रायपुर : मैं सांसद मोहन मंडावी जी को रामायणी सांसद कहूँगा, वे हीरो हैं – मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
Last Updated on 10 months by City Hot News | Published: January 17, 2024
- 51 हजार परिवारों को मानस वितरण कर कांकेर सांसद श्री मंडावी ने छत्तीसगढ़ का बढ़ाया मान, मानस के आदर्श लोगों तक पहुंचाने का काम सबसे अच्छा काम – मुख्यमंत्री ने गुंडरदेही में तुलसी मानस प्रतिष्ठान के कार्यक्रम में कहा
- 51 हजार राम चरित मानस वितरण का वर्ल्ड रिकार्ड, गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज
- पहले 48 हजार मानस वितरण कर चुके थे, आज 3 हजार मानस ग्रंथ वितरित किये गये
- मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह ने तुलसी मानस प्रतिष्ठान समारोह में हिस्सा लेकर श्रद्धालुओं को वितरित की मानस की प्रतियां
रायपुर (CITY HOT NEWS)//
अयोध्या धाम में श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी है यहां भगवान के ननिहाल छत्तीसगढ़ में भी इसके लिए उत्सव सा माहौल है। आज बालोद जिले के गुंडरदेही में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय एवं विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह ने भी हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री तथा विधानसभा अध्यक्ष ने इस अवसर पर श्रद्धालुओं को रामचरितमानस का वितरण भी किया। आज यहां तुलसी मानस प्रतिष्ठान द्वारा 3000 मानस ग्रंथों का वितरण किया। इसके पूर्व 48 हजार ग्रंथों का वितरण हो चुका है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कांकेर सांसद श्री मोहन मंडावी ने इस संबंध में निश्चय किया था कि 51 हजार मानस प्रति बांटकर लोगों के समक्ष श्रीराम का आदर्श अधिकाधिक संख्या में प्रसारित करेंगे। आज गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड्स की टीम ने वितरण के पश्चात इसे गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया। गुंडरदेही में रामचरितमानस को पूरी प्रतिष्ठा के साथ लाल कपड़े में बांधकर श्रद्धालुओं को सौंपा गया। श्रद्धालुओं ने इसे सिर माथे लिया। लगभग 3000 लोगों ने मानस को सिर माथे रखकर श्रीराम के जयजयकार के नारे लगाये और पूरा माहौल राममय हो गया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने श्रीराम की जयकार के साथ अपने संबोधन की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि मैं कांकेर सांसद श्री मोहन मंडावी को रामायणी सांसद कहूँगा। उन्हें हीरो कहूँगा, उन्होंने मानस वितरण को लेकर बहुत अच्छा काम किया है। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार बालोद आया, आपकी आत्मीयता के लिए आपका स्वागत करता हूँ। आज यहां 173 करोड़ रुपए से अधिक राशि का लोकार्पण भूमिपूजन किया। श्री मंडावी 2002 से मानस वितरण का कार्य कर रहे हैं। आज उन्होंने 3000 प्रतियां वितरित कर 51 हजार मानस वितरित करने का का पूरा कर लिया है। इससे पहले वे 48 हजार मानस वितरित कर चुके हैं। इसे गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री मंडावी ने अपना ही नहीं, छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है। उन्होंने 51 हजार परिवारों में मानस पहुंचाने का काम किया है। साथ ही हर घर तुलसी चौरा हो, इसके लिए भी उन्होंने लोगों को प्रोत्साहित किया है। यह बहुत अच्छा काम है। राम चरित मानस के वितरण से बेहतर समाज के निर्माण की दिशा तय होती है। इस महती कार्य के लिए श्री मंडावी को बधाई देता हूँ। यह कार्य ऐसे शुभ समय में हो रहा है जब 22 तारीख को अयोध्या धाम में श्रीराम की प्राणप्रतिष्ठा होने वाली है। चारों ओर उत्सव का माहौल है। मकर संक्रांति से 22 जनवरी तक मंदिरों में साफसफाई का काम हम लोग कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि छत्तीसगढ़ श्रीराम का ननिहाल है। हमने अयोध्या सुगंधित चावल भेजा है। हमारे डाक्टर भी अयोध्या गये हैं ताकि श्रद्धालुओं की सेवा कर सके। छत्तीसगढ़ में बहुत गहरी खुशी इस अवसर को लेकर है। हमारी सरकार मोदी की गारंटी को पूरा करने कृतसंकल्पित है। मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि हमने सरकार बनते ही अठारह लाख से अधिक आवास स्वीकृत किये। सरकार बनने के अगले दिन ही हमने यह कार्य कर दिया। दो साल का बोनस भी हमने किसानों को दिया है। पीएससी 2021 में आई शिकायतों की जांच भी सीबीआई करेगी। 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान हम खरीद रहे हैं। 3100 रुपए प्रति क्विंटल हम धान खरीद रहे हैं। महतारी वंदन योजना के अंतर्गत महिलाओं की खाते में शीघ्र ही राशि अंतरित की जाएगी। हम सभी मानस मंडलियों को सम्मानित करने का काम भी कर रहे हैं।
विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह ने कार्यक्रम में कहा कि अयोध्या धाम में भव्य श्रीराम मंदिर में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा है। यह हम सबके लिए गौरव का दिन है। तुलसी मानस प्रतिष्ठान सांसद श्री मोहन मंडावी ने मानस वितरण का जो कार्य किया है। वो बहुत प्रशंसनीय है। मानस मंडलियों द्वारा श्रीराम के आदर्शों का जिस तरह प्रचार किया जा रहा है। वह प्रशंसनीय है। कांकेर सांसद श्री मोहन मंडावी ने इस अवसर पर कहा कि हमने 2002 से मानस वितरण आरंभ किया। मैं शिक्षक था और यह कार्य करता था। बाद में भी पद से इस्तीफा देने के बाद काम जारी रखा। मानस के श्लोकों के साथ उन्होंने श्रीराम के आदर्शों को जनता के समक्ष रखा।
उल्लेखनीय है कि सांसद श्री मंडावी ने यह निश्चय किया था कि श्री राम चरित मानस का अधिकतम प्रसार करेंगे ताकि श्रीराम के आदर्शों से लोग अधिकतम संख्या में प्रभावित हो सके। इसके बाद उन्होंने लगातार मानस का वितरण आरंभ किया। गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड के अधिकारियों ने कहा कि मानस के माध्यम से लोगों की जिंदगी बदलने का बड़ा काम श्री मंडावी द्वारा किया गया है जिसका हमने परीक्षण किया है और इसे दर्ज किया है।