छत्तीसगढ़ भाजपा विधायक दल की बैठक अब 2 बजे होगी: पहले 12 बजे का समय था: 50 विधायक रायपुर पार्टी कार्यालय पहुंचे, कल ओम माथुर ने कहा था- नाम चौंकाने वाला होगा…
Last Updated on 12 months by City Hot News | Published: December 10, 2023
छत्तीसगढ़ का अगला मुख्यमंत्री चुनने के लिए रायपुर स्थित बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में विधायक दल की बैठक थोड़ी ही देर में शुरू होने वाली है। बीजेपी की ओर से नियुक्त तीनों पर्यवेक्षक पार्टी दफ्तर में मौजूद हैं। ऑब्जर्वर अर्जुन मुंडा, दुष्यंत कुमार गौतम और सर्वानंद सोनोवाल विधायकों से चर्चा कर सीएम के नाम को लेकर उनकी राय जानेंगे। सीएम को लेकर अर्जन मुंडा ने कहा- जनता कर रही है इंतजार आप भी इंतजार करिए।
आपको बता दें कि सह प्रभारी नितिन नबीन के साथ शनिवार रात को ही बीजेपी प्रदेश प्रभारी ओम माथुर रायपुर पहुंचे। सीएम के नाम के सवाल पर ओम माथुर कह चुके हैं कि नाम चौंकाने वाला हो सकता है।
कुशाभाऊ ठाकरे परिसर पहुंचे सीएम पद के दावेदार विष्णुदेव साय।
विधायक दल की बैठक में पहुंचे धरमलाल कौशिक।
बीजेपी कार्यालय में तीनों पर्यवेक्षकों के साथ अरुण साव और नारायण चंदेल।
रायपुर पहुंचे बीजेपी के तीनों पर्यवेक्षकों का जोरदार स्वागत।
पार्टी कार्यालय पहुंच रहे नवनिर्वाचित विधायक
विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए बीजेपी के नवनिर्वाचित विधायक कुशाभाऊ ठाकरे परिसर पहुंचने लगे हैं। इनमें पहली बार विधायक बने नेता नया सीएम चुनने को लेकर काफी उत्साहित दिख रहे हैं।
बीजेपी कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में जुटे पार्टी कार्यकर्ता।
सुबह 9 बजे पहुंचे तीनों ऑब्जर्वर
इससे पहले बीजेपी की ओर से नियुक्त तीनों पर्यवेक्षक सुबह 9 बजे रायपुर पहुंचे। एयरपोर्ट पर उनका पारंपरिक ढंग से स्वागत किया गया। इसके बाद अर्जुन मुंडा, दुष्यंत कुमार गौतम और सर्वानंद सोनोवाल एयरपोर्ट से सीधे बीजेपी प्रदेश कार्यालय रवाना हुए। यहां पहुंचने पर तीनों का प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव ने स्वागत किया।
रायपुर एयरपोर्ट पर बीजेपी के ऑब्जर्वर अर्जुन मुंडा और सर्वानंद सोनोवाल।
एयरपोर्ट पर पारंपरिक नृत्य से पर्यवेक्षकों का स्वागत।
CM पद की रेस में चल रहे अरुण साव, रेणुका सिंह और विष्णुदेव साय के पोस्टर।
बीजेपी कार्यालय में तीनों पर्यवेक्षकों के साथ अरुण साय और नारायण चंदेल।
विधायक दल की बैठक में शामिल होंगे तीनों ऑब्जर्वर
बीजेपी ने छत्तीसगढ़ के लिए 3 पर्यवेक्षकों अर्जुन मुंडा, सर्वानंद सोनोवाल और पार्टी महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम की नियुक्ति की है। तीनों पर्यवेक्षक बीजेपी विधायक दल की बैठक में विधायकों से चर्चा कर मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाएंगे।
बीजेपी प्रभारी ओम माथुर ने कल क्या कहा
रायपुर पहुंचे ओम माथुर ने कहा कि, निश्चित रूप से हमारे पर्यवेक्षक आ रहे हैं, वे क्या निर्णय लेते हैं हम उसके इंतजार में है। कोई फॉर्मूला तय नहीं है, जो सिस्टम पार्लियामेंट बोर्ड ने लिया होगा, वह वे लेकर आ रहे हैं। लोकसभा में भी संपूर्ण सूपड़ा साफ कांग्रेस का होने वाला है। वहीं जब पूछा गया कि, ओम माथुर को हम राजस्थान में आगे देख रहे हैं क्या तो उन्होंने मजाक में कहा कि, अभी तो आप हमें छत्तीसगढ़ में देख रहे हैं।
ओम माथुर और नितिन नबीन शनिवार रात रायपुर पहुंचे हैं।
नए CM के नाम का हमें भी बेसब्री से इंतजार- भूपेश
दिल्ली से लौटे भूपेश बघेल ने भी कहा कि, नए मुख्यमंत्री के नाम का सभी की तरह हम भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। यह सवाल कौन बनेगा करोड़पति की तरह तीनों राज्यों में हो रहा है। वहीं आदिवासी सीएम की अटकलों को लेकर पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि बीजेपी जाति समुदाय के हिसाब से काम नहीं करती, बल्कि विकास को ध्यान में रखकर करती है। बैठक में पार्टी के पर्यवेक्षक विधायकों से सीएम के नाम को लेकर उनकी राय जानेंगे।
ओम माथुर ने कहा, पर्यवेक्षक ही लेंगे फैसला
विधायक दल की बैठक में रखा जाएगा नाम
मुख्यमंत्री के लिए 3-4 नाम चल रहे हैं, लिहाजा पर्यवेक्षक विधायकों से वन-टू-वन चर्चा भी कर सकते हैं। इसके अलावा हाईकमान से अगर कोई नाम तय किया गया होगा तो पर्यवेक्षक उस नाम को भी विधायक दल में रख सकते हैं। पर्यवेक्षक बताएंगे कि, राष्ट्रीय नेतृत्व ने किसे मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है। बीजेपी विधायकों को बैठक में शामिल होने की सूचना भेज दी गई है। विधायकों से रायशुमारी के बाद मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान किया जाएगा।
शपथ ग्रहण में आ सकते हैं प्रधानमंत्री
भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर बैठक कर रही है। पर्यवेक्षक घोषित होने के बाद विधायकों से चर्चा करेंगे, इसके बाद तीनों राज्यों में शपथ ग्रहण का कार्यक्रम होना है। इस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह समेत संगठन के तमाम बड़े नेता पहुंच सकते हैं।
शपथ ग्रहण समारोह तीनों राज्यों में होना है इसलिए इसकी तारीख को लेकर चर्चा की जा रही है, क्योंकि तीनों ही जगह बड़े नेताओं की मौजूदगी रहेगी। दिसंबर के दूसरे हफ्ते में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जा सकता है।