प्राइवेट कंपनी में इन्वेस्ट करने के नाम पर ठगी: फर्जी कंपनी बनाई, फिर पैसे कमाने का लालच देकर लोगों से वसूले 53 लाख…
Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: July 12, 2023
- आरोपी अरेस्ट
बिलासपुर// बिलासपुर में फर्जी कंपनी खोलकर लोगों को इन्वेस्ट करने और ज्यादा पैसे कमाने का लालच देकर कंपनी के कथित डायरेक्टर ने 53 लाख रुपए की ठगी कर ली। इस केस में एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस ने कंपनी के कथित डायरेक्टर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का दावा है कि जांच में ठगी की रकम और भी बढ़ सकती है। पूरा मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।
टीआई परिवेश तिवारी ने बताया कि रतनपुर थाना क्षेत्र के गढ़वट निवासी किरण कुमार कश्यप सहित अन्य ने धोखाधड़ी की शिकायत की है। इसके अनुसार किरण कश्यप की पहचान मंगला के दीनदयाल कॉलोनी निवासी अब्दुल जाकिर जिलानी से थी। उसने अपनी खुद की डिस्टर्ब मनी कमोडिटीज कंपनी प्राइवेट लिमिटेड शुरू करने की बात कही और अपने आपको उसका डायरेक्टर बताया। उसने बकायदा मंगला चौक के पास ऑफिस भी खोल लिया था।
इस दौरान उसने दावा किया कि कंपनी में पैसा लगाने पर उन्हें ज्यादा मुनाफा होगा। ब्याज के साथ कमीशन भी मिलेगा। साथ ही यह भी बताया कि कंपनी में उसके साथ कई बड़े-बड़े लोग भी जुड़े हैं। इस पर किरण कुमार सहित अन्य लोगों ने मिलकर उसके साथ एग्रीमेंट कर लिया और करीब 53 लाख रुपए जमा भी करा दिया, जिसमें से 11 लाख रुपए किरण कुमार ने दिए थे।
ब्याज और कमीशन के बदले थमाया चेक
इस दौरान पैसे जमा करने के बाद जब उन्हें ब्याज और कमीशन नहीं मिला। साथ ही कोई फायदा भी नहीं हुआ, तब उन्होंने कंपनी के कथित डायरेक्टर अब्दुल जाकिर जिलानी से पैसे वापस मांगे, तब उसने किरण कुमार को चेक थमा दिया और पैसे वापस नहीं किया। चेक को बैंक में जमा करने पर पता चला कि अकाउंट में पैसे ही नहीं है, जिससे परेशान होकर उन्होंने पुलिस से शिकायत की। पुलिस आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच कर रही है। इस बीच पुलिस ने आरोपी अब्दुल जाकिर जिलानी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, अन्य आरोपियों की जानकारी जुटाकर पतासाजी की जा रही है।
बढ़ सकती है ठगी की रकम
टीआई परिवेश तिवारी ने बताया कि अभी आरोपी के धोखाधड़ी करने की जानकारी कई लोगों को नहीं है। उससे पूछताछ कर अन्य आरोपियों के साथ ही कंपनी के दस्तावेजों की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि जांच में ठगों के धोखाधड़ी की रकम और शिकायतकर्ताओं की संख्या बढ़ सकती है।