पहलवानों के सपोर्ट में महापंचायत: विनेश फोगाट बोलीं- बेटियों का शोषण करने वाला बृजभूषण श्रीराम हो गया, बजरंग बोले- सिर काट भी सकते हैं…

Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: May 25, 2023

पहलवानों के समर्थन में जींद में बुलाई महापंचायत में जुटी लोगों की भीड़।

पानीपत// भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवान जंतर-मंतर पर लगातार 32 दिन से धरने पर बैठे हुए हैं। इस बीच गुरुवार को खटकड़ टोल पर महापंचायत हुई। जिसमें जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट भी पहुंचे।

पहलवानों के समर्थन में जींद में बुलाई महापंचायत में जुटी लोगों की भीड़। - Dainik Bhaskar

इस मौके पर बजरंग पूनिया ने कहा कि ये लड़ाई हम जरूर जीतेंगे। बृजभूषण कहते हैं कि उनका कोई कुछ नहीं कर सकता, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि हम सिर झुका सकते हैं तो सिर काट भी सकते हैं।

विनेश फोगाट ने कहा- महिला खिलाड़ी अपने साथ हो रहे शोषण के कारण पिछले 12 साल से तिल-तिल मर रही थी। बृजभूषण दरिंदा नोच-नोच कर खा रहा था। वह अपने घर वालों को भी नहीं बता पा रही थी। अब अपनी जान हथेली पर रखकर उन्होंने अन्याय के खिलाफ सड़क पर बैठना पड़ा है।

विनेश ने इसके बाद ट्ववीट करते हुए लिखा- देश की बेटियों का शोषण करने वाला बृजभूषण आज श्री राम हो गया, मेरे भारत देश में खेल रत्न बेटियों का मंथरा नाम हो गया…।

जान चली जाए लेकिन शान नहीं जाने देंगे
विनेश फोगाट ने कहा कि जब वह मेडल लेकर आए थे तो लगा था कि यहां बेटियों की बहुत इज्जत होती है, लेकिन अब यह हाल है कि वह सड़कों पर बैठी हैं और कोई सुध नहीं ले रहा है। यह तिरंगे की आन-बान की लड़ाई है। जान चली जाएगी लेकिन शान नहीं जाने देंगे। कुश्ती ही नहीं, सभी खेलों में बृजभूषण जैसे दरिंदे बैठे हैं, अब सभी को उखाड़ फेंकेंगे, लेकिन इसके लिए सभी पीड़ितों को आगे आना होगा।

जींद के खटकड़ टोल पर महापंचायत की तस्वीरें…

महापंचायत में पहुंचे पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट।

महापंचायत में पहुंचे पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट।

महापंचायत में पहुंचे पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक और किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी।

महापंचायत में पहुंचे पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक और किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी।

जींद महापंचायत में पहलवानों के समर्थन में पहुंची महिलाएं।

जींद महापंचायत में पहलवानों के समर्थन में पहुंची महिलाएं।

PM मोदी और बृजभूषण पर लगाए झूठे आरोप
पहलवानों के खिलाफ दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दायर की गई है। याचिकाकर्ता बम बम महाराज की तरफ से अधिवक्ता एपी सिंह ने कोर्ट में याचिका दायर की है। इस याचिका में कहा गया है कि पहलवान विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मालिक सहित अन्य पहलवानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर झूठे आरोप लगाए हैं।

उन्होंने जंतर मंतर से भड़काऊ भाषण दिए। कहा गया है कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं। इस तरह का आरोप किसी के दबाव में व्यक्तिगत लाभ के लिए लगाए गए हैं।

शिकायत में ये भी कहा गया
आगे कहा कि आरोपी पहलवान अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट भी खेलते हैं। इनमें कोई भी कथित अपराध का विरोध करने में शारीरिक या दूसरे तरीकों से कमजोर नहीं थे। इसलिए इस बात पर भरोसा करना मुश्किल है कि उन्हें एक 66 साल के व्यक्ति ने परेशान किया था।

याचिका में कहा गया है कि इनमें से किसी भी पहलवान ने पहले न तो कथित उत्पीड़न का विरोध किया और न ही पुलिस स्टेशन, महिला हेल्पलाइन या राज्य महिला आयोग में कोई लिखित या मौखिक शिकायत दी या मुकदमा दर्ज कराया। जंतर-मंतर पर पहलवानों का विरोध प्रदर्शन महज पुलिस और अदालत पर अनावश्यक दबाव बनाने के लिए बनाया जा रहा है।

अब पढ़िए धरने में अब तक क्या हुआ…

  • 18 जनवरी 2023 को दिल्ली के जंतर-मंतर पर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक के साथ बजरंग पूनिया ने धरना देना शुरू कर दिया। आरोप लगाया कि कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कई महिला पहलवानों का यौन शोषण किया है। विनेश ने आरोप लगाया कि बृजभूषण होटल के उसी फ्लोर पर रुकते थे, जहां महिला पहलवान ठहरती थीं।
  • 21 जनवरी को विवाद बढ़ने के बाद खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से पहलवानों की मुलाकात हुई और धरना खत्म हो गया। भरोसा मिला कि चार हफ्ते के अंदर कमेटी की जांच रिपोर्ट आएगी, तब तक बृजभूषण सिंह के अधिकार छीने जाते हैं। जांच की मियाद को दो हफ्ते बढ़ाया गया। लेकिन यह रिपोर्ट अब तक सार्वजनिक नहीं हुई है।
  • 23 अप्रैल को पहलवान एक बार फिर जंतर-मंतर पर धरना देने पहुंच गए। उन्होंने कहा कि हमें इंसाफ नहीं मिला है और जब तक बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं होती है धरना जारी रहेगा।
  • 28 अप्रैल को पहलवानों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में भी अपील की गई है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद इस मामले में दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। दिल्ली पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की है। एक एफआईआर नाबालिग पहलवान के यौन उत्पीड़न की जिसमें पॉक्सो एक्ट भी लगा है। दूसरी एफआईआर वयस्क महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के संबंध में है।
  • 3 मई की रात को पहलवानों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हुई। झड़प में पहलवान राकेश यादव और विनेश फोगाट के भाई दुष्यंत को चोटें आई। वहीं दिल्ली पुलिस का कहना है कि रेसलर पर बल प्रयोग नहीं किया गया, 5 पुलिसवाले घायल हुए हैं।
  • 7 मई को जंतर-मंतर पर खापों की महापंचायत हुई। इस महापंचायत में बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया गया। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हल न निकलने पर 21 मई को फिर महापंचायत हुई, जिसमें में कई निर्णय लिए गए। शाम को बृजभूषण ने अपना और पहलवानों का नार्को टेस्ट करवाने की बात कही।
  • 22 मई को पहलवानों ने जंतर-मंतर से पत्रकार वार्ता कर बृजभूषण की नार्को टेस्ट करवाने की चुनौती को स्वीकार किया। साथ ही कहा कि टेस्ट प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो और पूरा टेलीकास्ट लाइव हो।
  • 23 मई को पहलवानों के साथ बड़ी संख्या में किसानों, युवाओं, विद्यार्थियों समेत अन्य लोगों के साथ इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकाला था।
  • 24 मार्च को साक्षी मलिक अपने पति सत्यव्रत मलिक के साथ हिसार पहुंची थी, जहां उन्होंने लोगों को 28 मई को नई संसद भवन के सामने होने वाली महापंचायत के लिए न्यौता दिया। इसके अलावा बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट पर FIR दर्ज करवाने के लिए पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका डाली गई।