गर्ल्स कॉलेज के प्राचार्य ने खाया जहर, हालत नाजुक: पत्रकार पर 20 लाख मांगने का आरोप, RTI लगाकर करता था ब्लैकमेल, सुसाइड नोट से खुलासा…
Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: November 10, 2023
कांकेर// कांकेर के शासकीय कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य बी समुंद ने कॉलेज परिसर में ही जहर खा लिया, जिससे उनकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। कांकेर में इलाज के बाद रायपुर रेफर कर दिया गया है। जहां इलाज जारी है। प्राचार्य के जेब से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें उन्होंने शहर के एक पत्रकार पर 20 लाख रुपए मांगने के आरोप लगाए हैं। कांकेर थाना क्षेत्र का मामला है।
दरअसल, पूरी घटना 2 नवंबर की है। प्राचार्य के बेटे ने सुबह सुसाइड नोट मीडिया के सामने प्रस्तुत किया, जिसमें प्राचार्य ने शहर के पत्रकार शाहरुख खान पर आरटीआई लगाकर ब्लैकमेल करने का गंभीर आरोप लगाया है। इसके अलावा 20 लाख रुपये नहीं देने पर नौकरी जाने, जेल भेजने जैसी धमकी देने का भी आरोप शाहरुख खान पर लगाया है।
प्राचार्य ने सुसाइड नोट लिखकर खाया जहर।
रोजाना निजी नंबर पर फोन से डराने धमकाने का आरोप
प्राचार्य ने सुसाइड नोट पर लिखा कि आरटीआई का जवाब न मांग कर रोजाना उनके निजी नंबर पर फोन कर पैसे की मांग करता था। प्राचार्य की सेवानिवृत्ति में 1 साल का ही समय बचा है, जिस पर उक्त पत्रकार ने उन्हें पेंशन जैसे प्रकरण में भी दिक्कत आने की धमकी लगातार दी जा रही थी।
प्राचार्य बी समुंद ने पत्रकार पर 20 लाख रुपये मांगने का आरोप लगाया।
धमकियों से तंग आकर प्राचार्य ने जहर खाया
प्रिंसिपल बी समुंद के बेटे ने बताया कि उक्त पत्रकार काफी समय से रकम मांगकर डरा धमका कर वसूली भी की है। पत्रकार की लगातार धमकियों से तंग आकर ही ही उनके पिता ने जहर खाया है। प्राचार्य के बेटे ने उक्त पत्रकार पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
सुसाइड नोट के आधार पर केस दर्ज
पूरे मामले में एसडीओपी मोहसिन खान ने बताया कि शिकायत पत्र और सुसाइड नोट के आधार पर अपराध पंजीबद्ध किया जा रहा है। मामले की जांच जारी है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
एसडीओपी मोहसिन खान से पत्रकारों ने भी शिकायत कर कार्रवाई की मांग की।
पत्रकारों ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
मामले में शहर के पत्रकार संघ ने भी पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर दोषी पत्रकार पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पत्रकारों ने एक स्वर में कहा कि इस तरह से पत्रकारिता के पेशे को को बदनाम करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।