दुनिया के सबसे खतरनाक जंगल में 40 दिनों तक बच्चों ने क्या खाया? परिवार ने बताया कैसे जिंदा रहे चारों मासूम…

Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: June 11, 2023

Amazon Forest Latest News : 40 दिन के खोजी अभियान के बाद अमेजन के जंगलों से रेस्क्यू किए गए चारों बच्चे इस समय बोगोटा के एक अस्पताल में हैं। माना जा रहा है कि वे कम से कम दो हफ्ते यहां रहेंगे। इन बच्चों ने जंगल में फल खाकर 40 दिन बिताए।

हाइलाइट्स

  • दुनिया के सबसे खतरनाक जंगल में 40 दिन फंसे रहे चार बच्चे
  • एक लंबे खोजी अभियान के बाद शुक्रवार को सेना ने किया रेस्क्यू
  • परिवार ने बताया, जंगल में बच्चों ने खाया कसावा का आटा, फल

बोगोटा : कोलंबिया में एक प्लेन क्रैश के बाद चार बच्चे अमेजन के जंगलों में फंस गए थे। शुक्रवार को ये बच्चे 40 दिनों के बाद घने जंगल में जिंदा पाए गए। एक लंबे खोजी अभियान के बाद सेना ने इन्हें रेस्क्यू किया और अब ये चिकित्सीय देखभाल में हैं। हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर 13 साल, 11 साल, 9 साल और 11 महीने के ये चार बच्चे 40 दिनों तक दुनिया के सबसे खतरनाक जंगल में कैसे जिंदा रहे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बच्चों के अंकल ने कहा, ‘कसावा का आटा और जंगल के कुछ जाने-पहचाने फल 40 दिनों तक बच्चों के जीवित रहने की बड़ी वजह बने।’

बच्चों के अंकल फिडेंशियो वालेंसिया ने कहा, ‘जब विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ तो उन्होंने मलबे से फ़रीना (आटा) निकाला और इसी के सहारे वे जीवित रहे।’ बच्चे बोगोटा के एक अस्पताल में भर्ती हैं जहां वे कम से कम दो हफ्ते रह सकते हैं। फ़रीना कसावा का आटा होता है जिसे अमेजन क्षेत्र में लोग खाते हैं। उन्होंने बताया, ‘फरीना खत्म होने के बाद उन्होंने बीज खाना शुरू कर दिया।’

‘फल खाकर जिंदा रहे बच्चे’

बच्चों की एक आंटी डमारिस मुकुटुय ने एक रेडियो स्टेशन को बताया कि डिहाइड्रेशन और कीड़ों के काटने के बावजूद ‘बच्चे ठीक हैं’। उन्होंने कहा कि बच्चों को मेंटल हेल्थ सर्विस भी ऑफर की गई है। कोलंबियाई इंस्टीट्यूट ऑफ फैमिली वेलफेयर के प्रमुख एस्ट्रिड कासेरेस ने कहा कि बच्चों ने फल भी खाए। बच्चों के रेस्क्यू ऑपरेशन के प्रभारी जनरल पेड्रो सांचेज ने कहा कि बचाव दल उस जगह के 20 से 50 मीटर के दायरे से गुजरे थे जहां कई बार बच्चे पाए गए थे।

खतरनाक जानवरों के बीच बिताए 40 दिन

सांचेज ने कहा, ‘नाबालिग पहले से ही बहुत कमजोर थे। उनके पास सिर्फ सांस लेने या एक छोटा फल खोजकर खाने या जंगल में पानी पीने की ताकत थी।’ ये बच्चे ह्यूटोटो लोगों के सदस्य हैं जो अपनी मां के साथ अमेजन के अराराकुआरा गांव से सैन जोस डेल ग्वावियारे की यात्रा कर रहे थे, जब विमान शुरुआती एक घंटे के भीतर ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। सांप, मच्छर और अन्य खतरनाक जानवरों के बीच 40 दिन बिताने के बाद शुक्रवार को एक सैन्य खोजी कुत्ते ने उन्हें जिंदा पाया।