इतिहास रचने के करीब एच एस प्रणय: मलेशिया मास्टर्स के फाइनल में चीनी शटलर से मुकाबला, भारत के पहले मेंस सिंगल्स चैंपियन बन सकते है…

Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: May 28, 2023

कुआला लम्पुर// भारत के स्टार शटलर एच एस प्रणय के पास आज इतिहास रचने का मौका है। प्रणय कुआला लम्पुर में खेले जा रहे BWF वर्ल्ड टूर सुपर 500 बैंडमिंटन मलेशिया मास्टर्स चैंपियनशिप के फाइनल में उतरेंगे। उनका मुकाबला चीन के वेंग होंगयांग के खिलाफ होगा।

इस टूर्नामेंट में अब तक भारत को विमेंस सिंगल्स के अलावा किसी भी कैटेगरी में जीत हासिल नहीं हुई है। अगर प्रणय जीतते है तो वह मेंस सिंगल्स केटेगरी जीतने वाले पहले भारतीय बन जाएंगे।

वर्ल्ड रैंकिंग में नौवें स्थान के प्रणय पिछले साल स्विस ओपन में रनर अप रहने के बाद सीजन का यह दूसरा फाइनल खेलेंगे। मुकाबला दोपहर 12:30 बजे से खेला जाएगा।

भारत 3 बार जीता है चैंपियनशिप
भारत को चैंपियनशिप में में अब तक 3 बार ही जीत मिली है। तीनों बार विमेंस सिंगल्स में ही गोल्ड आया है। 2 बार पीवी सिंधु और एक बार सेना नेहवाल ने चैंपियनशिप में जीत हासिल की।

सेमीफाइनल में प्रणय को वॉकओवर मिला
प्रणय ने शनिवार को सेमीफाइनल में इंडोनेशिया के क्रिस्टियन अदीनाता के खिलाफ वॉकओवर मिला। मैच के दौरान एडिनाटा के घुटने में चोट आ गई। पहले सेट के दौरान प्रणय 19-17 से आगे चल रहे थे। इस दौरान एडिनाटा का बाएं घुटना मुड़ गया और उनके घुटने में चोट आ गई।

भारत के एचएस प्रणय मलेशिया में जबरदस्त फॉर्म में चल रहे हैं। उन्होंने दुनिया के नंबर 6 चाउ टीएन चेन, मौजूदा ऑल इंग्लैंड चैंपियन ली शी फेंग और मैड्रिड मास्टर्स 2023 के विजेता केंटा निशिमोतो को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया है।

सिंधु सेमीफाइनल में हारी
भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु सेमीफाइनल में हार गई। शनिवार को विमेंस सिंगल्स के मुकाबले में उन्हें दो सेट में लगातार हार का सामना करना पड़ा। उन्हें इंडोनेशिया की ग्रेगोरिया मारिसाका ने पहले सेट में 14-21 से हराया और फिर दूसरे सेट में 17-21 से शिकस्त दी।

इसके साथ ही लक्ष्य सेन, किदांबी श्रीकांत और मालविका बंसोड़ को क्रमश राउंड ऑफ 16, क्वार्टर फाइनल्स और राउंड ऑफ 32 में हार का सामना करना पड़ा।

दुनिया के 84 शटलर्स ने सिंगल्स में लिया था हिस्सा
मलेशिया मास्टर्स में दुनियाभर के 84 शटलर्स ने हिस्सा लिया था। वहीं, इसमें 108 डबल्स टीमें भी शामिल थी। मलेशिया मास्टर्स की शुरुआत 2009 में हुई थी और तब से यह हर साल मलेशिया के अलग-अलग वेन्यू पर खेला जाता है।