पितृ-भोज खाकर 74 ग्रामीणों की बिगड़ी तबीयत…उल्टी-दस्त की शिकायत पर कराया गया अस्पताल दाखिल…स्वास्थ्य विभाग ने लगाया कैंप..

Last Updated on 2 months by City Hot News | Published: September 30, 2024

बालोद// छत्तीसगढ़ के बालोद में जिले में पितृ भोज करने के बाद करीब 74 ग्रामीण बीमार हो गए। लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई। घटना डौंडी लोहारा ब्लॉक के ग्राम खामभाट की है। गांव में चैन सिंह के घर पितृ भोज का आयोजन किया गया था, जहां 50 परिवार के लोग शामिल हुए थे।

भोजन करने के कुछ घंटों बाद लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी, जिसमें सबसे ज्यादा बच्चे और महिलाएं शामिल हैं। आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी गई। गांव में मरीजों की संख्या को देख स्वास्थ्य विभाग ने अस्थाई कैंप लगाया।

2 की हालत की गंभीर, राजनांदगांव रेफर

मरीजों में 22 बच्चे शामिल हैं। वहीं 2 लोगों की हालत गंभीर है जिन्हें राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी महेश सूर्यवंशी ने बताया कि जब हमें सूचना मिली तो स्वास्थ्य विभाग ने वहां अस्थाई कैंप लगाया। सभी पीड़ितों का प्राथमिकता से इलाज किया गया फिलहाल हालात काबू में हैं।

गांव में लगाया गया अस्थाई हेल्थकैंप।

गांव में लगाया गया अस्थाई हेल्थकैंप।

मरीजों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया

अधिकारी ने बताया कि अभी दो से तीन नए मरीज सामने आए हैं और उनका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है। जिन्हें रेफर किया गया था, उनके हालत की भी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। सभी मरीजों को ऑब्जर्वेशन रखा गया है।

बोर में लगाई गई थी नई मोटर।

बोर में लगाई गई थी नई मोटर।

पानी की नहीं कराई जांच

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि प्राथमिक रूप से दूषित पानी पीने का वजह से घटना हुई है। जिस बोर से लोगों ने पानी पिया था, वहां दो दिन पहले ही मोटर डाला गया था। शायद वहां पानी की जांच नहीं कराई गई। पास में ही एक कुआं भी बना हुआ है, ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि लोगों ने कुएं का पानी भी पिया है।

विधायक ने मरीजों से की मुलाकात, गांव में किया निरीक्षण।

विधायक ने मरीजों से की मुलाकात, गांव में किया निरीक्षण।

विधायक भी पहुंचे गांव

घटना की जानकारी मिलने के बाद विधायक कुंवर सिंह निषाद भी गांव पहुंचे, उन्होंने मरीजों से बातचीत की। विधायक ने कहा कि अधिकारियों के साथ हम निरीक्षण कर रहे हैं। उचित देखभाल और व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। जिस घर का पानी पीने के बाद लोग बीमार हुए, विधायक वहां भी पहुंचे और जायजा लिया।