रायपुर में दिनदहाड़े कारोबारी को मारी गोली: व्यापारी को अस्पताल में कराया गया भर्ती, कट्टा-कारतूस बरामद; कांग्रेस बोली- लौटा आतंक का दौर..
Last Updated on 11 months by City Hot News | Published: December 20, 2023
रायपुर// रायपुर के लाभांडी इलाके में पुरानी शराब भट्टी के पास दिनदहाड़े फायरिंग हुई है। ओडिशा के एक युवक ने नल व्यापारी को गोली मार दी। जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गया है। व्यापारी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामला तेलीबांधा थाना क्षेत्र का है।
पुलिस ने फायरिंग के आरोपी अमन शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है।
एसएसपी प्रशांत अग्रवाल का कहना है कि बुधवार सुबह 11:30 बजे गोली चलने की सूचना मिली। आरोपी अमन शर्मा ओडिशा के सुंदरगढ़ का रहने वाला है। उसने रायपुर निवासी संदीप कुमार (नल व्यापारी) पर गोली चलाई है। गोली हाथ में लगी है। आरोपी के पास से देसी पिस्टल और 2 कारतूस बरामद हुए हैं।
संदीप ने खुद आरोपी को पकड़ा
SSP प्रशांत अग्रवाल का कहना है कि आरोपी अमन शर्मा 3 दिन पहले रायपुर की एक होटल में रुका था। उसने फोन कर पीड़ित को मिलने के लिए बुलाया था। पैसों के लेन-देन को लेकर आरोपी ने संदीप पर गोली चला दी। इसके बाद गोली लगने के बावजूद संदीप ने खुद आरोपी को पकड़ लिया और आसपास के लोगों को आवाज दी। लोगों ने उसे घेरकर पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने आरोपी के पास से पिस्टल जब्त किया है।
आरोपी अमन शर्मा गिरफ्तार
पुलिस ने आरोपी अमन शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को इस मामले में सुपारी किलिंग का भी शक है। इस एंगल पर भी जांच की जा रही है।फिलहाल पूछताछ कर मामले की जांच की जा रही है।
कांग्रेस बोली- भाजपा के जंगलराज की धमक
इस वारदात के बाद कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि ये गोली बारी भाजपा के जंगल राज की धमक है। बेहद ही दुर्भाग्यजनक है कि भाजपा सरकार बने अभी एक हफ्ता नहीं हुए और प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि, प्रदेश में एक बार फिर वहीं आतंक का दौर वापस आ गया है, जो 2018 के पहले था। गोलियां मार कर लोगों को लूटा जाता था, अपराधी पकड़े नहीं जाते थे। एक बार फिर से गोलियां चलाई गई हैं। अपराधी बेखौफ हो कर घूम रहे हैं। यह भाजपा का जंगलराज है।
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि नई सरकार सत्ता प्राप्ति का मौज मना रही है। भाजपा के चुने हुए विधायक, नेता सरकार में अपनी भागीदारी की जुगत लगाने में लगे हुए हैं। आपसी गुटबाजी के कारण मंत्रिमंडल का गठन नहीं हो पा रही है। एक हफ्ते में ही भाजपा की नई सरकार बेचारी और दिग्भ्रमित दिखने लगी है।