राताखार रोड में हुई तीसरी सड़क दुर्घटना:..और कितनी दुर्घटनाओं का निगम एवं जिला प्रशासन कर रहा इंतजार, राताखार रोड का चौड़ीकरण तत्काल कराया जाए – सपना चौहान….

कोरबा: जिला कांग्रेस कमेटी कोरबा शहर की अध्यक्ष श्रीमती सपना चौहान ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि आज राताखार मार्ग पर हुई तीसरी दफा सड़क दुर्घटना इस बात का प्रमाण है कि राताखार के उस रोड का चौड़ीकरण अत्यंत जरूरी है। इसके बावजूद न तो निगम प्रशासन, न ही जिला प्रशासन इस विषय पर संवेदनशील है। विदित हो कि इसके पूर्व 1 जनवरी 2025 को उक्त सड़क हुए दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई थी। इस घटना से आक्रोशित व्यक्तियों ने ट्रक में आग के हवाले कर आंदोलन किया था। उसके बाद जिला प्रशासन के तरफ से सड़़क चौड़ीकरण के लिए लिखित में आश्वासन दिया गया था कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान कर लिया जायेगा लेकिन आज तक कोई ठोस समाधान नही निकल पाया। इसके पूर्व में भी इसी सड़क से एक महिला की जान जा चुकी है। इसके बाद भी प्रशासन गहरी नींद सोया हुआ है।
कोरबा में आए दिन सड़क दुर्घटनाओं में निर्दाेष लोगों की जान जा रही है। श्रीमती चौहान ने बताया कि राताखार चौक से नहर पूल तक सी.सी. रोड निर्माण / चौडीकरण कार्य हेतु 2.00 करोड़ की राशि निगम की मेयर इन कांसिल से पारित कर 15वें वित्त आयोग मद से कार्य कराये जाने हेतु भेजा गया था, जिसे नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने 23.02.2024 को स्वीकृत कर आयुक्त को प्रेषित कर दिया था। जिसे तत्कालीन आयुक्त ने जानबूझकर आगे नहीं बढ़ायी। श्रीमती चौहान ने बताया की तत्कालीन आयुक्त सुश्री प्रतिष्ठा ममगाई द्वारा उक्त कार्य को अनावश्यक एवं अनुपयोगी बताकर एम आई सी में पारित प्रस्ताव की अवहेलना करते हुए कार्य को निरस्त करने की अनुशंसा कर दिया गया था जो की अवैधानिक है।
तत्कालीन आयुक्त के इस फरमान से क्षुब्ध होकर वार्ड पार्षद रवि चंदेल ने उच्च न्यायालय में सड़क निर्माण व चौडीकरण कराने के लिए याचिका दायर किया था। उच्च न्यायालय को जवाब प्रस्तुत करते हुए तत्कालीन आयुक्त सुश्री ममगई के तरफ से भ्रमित जानकारी देते हुए बताया गया कि उक्त सड़क निर्माण कराये जाने से अनेकों झुग्गी झोपडी को विस्थापित कर उचित मुआवजा देना पड़ेगा, जबकि उक्त स्थल पर ना तो झुग्गी झोपड़ी को विस्थावित करना पड रहा था और ना ही किसी प्रकार के मुआवजा का प्रकरण बन रहा था। श्रीमती चौहान ने बताया कि उक्त स्थल पर उस समय तत्कालीन आयुक्त द्वारा कोरबा वासियों के हित का ध्यान रखा होता एवं सड़क चौड़ीकरण का कार्य करवा दिया गया होता तो आये दिन जो घटना घटती रहती है, वह नहीं घटती।
श्रीमती चौहान ने ऐसे अधिकारियों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि ऐसे अधिकारी अपना गुडवील बनाने तथा प्रमोशन के कारण जनहित एवं जनमानस की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने से बाज नहीं आते। ऐसे अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही होनी चाहिए।