Odisha Train Accident: ओडिशा में ट्रेन मालगाड़ी से टकराई, 50 की मौत:350 से ज्यादा घायल; निकाले गए 300 यात्री, 700 अब भी फंसे; कल CM पटनायक घटनास्थल पर जाएंगे..लगा कि हम मर गए; कितना भयानक था कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसा, यात्रियों ने बताई आपबीती…
Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: June 2, 2023
ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम कोरोमंडल एक्सप्रेस मालगाड़ी से टकराने के बाद पटरी से उतर गई। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, हादसे में 50 लोगों की मौत हुई है। 350 से ज्यादा यात्री घायल हैं। ट्रेन की 8 बोगियां पलट गईं। इंजन मालगाड़ी पर चढ़ गया।
ट्रेन दोपहर 3.15 बजे शालीमार स्टेशन से निकली थी, जो शाम 7:20 बजे बहानागा स्टेशन पर मालगाड़ी से टकराकर पटरी से उतर गई।
राहत और बचाव का काम जारी है। बालासोर के पास ही दूसरा ट्रेन हादसा भी हुआ। यहां बेंगलुरु हावड़ा सुपरफास्ट की कुछ बोगियां पटरी से उतर गईं। अभी तक इस हादसे में घायलों के बारे में जानकारी नहीं मिली है।
कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिरेल होने से घायल हुए यात्रियों को बहानागा के अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। बालासोर और आसपास के अन्य जिलों से भी मेडिकल की टीमें मदद के लिए रवाना की गई हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हादसे पर दुख जताया। कहा- मैंने अभी रेल दुर्घटना की स्थिति की समीक्षा की। कल सुबह घटनास्थल का दौरा करूंगा।
हादसे को लेकर प्रशासन ने इमरजेंसी कंट्रोल रूम का नंबर 6782262286 जारी किया है। इस रूट की 6 ट्रेनें रद्द कर दी गईं हैं। कुछ ट्रेनों का रूट बदला गया है।
हादसे के बाद 6 ट्रेनें कैंसल कर दी गई हैं। जबकि कुछ ट्रेनों का रूट बदल दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के बालासोर जिले में हुई ट्रेन दुर्घटना पर दुख जताया। उन्होंने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और स्थिति का जायजा लिया।
NDRF की टीम मौके पर पहुंची
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य मंत्री प्रमिला मल्लिक और स्पेशन रिलीफ कमिश्नर (SRC) को तुरंत दुर्घटना स्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया। मंत्री और (SRC) मौके पर पहुंच रहे हैं। बालासोर रेलवे स्टेशन (BLS) से NDRF की 22 सदस्यों वाली पहली टीम पहले ही घटनास्थल पर पहुंच चुकी है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हादसे पर दुख जताया। कहा- बंगाल से यात्रियों को ले जा रही शालीमार-कोरोमंडल एक्सप्रेस बालासोर के पास एक मालगाड़ी से टकरा गई। हम ओडिशा सरकार के साथ और दक्षिण पूर्व रेलवे के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। ओडिशा सरकार की मदद के लिए 5-6 सदस्यों की एक टीम मौके पर भेज रहे हैं।
दोनों गाड़ियां एक ही लाइन पर आईं
बताया जा रहा है कि एक ही लाइन पर दोनों गाड़ियों के आ जाने की वजह से यह हादसा हुआ। रेलवे ट्रैक पर लगा सिग्नल खराब होने के चलते दोनों ट्रेन एक ही पटरी पर आकर टकरा गईं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये ट्रेन दोपहर 3.15 बजे शालीमार स्टेशन से निकली थी। यह ओडिशा के बालासोर से 40KM दूर बहानागा स्टेशन के पास शाम 7:20 बजे मालगाड़ी से टकराकर पटरी से उतर गई।
हेल्पलाइन नंबर
हावड़ा: 033-26382217
खड़गपुर: 8972073925, 9332392339
बालासोर: 8249591559, 7978418322
कोलकाता शालीमार: 9903370746
लगा कि हम मर गए; यात्रियों ने बताई आपबीती
Odisha Train Accident: ओडिशा में कोरोमंडल एक्सप्रेस में हुए हादसे में 50 लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों लोग घायल हो गए हैं। घटना की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने कहा कि शुक्रवार शाम ओडिशा के बालासोर जिले के बहानागा बाजार स्टेशन पर चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए और दूसरी लाइन पर आ रही एक अन्य एक्सप्रेस ट्रेन से टकरा गए। हादसे में कम से कम 50 यात्रियों की मौत हो गई और 100 से अधिक घायल हो गए। रेलवे अधिकारियों ने तत्काल राहत कार्य में तत्परता दिखाई है और जख्मी यात्रियों को अस्पताल में भर्ती करवा दिया है। इस ट्रेन में सवार यात्रियों ने हादसे के दौरान का मंजर बयान किया है।
