धमतरी : रीपा में युवाओं को जोड़ने सी ई ओ जिला पंचायत ने ली उद्यमियों और व्यवसायों की बैठक…

Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: June 11, 2023

धमतरी(CITY HOT NEWS)//

जिला पंचायत सभाकक्ष में ग्रामीण औद्योगिक पार्कों के माध्यम से उद्यमिता विकास के संबंध में राइस मिल एसोसिएशन, चेंबर ऑफ कॉमर्स एवं लघु वनोपज संघ की बैठक आयोजित कर विचार विमर्श एवं परामर्श किया गया। इस संबंध में जिला पंचायत  मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रोक्तिमा यादव ने बताया कि राज्य सरकार की मंशा अनुरूप जिले में धमतरी विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत भटगांव, अछोटा, कुरूद विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत गांतापार, हंचलपुर, मगरलोड विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत खिसोरा, भेंडरी, नगरी विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सांकरा, गट्टासिल्ली इस तरह कुल आठ रीपा केंद्र जिले में स्थापित है । जिनमें विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से स्व सहायता समूह , युवा उद्यमियों को जोड़ा गया है ,जिले में रीपा अंतर्गत संचालित एवं प्रस्तवित गतिविधिया जैसे भटगांव में आचार निर्माण, लेमनग्रास आयल एक्सट्रैक्शन, मसाला निर्माण, जेवनगुड़ी (होटल), अछोटा में सिलाई इकाई एवं मच्छरदानी निर्माण, हैंडलूम, मोबाइल एसेसिरीज एंड एसेम्बिलिंग, वाईफाई जोन, फ्लेक्स प्रिंटिंग कार्य, गढ़ कलेवा, गातापार में पशु आहार निर्माण, दुग्ध प्रसंस्करण, हंचलपुर में गोबर पेंट निर्माण, चना से बने उत्पाद, सीएचसी सेंटर, खिसोरा में अगरबत्ती निर्माण, साबुन, फिनाइल, डिटर्जेंट्स, बेकरी यूनिट, भेंडरी में सीमेंट पोल, आयरन एंगल, चैनलिंक फेंसिंग इकाई, सांकरा में पशु आहार निर्माण , रागी प्रसंस्करण,गट्टासिल्ली में एनटीएफपी उत्पाद प्रसंस्करण, सुगंधित चांवल पैकेजिंग एंड फ्लोर मिल  है।  ग्रामीण औद्योगिक पार्कों में चिन्हांकित  उद्योग  लिए जिले के बड़े व्यवसायियों के अनुभव लाभ लेने के लिए जोड़ा जा रहा है ताकि युवा विभिन्न प्रकार के उद्योग संचालित करने की क्षमता हासिल कर उद्योगों का सफलतापूर्वक संचालन कर सके
      सीईओ जिला पंचायत ने जिले के बड़े उद्योगपतियों से विचार विमर्श कर उन से अनुरोध किया कि ग्रामीण औद्योगिक पार्कों से  जुड़े  युवा उद्यमियों को इक्विटी सहायता प्रदान करने, के लिए आग्रह किया। आगे उन्होंने कहा कि टेलीविजन पर शार्कटैंक नामक कार्यक्रम देखा ही होगा जिसकी तर्ज पर हमें  नए उद्यमियों को सहायता हेतु उनके उधोग मे अपनी पूंजी इक्विटी के रूप में सहायता पहुचानी होगी जिससे युवा उद्यमियों को न केवल पूंजी की सहायता मिल पाएगी बल्कि उन्हें बड़े उद्यमियों के अनुभव का लाभ भी मिलेगा ।