रायपुर : मुख्य तकनीकी परीक्षक सतर्कता ने बेमेतरा और मुंगेली में निर्माण एवं विकास कार्यों का किया गहन निरीक्षण

- निर्माण कार्य की कमियों को 15 दिवस में दूर कर रिपोर्ट देने के निर्देश
रायपुर(CITY HOT NEWS)//


मुख्य तकनीकी परीक्षक (सतर्कता) श्री आर. पुराम ने आज अपनी टीम के साथ बेमेतरा और मुंगेली जिले का दौरा कर दोनों जिलों में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और प्रगति का आकलन किया। इस दौरान जल जीवन मिशन के तहत जल आपूर्ति योजनाओं और लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाई जा रही सड़कों की विस्तृत जांच की गई। निरीक्षण के दौरान कई कमियां पाई गईं, जिनके सुधार के निर्देश अधिकारियों को दिए गये।
बेमेतरा जिले में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के अंतर्गत संचालित कुम्हड़ीगुड़ा समूह जल प्रदाय योजना का निरीक्षण किया गया। इस दौरान जल शुद्धिकरण संयंत्र की संरचना, जल आपूर्ति प्रणाली और जल शुद्धि के लिए उपयोग किए जा रहे तकनीकी पहलुओं की जांच की गई। श्री पुराम ने क्लेरीफ्लोकुलेटर के स्तर और ढलान की जांच की और कांक्रीट कार्य में उपयोग किए जा रहे स्टील की स्पेसिंग को भी परखा। निरीक्षण में पाया गया कि जल संयंत्र के क्लोरीनेशन कक्ष के कॉलम में पर्याप्त ब्रेसिंग नहीं की गई थी। इस पर उन्होंने इसकी मजबूती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। ताकि जल शुद्धि प्रक्रिया में कोई बाधा न आए।
श्री पुराम ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जल शुद्ध संयंत्र में उपयोग किए जा रहे कांक्रीट में पर्याप्त कव्हर ब्लॉक लगाया जाए, ताकि संरचना मजबूत बनी रहे और स्टील की छड़ों में जंग लगने की संभावना को रोका जा सके। इसके साथ ही, जल शुद्धि संयंत्र के प्रत्येक महत्वपूर्ण हिस्से, जैसे एरियेटर, क्लेरीफ्लोकुलेटर, रेपिड सैंड फिल्टर और क्लियर सम्पवेल का स्तर सटीक रूप से जांचने और कार्य को गुणवत्ता मानकों के अनुरूप पूरा करने के निर्देश दिए गए। निरीक्षण के दौरान इन्टेकवेल का भी मुआयना किया गया, जिसमें पाया गया कि इनलेट पोर्ट रिवर बेड लेवल से 1 मीटर नीचे रखा जा रहा था। इससे उसमें गाद जमने की आशंका अधिक हो जाती है, जिससे जल आपूर्ति बाधित हो सकती है और पंप के रखरखाव की लागत बढ़ जाती है। उन्होंने अधिकारियों को इन्टेकवेल का निर्माण स्वीकृत डिजाइन के अनुसार कराए जाने के निर्देश दिए।
बेमेतरा जिले में लोक निर्माण विभाग द्वारा ढोलिया-कोसा-चंदनु मार्ग (16.325 किमी) का निर्माण कराया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान इस सड़क की गुणवत्ता और निर्माण प्रक्रिया की विस्तृत जांच की गई। श्री पुराम ने सड़क में घुमावदार हिस्सों पर चौड़ाई बढ़ाने की आवश्यकता बताई, लेकिन कुछ स्थानों पर सड़क की चौड़ाई मानकों से कम पाई गई। इस पर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि जल्द से जल्द चौड़ाई को सही किया जाए। सड़क के किनारे बनाए जा रहे शोल्डर की चौड़ाई भी कुछ स्थानों पर मानक से कम पाई गई। निरीक्षण के दौरान यह भी सामने आया कि कुछ इलाकों में बिजली के खंभे नहीं हटाए गए हैं, जिससे यातायात बाधित होगा। इसके अलावा, कुछ स्थानों पर नालियों का निर्माण भी अधूरा पाया गया। इन सभी मामलों को तत्काल सुधारने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए।
सड़क निर्माण में उपयोग हो रहे डामर की गुणवत्ता की जांच के लिए उसका सैंपल लिया गया। जिसे प्रयोगशाला में परीक्षण के लिए भेजा जाएगा। निर्माण कार्यों में पाई गई खामियों को सुधारने के लिए संबंधित विभागों से 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट एवं स्पष्टीकरण तलब किया गया है।
मुख्य तकनीकी परीक्षक श्री आर. पुराम ने मुंगेली जिले के लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाए जा रहे मुंगेली-लोरमी मार्ग का निरीक्षण किया। इस दौरान सड़क निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच के लिए निर्माण सामग्री के सैंपल एकत्र किए गए, जिन्हें प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा जाएगा। इसके अलावा, डामर प्लांट और डब्ल्यू.एम.एम. प्लांट का निरीक्षण किया गया, जहां निर्माण प्रक्रिया की बारीकी से समीक्षा की गई। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि मजदूरों की सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय नहीं किए गए हैं। इस पर श्री पुराम ने सख्त निर्देश दिए कि सभी श्रमिकों को सुरक्षा उपकरण दिए जाएं और सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि निर्माण कार्यों को गुणवत्ता और समय सीमा के अनुसार पूरा किया जाए, ताकि आम जनता को जल्द से जल्द इन विकास कार्यों का लाभ मिल सके। मुख्य तकनीकी निरीक्षक सतर्कता ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निरीक्षण के दौरान पाई गई खामियों को दूर करने तथा 15 दिनों के भीतर निरीक्षण रिपोर्ट पर जवाब देने को कहा है।