ट्रेन में सवार यात्री यात्रियों में से एक गोबिंद मंडल एक टूटी हुई खिड़की के माध्यम से बाहर निकाले गए। इस घटना के बारे में बारे बोलते हुए उन्होंने कहा, “मैंने सारी उम्मीदें छोड़ दी थीं। मुझे लगा कि हम मर जाएंगे। मैं उन कुछ यात्रियों में से था जो टूटी हुई खिड़की से कोच से बाहर निकलने में कामयाब रहे। फर्स्ट एड के लिए हमें डिस्पेंसरी ले जाया गया। हम खतरे से बाहर हैं लेकिन मैंने कुछ घायल लोगों को देखा। उनमें से एक को सीने में दर्द की शिकायत थी।” मंडल ने बताया अधिकारी घायल लोगों को अस्पतालों में ले जा रहे हैं। कई यात्रियों के हाथ-पैर में फ्रैक्चर हुआ है। कुछ के सिर में चोट लगी थी। कोरोमंडल एक्सप्रेस के एक यात्री रूपम बंदोपाध्याय ने न्यूज चैनल को फोन पर बताया कि उन्होंने बचावकर्मियों को कई शवों को कंबल से ढकते हुए देखा।
शुरुआती जानकारी देते हुए दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर डिवीजन के डिविजनल रेलवे मैनेजर ने ट्वीट में बताया कि कोरोमंडल एक्सप्रेस के कम से कम 30 यात्रियों की मौत हो गई और ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर कर 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस स्टेशन के डिब्बों से जा टकराए। हालांकि, अब मरने वालों की संख्या 50 हो गई है। घटना लगभग 7 बजे की है। दोनों ट्रेनों के कम से कम 12 डिब्बे पटरी से उतर गए और कम से कम 4 डिब्बे रेल की सीमा से दूर जा गिरे।
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त सत्यव्रत साहू ने कहा कि 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल सुपरफास्ट एक्सप्रेस शाम सात बजे बहनागा रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे में बाद 12 डिब्बे पलट गए। साहू ने कहा, “हालांकि हम हताहतों के बारे में निश्चित नहीं हैं, कम से कम 100 लोगों के घायल होने की आशंका है। हम पलटे हुए डिब्बों के अंदर फंसे यात्रियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।”
घायल यात्रियों में से कई के हाथ-पैर टूट गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि कोरोमंडल एक्सप्रेस दोपहर 3.20 बजे शालीमार स्टेशन से रवाना हुई और शाम 6.30 बजे बालासोर पहुंची। यह शाम 7 बजे बहनागा रेलवे स्टेशन अप लाइन के पास पटरी से उतर गई। 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस जो डाउन लाइन पर थी उससे जा टकराई।
घायलों को बालासोर के नजदीकी अस्पताल और कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराने के लिए 60 एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। एनडीआरएफ की तीन यूनिट और ओडीआरएएफ की चार यूनिट को पलटे हुए कोच के अंदर फंसे लोगों को निकालने के लिए लगाया गया है। दुर्घटना से संबंधित जानकारी और मदद के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी 06782-262286 जारी किया।
एक वीडियो संदेश में, पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव एच के द्विवेदी ने कहा, “बहुत से लोग घायल हुए हैं। कुछ की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर मंत्री मानस भुनिया, सांसद डोला सेन और कुछ अधिकारियों की एक टीम पहले ही दुर्घटनास्थल के लिए रवाना हो चुकी है। पश्चिम मिदनापुर के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट सुमन मोहंती भी टीम में हैं क्योंकि वह ओडिशा से हैं।
एक समाचार चैनल से बात करते हुए हमसफर एक्सप्रेस के एक यात्री सुभंकर रुइदास ने कहा, “जब हमारी ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकराई तो हमें झटके जैसा महसूस हुआ। मेरे कोच को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। हम सब ट्रेन के अंदर बैठे हैं। मैंने देखा कि बचाव दल कोरोमंडल एक्सप्रेस के घायल यात्रियों की मदद कर रहे हैं।”
तस्वीरों में देखिए हादसा…
हादसे के बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और सीढ़ी लगाकर ट्रेन में फंसे लोगों को बाहर निकालना शुरू किया।
मालगाड़ी से टकराने के बाद ट्रेन की कई बोगियां पटरी से उतर गईं। स्थानीय लोगों ने मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाकर रेस्क्यू किया।
स्थानीय लोगों ने ट्रेन के ऊपर चढ़कर लोगों की मदद की। उन्हें निकाला और एंबुलेंस तक पहुंचाया।
हादसे की वजह से ट्रेन की बोगियां क्षतिग्रस्त हो गईं।