इलाज के अभाव में 2 शिशुओं की गर्भ में मौत: प्रसव पीड़ा से तड़पती रही महिलाएं, भटकते रहे परिजन; लेकिन नहीं आए डॉक्टर-नर्स…
Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: August 30, 2023
अंबिकापुर// सरगुजा जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीतापुर में प्रसव के दौरान 2 शिशु मृत पैदा हुए। इलाज के अभाव में दोनों गर्भस्थ शिशुओं ने मां के गर्भ में ही दम तोड़ दिया। 2 घंटे के अंदर 2 शिशुओं की मौत से परिजनों का आक्रोश फूट पड़ा। उन्होंने डॉक्टर और नर्सेज पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा मचाया। मंगलवार को मामले की जांच के लिए CMHO डॉ आरएन गुप्ता खुद विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ सीतापुर पहुंचे।
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जिले भर के जूनियर डॉक्टर, नर्स और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी सप्ताहभर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इसका असर स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ रहा है। इसका खामियाजा दो बच्चों की मौत से उठाना पड़ा। जानकारी के मुताबिक, सोमवार को 2 गर्भवती महिलाएं डिलीवरी कराने परिवार के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीतापुर पहुंची थीं। इसमें ग्राम रजौटी बरपारा निवासी रामेश्वर सुबह 5 बजे अपनी पत्नी को लेकर और ग्राम सुरेशपुर कुधरापारा निवासी माणिकचंद दोपहर 3 बजे पत्नी को लेकर आए थे।
पीड़ित परिजनों ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर और नर्सों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
यहां भर्ती होने के बाद दोनों गर्भवती महिलाओं को प्रसव पीड़ा होने लगी। असहनीय दर्द होता देख दोनों के परिजन ड्यूटी नर्स को बुलाने गए। यहां ड्यूटी नर्स ने सीनियर नर्स के आने के बाद इलाज करने की बात कहकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया। इसके बाद पीड़ित परिवार देर रात तक सीनियर नर्स और डॉक्टर के चक्कर में स्वास्थ्य केंद्र में भटकते रहे।
इसके बाद उन्हें न तो कोई सीनियर नर्स मिली और न तो कोई डॉक्टर ही पहुंचा। आखिरकार प्रसव पीड़ा से कराहती माणिकचंद की पत्नी ने इलाज के अभाव में देर रात 11 बजे प्रसव के दौरान मृत बच्चे को जन्म दिया। इधर 2 घंटे के बाद रामेश्वर की पत्नी का बच्चा भी इलाज के अभाव में मृत पैदा हुआ। इसके बाद दोनों मृत नवजात के परिजनों ने डॉक्टरों और नर्सों पर समय पर डिलीवरी न कराने और इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। वे अस्पताल की गेट पर काफी देर तक बैठे रहे।
तीसरी गर्भवती महिला को किया गया रेफर
वहीं पीड़ित माताओं ने मामले में कार्रवाई की मांग की है। विवाद बढ़ता देख इसी वार्ड में भर्ती एक गर्भवती को प्रसव के लिए आनन-फानन में मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर रेफर कर दिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर कुंदन कुमार के निर्देश पर सरगुजा के CMHO डॉ आरएन गुप्ता खुद विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ सीतापुर पहुंचे। आरोपों की जांच जारी है।
हफ्तेभर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर अस्पताल स्टाफ
एक सप्ताह से जिले के स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इस मामले में सीएमएचओ डॉ आर एन गुप्ता ने बताया कि जिले में 1 हजार 065 नियमित स्वास्थ्य कर्मचारी हैं, जिनमें से 305 स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर हैं। इस स्थिति में वैकल्पिक व्यवस्था के लिए संविदा कर्मचारी और एनएचएम के कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगाया गया है। इधर स्वास्थ्य कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई हुई है। सीनियर कर्मचारी भी हड़ताल पर हैं। इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।
जांच कमेटी करेगी नवजात बच्चों की मौत की जांच
नवजात की मौत के संबंध में बीएमओ डॉ. जीआर कुर्रे ने बताया कि मामला बेहद गंभीर है। इस मामले में जांच कमेटी बैठाई जा रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केंद्र में दोबारा ऐसी लापरवाही न हो, इसका ख्याल रखा जाएगा।