कोरबा में इंजीनियर की पीट-पीटकर हत्या: प्रिंसिपल मां से बेटे को था अवैध संबंध का शक; बेस-बॉल बैट से मारकर ली जान..

Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: November 22, 2023

कोरबा// कोरबा में एक इंजीनियर की सोमवार रात पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में बीकन इंग्लिश मीडियम स्कूल की प्रिंसिपल के बेटे को गिरफ्तार किया है। इंजीनियर उसकी मां से अक्सर मिलने के लिए आता था। ऐसे में आरोपी को शक था कि इंजीनियर और उसकी मां के अवैध संबंध हैं। मामला दर्रीपारा थाना क्षेत्र का है।

पुलिस ने बताया कि, साडा कॉलोनी निवासी शोभा दास (43) बीकन इंग्लिश मीडियम स्कूल की प्रिंसिपल हैं। उनके घर में कुसमुंडा निवासी टाटा मोटर्स छुरी में इंजीनियर नरेंद्र पाल सिंह उर्फ रोजी (52) का आना-जाना था। शोभा दास के बेटे सुमित दास (23) का इस बात को लेकर कई बार विवाद भी हो चुका था।

शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया।

शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया।

प्रिंसिपल से रात में मिलने पहुंचा था इंजीनियर

पुलिस ने बताया कि सोमवार रात प्रिंसिपल से मिलने के लिए नरेंद्र उनके घर आया था। यहां पर सुमित और नरेंद्र के बीच विवाद हो गया। आरोप है कि नरेंद्र ने बेस बॉल बैट से पीट-पीटकर नरेंद्र की जान ले ली। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया।

नरेंद्र के पिता की पहले ही मौत हो चुकी

पुलिस ने बताया कि नरेंद्र के पिता की मौत हो चुकी है। वह अपनी मां के साथ साडा कॉलोनी स्थित ऋषभ कश्यप के मकान में किराये से रहता है। सुमित मुंबई की एक कंपनी के लिए ऑनलाइन काम करता है। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।

घटनास्थल पर बिखरा खून।

घटनास्थल पर बिखरा खून।

आरोपी की मां से भी पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस ने बताया कि अभी तक कि जांच में पता चला है कि इंजीनियर की पत्नी भी टीचर है। उसके ही जरिए नरेंद्र की जान-पहचान शोभा से हुई थी। बाद में नरेंद्र और शोभा की दोस्ती बढ़ी और प्यार में बदल गई। दोनों का रिश्ता सुमित को पसंद नहीं था और वो विरोध करता था।

एसपी ने कहा- बेटे को था अवैध संबंध का शक

कोरबा एसपी जितेंद शुक्ला ने बताया कि नरेंद्र अक्सर आरोपी की मां से मिलने आता-जाता रहता था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ और बेसबॉल बैट से सुमित ने इंजीनियर की हत्या कर दी। एसपी ने कहा कि बेटे को मां के साथ नरेंद्र के अवैध संबंध का शक था, हालांकि जांच के बाद ही सच्चाई का पता चल सकेगा।