बालको ने कंट्रोल टावर से सस्टेनेबल ऐश मैनेजमेंट को दिया बढ़ावा…
Last Updated on 6 months by City Hot News | Published: May 20, 2024
बालकोनगर। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने अपने फ्लाई ऐश प्रबंधन नेटवर्क में बदलाव लाने के उद्देश्य से डिजिटल समाधान ऐश कंट्रोल टॉवर की शुरूआत की है। रियल टाईम आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) आधारित निगरानी वाली यह उच्च-स्तरीय तकनीक सस्टेनेबल ऐश मैनेजमेंट को मजबूती प्रदान कर प्रचालन के आसपास सुरक्षा को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
फ्लाई ऐश थर्मल पावर उत्पादन का एक उप-उत्पाद है जिसका उपयोग ईंट निर्माण, सड़क निर्माण, इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट और कृषि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है। विभिन्न उद्योगों को फ्लाई ऐश की आपूर्ति कंपनी के सर्कुलर इकोनॉमी एजेंडे का एक हिस्सा है। कंपनी ने अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप विभिन्न उद्योगों के साथ साझेदारी करके फ्लाई ऐश के सस्टेनेबल यूटिलाइजेशन को सुनिश्चित किया जिससे कार्बन उत्सर्जन में कमी और ऊर्जा एवं जल संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान मिला है। वित्तीय वर्ष 2024 में बालको ने इन क्षेत्रों को 4 मिलियन मीट्रिक टन से अधिक फ्लाई ऐश की आपूर्ति की है। इस पहल से 141% राखड़ का उपयोग हमारे रिसोर्स एफिशिएंसी और एनवायरमेंटल सस्टेनेबिलिटी को अधिकतम करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।
ऐश कंट्रोल टॉवर (एसीटी) राख प्रबंधन दिशानिर्देशों का पालन सुनिश्चित करने और राख के परिवहन को सुव्यवस्थित करने के लिए रियल टाईम की निगरानी प्रदान करता है। यह तकनीक सड़क सुरक्षा और यातायात प्रबंधन सुनिश्चित करने वाले वाहनों को अबाधित आवाजाही के लिए एक मजबूत नेटवर्क की सुविधा प्रदान करती है। कैमरों के साथ पूरक जियोफेंसिंग प्रणाली एंड-टू-एंड संचार को सक्षम बनाती है जो रियल टाईम एआई-आधारित वीडियो टेलीमैटिक्स को शक्ति प्रदान करती है। वीडियो टेलीमैटिक्स ड्राइवर के व्यवहार में दृश्यता प्रदान करने के लिए सेंसर का उपयोग करता है और इसे ड्राइवर सुरक्षा और जोखिम प्रबंधन कार्यक्रमों के हिस्से के रूप में उपयोग किया जाता है।
24×7 निगरानी प्रणाली एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (एडीएएस) से सुसज्जित है, जो वाहन के चारों ओर ब्लाइंड स्पॉट का पता लगाकर और अलर्ट जारी कर सुरक्षा में सुधार करती है। यह तकनीक वाहनों की गति और स्थिति पर मैन्युअल जांच की आवश्यकता को कम करता है। इसके अलावा एसीटी द्वारा प्रस्तुत व्यापक विश्लेषणात्मक अवलोकन संभावित जोखिम क्षेत्रों का विश्लेषण करने में मदद करता है, जिससे गश्त करने वाल दल की तैयारी क्षमताओं को बढ़ावा देते हुए निर्णय लेने में मदद प्रदान करती है।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि कंपनी ने प्रचालन उत्कृष्टता और सस्टेनेबल एल्यूमिनियम उत्पादन के हमारे दृष्टिकोण को साकार करने के लिए सक्रिय रूप से तकनीक और डिजिटल समाधान अपनाए हैं। विभिन्न प्रचालन क्षेत्रों में हमारे डिजिटल पहल ने सुरक्षा संस्कृति को बढ़ाते हुए कार्यों में एफिसिएंसी लाने में महत्वपूर्ण रहे हैं। डिजिटलाइजेशन की मदद से सुरक्षित कार्यस्थल को बढ़ावा देकर कंपनी शून्य क्षति के अपने संकल्प के प्रति कटिबद्ध है।
सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में कंपनी ने अपने प्रचालन क्षेत्र में विभिन्न अत्याधुनिक तकनीकों को शामिल किया है। जैसे- फिनिश्ड गुड्स कंट्रोल टॉवर जिसमें 24X7 लाइव मॉनिटरिंग डैशबोर्ड शामिल है जो रियल टाइम जीपीएस ट्रैकिंग और स्पीड मॉनिटरिंग प्रदान कर पूरे 24 घंटे बिना रूकावट संचालन सुनिश्चित किया। परिसर के अंदर वाहन संचालन में एआई-संचालित एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (एडीएएस) और ड्राइवर मॉनिटरिंग सिस्टम (डीएमएस) का एकीकरण ने सड़क सुरक्षा को मजबूत किया। एचएसएसई ने टी-पल्स निगरानी प्रणाली अपनाया जो एआई मॉडल का उपयोग करके कैमरों के नेटवर्क के माध्यम से रियल टाईम में संयंत्र के अंदर चल रहे कार्यों की निगरानी संभव हुई। ऑगमेंटेड एंड वर्चुअल रिएलिटी आधारित प्रशिक्षण केंद्र, वीडियो एनालिटिक्स, सस्टेनेबेलिटी मोबाइल ऐप और ई-लर्निंग पाठ्यक्रम जैसे डिजिटलीकरण के माध्यम से कर्मचारियों को सुरक्षा संस्कृति से जोड़ा गया है। कंपनी अत्याधुनिक सेंट्रलाइज्ड सिक्योरिटी ऑपरेशंस सेंटर (सीएसओसी) की मदद से यातायात एवं सड़क सुरक्षा और सप्लाई चेन सहित विभिन्न सुरक्षा कार्यों में बेहतर निर्णय लेने के लिए डिजिटल इंटेलिजेंस और डेटा अंतर्दृष्टि का लाभ उठा रहा है। रियल टाइम डेटा की निगरानी, हॉट स्पॉट डिटेक्शन सिस्टम जैसी परियोजनाओं सहित एंड-टू-एंड डिजिटल डैशबोर्ड की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए थर्मल निरीक्षण का उपयोग करना शामिल है। शॉप फ्लोर में भारी वाहनों के सुरक्षित आवागमन को सुनिश्चित करने के लिए एलईडी लोगो प्रोजेक्टर का प्रयोग हो रहा है।