छत्तीसगढ़ कांग्रेस के 17 ऐलान, इनमें 4 मुफ्त की योजनाएं: BJP का भी 75 हजार में मकान का वादा, घोषणापत्र का इंतजार; लोग बोले- रोजगार चाहिए…
Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: November 1, 2023
रायपुर// छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों की तस्वीरें लगभग साफ हो चुकी है। अब दोनों पार्टियों के घोषणापत्र का इंतजार है। कांग्रेस अभी तक किसानों की कर्ज माफी सहित कुल 17 घोषणाएं कर चुकी है। शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली मुफ्त देने की बात कही गई है। भाजपा ने भी गरीबों को 75 हजार रुपए में आवास और पीएससी घोटाले की जांच का वादा किया है। दूसरी ओर लोगों का कहना है कि मुफ्त की योजनाएं बंद होनी चाहिए।
2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी के लिए उनका घोषणा पत्र ही गेम चेंजर साबित हुआ था। ऐसे में इस बार दोनों ही पार्टियों का जोर इस पर है। घोषणाओं को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने भाजपा पर निशाना भी साधा था। उन्होंने कहा था कि, बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है। इन्होंने अब तक कोई घोषणा नहीं की। वहीं भाजपा ने कर्ज माफी की घोषणा पर भूपेश को घोषणावीर बताया।
ये हैं कांग्रेस की घोषणाएं
- सिलेंडर रिफिल करने पर 500 रुपए की सब्सिडी घर की महिला के बैंक खाते में दिया जाएगा।
- 200 यूनिट तक बिजली फ्री, अधिक खपत पर 200 यूनिट प्रति माह तक नि:शुल्क बिजली।
- महिला स्व-सहायता समूहों तथा सक्षम योजनांतर्गत लिए गए ऋण माफ।
- आगामी वर्षों में 700 नवीन ग्रामीण औद्योगिक पार्कों की स्थापना।
- राज्य के सभी सरकारी स्कूल को स्वामी आत्मानंद इंग्लिश एवं हिन्दी मीडियम स्कूलों में अपग्रेड करेंगे।
- छत्तीसगढ़ के निवासियों को सड़क दुर्घटनाओं और अन्य आकस्मिक दुर्घटनाओं में मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत नि:शुल्क इलाज।
- परिवहन व्यवसाय से जुड़े 6,600 से अधिक वाहन मालिकों के वर्ष 2018 तक के 726 करोड़ राशि के बकाया मोटरयान कर, शास्ति और ब्याज के कर्ज माफ।
- राज्य के किसानों से “तिवरा” को भी समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा।
- प्रतिवर्ष लघु वनोपजों की MSP पर मिलेंगे अतिरिक्त 10 रुपए
- प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान की खरीदी।
- किसानों का कर्जा माफ।
- 17 लाख परिवारों को आवास।
- जातिगत जनगणना।
- सरकारी स्कूलों में केजी से लेकर पीजी तक मुफ्त शिक्षा।
- तेंदू पत्ता पर आदिवासियों को हर साल मिलेगा 4000 रुपए बोनस।
- डॉ. खूबचंद स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत गरीब वर्ग को 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख तक मुफ्त इलाज की सुविधा।
- भूमिहीन मजदूर को मिलने वाली 7 हजार रुपए की राशि को बढ़ाकर 10 हजार रुपए किया जाएगा।
राजीव भवन में हुई घोषणा पत्र की बैठक ( फाइल फोटो)
नवंबर के पहले सप्ताह में आ सकता है कांग्रेस का घोषणा पत्र
कांग्रेस पार्टी का घोषणा पत्र नवंबर के पहले सप्ताह में आएगा। कांग्रेस पार्टी ने अब तक अपनी प्रमुख घोषणाएं कर दी है। अब संभावना है कि कांग्रेस पार्टी 3 या चार नवंबर को अपना वचनपत्र जारी करेगी। हालांकि कांग्रेस पार्टी ने अपनी लगभग सभी प्रमुख घोषणाएं कर दी है।
बीजेपी घोषणा पत्र समिति की बैठक ( फाइल फोटो)
2 नवंबर को बीजेपी जारी कर सकती है घोषणा पत्र
संभावना है कि छग में बीजेपी 2 नवंबर को अपना घोषणा पत्र जारी करेगी। इसमें किसान, महिला और युवाओं सभी को साधने के लिए कई वादे किए जा सकते हैं। भारतीय जनता पार्टी का घोषणा पत्र तैयार करने की जिम्मेदारी सांसद विजय बघेल को दी गई है।
प्रदेश के अलग-अलग जिलों में सुझाव पेटी भेज कर भारतीय जनता पार्टी घोषणा पत्र के लिए सुझाव मांग रही है। अब तक 2 लाख से ज्यादा सुझाव भाजपा को मिल चुके हैं। जल्द ही घोषणा पत्र जारी किया जाएगा। घोषणा पत्र समिति की बैठक हुई है, अमित शाह ने भी इसकी मॉनिटरिंग की है।
बीजेपी ने की है 2 घोषणाएं
- भाजपा भी गरीबों को 75 हजार रुपए में आवास देगी।
- पीएससी घोटाले की जांच होगी।
ये घोषणाएं कर सकती है बीजेपी
- धान खरीदी और किसानों को लेकर कर सकती है बड़ी घोषणाएं।
- प्रदेश में रुकी हुई भर्तियां बहाल कर सकती है।
- एमपी के तर्ज पर लाडली बहना योजना की हो सकती है घोषणा।
- किसानों के लिए बोनस का ऐलान।
- RTO का बैरियर हो सकता है खत्म।
- स्टार्टअप को बढ़ावा देने ले लिए बेरोजगारों को ब्याज मुक्त ऋण देने की सुविधा।
नौकरी पेशा मनवीर शर्मा, संचिती पटनायक फार्मेसी की छात्रा, बीटेक के छात्र सौरभ।
ये है आम जनता की राय
- फार्मेसी की पढ़ाई कर रही संचिती पटनायक का कहना है कि सरकार किसी की भी बने लेकिन युवाओं के विकास के लिए काम होना चाहिए। ऐसी योजनाएं लाई जाए ताकि किसी को भी रोजगार के लिए राज्य से बाहर न जाना पड़े।
- वहीं नौकरी पेशा मनवीर शर्मा का कहना है कि सरकार को स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में और काम करने की जरूरत है। हम टैक्स पेयर हैं और सरकार केवल मुफ्त में देने की घोषणाएं कर रही है।
- वहीं बीटेक के छात्र सौरभ का कहना है कि छत्तीसगढ़ में खेल के क्षेत्र में और काम होना चाहिए। सरकारी खेल एकेडमी खुलनी चाहिए जिसमें सभी स्पोर्ट्स की ट्रेनिंग बच्चों को मिल सके।