसगढ़ के ऊर्जा विभाग खनिज संसाधन विभाग, जनसंपर्क विभाग, स्टेट पावर कंपनी,उद्योग रेल परियोजना विभाग विमानन विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।
  • पी दयानंद वही अफसर हैं जिन्हें मुख्यमंत्री का सचिव बनाए जाने का पहला आदेश सरकार बनते ही जारी हुआ था। पहले से ही चर्चा थी कि पी दयानंद के पास सरकार में प्रभावशाली विभाग होंगे और हुआ भी ऐसा ही।

प्रमुख विभागों से हटाए गए अधिकारी

  • अंकित आनंद पिछली सरकार में वित्त विभाग, ऊर्जा विभाग, पेंशन निराकरण समिति, स्टेट पावर कंपनी के सचिव रहे। अब इन्हें योजना एवं आर्थिक सांख्यिकी विभाग का सचिव बनाया गया है।
  • आर प्रसन्ना पिछली सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं के आयुक्त थे, अब सहकारिता विभाग का सचिव बनाया गया है।
  • पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इर्द-गिर्द दिखने वाले अधिकारियों में IAS भारतीदासन भी थे। अब कौशल विकास तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग का सचिव बनाया गया है।
  • गृह विभाग के सचिव बसवा को खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम उपभोक्ता संरक्षण का सचिव और चिकित्सा शिक्षा विभाग का सचिव बनाया गया है।
  • कांकेर की कलेक्टर डॉक्टर प्रियंका शुक्ला की कलेक्टरी गई, अब तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार प्रशिक्षण का संचालक बना दिया गया है।
  • तंबोली अयाज फकीर भाई जो कृषि विभाग के की विशेष सचिव थे। नरवा गरुवा घुरुवा बड़ी छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना प्रभारी थे, अब इन्हें गृह निर्माण मंडल का आयुक्त बना दिया गया है।
  • कोरबा जिले के कलेक्टर रहे सौरभ कुमार को मुख्य कार्यपालन अधिकारी नया रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण की जिम्मेदारी दी गई है।
सिंह अब रायपुर के कलेक्टर बनाए गए हैं वो पहले रायपुर जिला पंचायत विभाग में मुख्य कार्यपालन अधिकारी रह चुके हैं थे।

सिंह अब रायपुर के कलेक्टर बनाए गए हैं वो पहले रायपुर जिला पंचायत विभाग में मुख्य कार्यपालन अधिकारी रह चुके हैं थे।

नए अफसरों को बनाया गया कलेक्टर
सरकार में नए बैच के अधिकारियों को जिलों का जिम्मा दिया गया है। IAS बने जिन्हें 6 साल हुए हैं, उन्हें कलेक्टर की जिम्मेदारी दी गई है। 2009 से 2018 बैच के अफसरों को जिलों में भेजा गया है।

जैसे 2013 बैच के आईएएस अधिकारी गौरव कुमार सिंह को रायपुर जिले का कलेक्टर बनाया गया है। 2013 बैच के अजीत वसंत कोरबा, 2012 बैच के संजय अग्रवाल राजनांदगांव, 2013 बैच की नम्रता गांधी को धमतरी का कलेक्टर बनाया गया है।

2013 बैच के इंद्रजीत सिंह चंद्रावल बालोद, 2014 बैच की ऋचा प्रकाश चौधरी दुर्ग, 2011 बैच के भास्कर विलास संदीपन सरगुजा, 2012 बैच के अभिजीत सिंह कांकेर जिले के कलेक्टर बनाए गए हैं।

2012 बैच के ही रणवीर शर्मा को बेमेतरा, 2009 बैच के अनुराग पांडे बीजापुर, 2015 बैच के राहुल वेंकट महेंद्रगढ़ चिरमिरी, 2017 बैच के आकाश छिकारा जांजगीर जिले के कलेक्टर बनाए गए हैं।

2017 बैच के ही रोहित व्यास को सूरजपुर, इसी बैच के मयंक चतुर्वेदी को दंतेवाड़ा का कलेक्टर बनाया गया है। कुणाल दुदावत कोंडागांव, चंद्रकांत वर्मा खैरागढ़ छुई खदान का कलेक्टर बनाया है।

2018 बैच के देवेश कुमार ध्रुव भिलाई नगर निगम के आयुक्त बनाए गए हैं, 2018 बैच के अविनाश मिश्रा रायपुर नगर निगम के आयुक्त बनाए गए हैं। 2019 बैच के विश्वदीप जिला पंचायत रायपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी बनाए गए हैं।

मयंक श्रीवास्तव 2006 बैच के IPS हैं।

मयंक श्रीवास्तव 2006 बैच के IPS हैं।

IPS को जनसंपर्क विभाग
पिछली सरकार की तरह इस सरकार ने भी जनसंपर्क विभाग की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी एक IPS अधिकारी को दी है। मयंक श्रीवास्तव छत्तीसगढ़ के जनसंपर्क विभाग के आयुक्त सह संचालक बनाए गए हैं। पिछली सरकार में IPS दीपांशु काबरा भी जनसंपर्क विभाग में अधिकारी रहे हैं।

इन अफसरों को कोई जिम्मा नहीं
2009 बैच के आईएएस अधिकारी डोमन सिंह राजनांदगांव जिले के कलेक्टर थे। उन्हें मंत्रालय में विशेष सचिव के पद पर पदस्थ किया गया है । फिलहाल उनके पास कोई विभाग की प्रमुख जिम्मेदारी नहीं है। इसी तरह दंतेवाड़ा के कलेक्टर रहे विनीत नंदनवार को मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर पदस्थ कर दिया गया है।