डाइट कॉलेज में पदस्थ व्याख्याता ने किया आत्महत्या का प्रयास…चार पन्नों के सुसाइड नोट में प्राचार्य पर प्रताड़ना का लगाया आरोप…
Last Updated on 2 hours by City Hot News | Published: January 11, 2025
जांजगीर-चांपा// छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के डाइट कॉलेज में कार्यरत व्याख्याता रमा गोस्वामी ने शुक्रवार रात वार्ड नंबर 7 स्थित अपने आवास पर आत्महत्या का प्रयास किया। व्याख्याता का आरोप है कि प्रभारी प्राचार्य बीपी साहू की कथित प्रताड़ना से परेशान होकर उन्होंने यह कदम उठाया।
44 वर्षीय रमा गोस्वामी ने 8-10 नींद की गोलियां खा लीं। उन्होंने आत्महत्या से पहले चार पन्नों का सुसाइड नोट कॉलेज के व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर किया। सूचना मिलने पर लोग तुरंत उनके घर पहुंचे और उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। सिविल सर्जन डॉ. दीपक जायसवाल ने बताया कि उनकी हालत अब स्थिर है।
व्याख्याता ने सुसाइड नोट में लगाए प्रताड़ना के आरोप
रमा गोस्वामी ने सुसाइड नोट में अपने 22 साल के करियर और बीते एक साल से प्रभारी प्राचार्य द्वारा की जा रही कथित प्रताड़ना का जिक्र किया। उन्होंने लिखा कि अक्टूबर 2022 में प्राचार्य बीपी साहू के कार्यभार संभालने के बाद से उन्हें मानसिक यातनाओं का सामना करना पड़ा।
डाइट कॉलेज की व्याख्याता रमा गोस्वामी का सुसाइड नोट।
डाइट कॉलेज की व्याख्याता ने सुसाइड नोट में लगाए गंभीर आरोप।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रभारी प्राचार्य ने उनकी प्रतिनियुक्ति समाप्त करने के लिए जिला पंचायत नवागढ़ के पत्र का दुरुपयोग किया। साथ ही सीआर खत्म करने की धमकियां भी दी जाती थीं। शिकायत के बाद जांच में प्रभारी प्राचार्य को हटाने का प्रस्ताव आया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। नोट में उन्होंने अपने बच्चों और छात्र-छात्राओं से माफी भी मांगी है।
सुसाइड नोट में व्याख्याता ने बच्चों और विद्यार्थियों से मांगी माफी।
व्याख्याता ने सुसाइड नोट में 22 साल के करियर का जिक्र किया।
सुसाइड नोट की लिखी मार्मिक बातें
रमा गोस्वामी ने लिखा, मैं न्याय की आस में इंतजार करते थक गई हूं। मुझे इस जीवन से चिढ़ होने लगी है। मेरी जैसी आशावादी मजबूत महिला के साथ ऐसा जब हो सकता है। जाने कितनी महिलाओं के साथ क्या-क्या नहीं होता होगा। अब कितना न्याय का इंतजार करूं। मेरे बच्चों और विद्यार्थियों मुझे माफ कर देना।
प्रभारी प्राचार्य ने आरोपों को किया खारिज
डाइट प्रभारी प्राचार्य बीपी साहू ने इन आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा, मैंने किसी प्रकार की मानसिक प्रताड़ना नहीं दी है। लगाए गए सभी आरोप निराधार और झूठे हैं।