कोरबा लोकसभा की आवाज बनीं, सांसद ज्योत्सना महंत का संसदीय कार्यकाल…
Last Updated on 2 years by City Hot News | Published: May 24, 2023
- संसद सत्र में मजबूत उपस्थिति व रेल, कोयला,प्रदूषण, सहित मूलभूत सुविधाओं पर मुखर रही
- मेडिकल कॉलेज व ईएसआईसी हॉस्पिटल प्रारंभ कराने में रही अहम भूमिका
- रेल व कोल मंत्रालय ने किया निराश
- 23 मई 2023 को हुआ 4 साल
कोरबा (CITY HOT NEWS)/ कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत के संसदीय कार्यकाल को 4 वर्ष पूरे हुए हैं। 23 मई 2019 को उन्होंने अपने संसदीय कार्यकाल की शुरूआत की। कोरबा लोकसभा क्षेत्र की जनता ने उन्हें चुन कर देश के सर्वोच्च सदन में भेजा। वे छत्तीसगढ़ से एकमात्र कांग्रेस की सांसद होने के बाद भी संसद में कोरबा संसदीय क्षेत्रवासियों सहित छत्तीसगढ़ प्रदेशवासियों की मुखर आवाज बनकर उभरीं।
संसद की गतिविधियों से लेकर विभिन्न बैठकों और चर्चाओं में उन्होंने निरंतर अपनी सहभागिता दर्ज कराई है। निर्वाचित सांसदों में उनकी उपस्थिति 70 प्रतिशत दर्ज हुई है। उपस्थिति के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर औसतन 79 प्रतिशत एवं राज्य स्तर पर 89 प्रतिशत की उपस्थिति उन्होंने दर्ज कराई है। संसद के बजट सत्र, मानसून सत्र एवं शीतकालीन सत्र में भी उनकी उपस्थिति रही।
वर्ष 2023 के बजट सत्र में उन्होंने 46 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराई और बजट सत्र में हिस्सा लिया साँसद ने माना है को कोरोना काल के सत्र में उनकी उपस्थिति नही रही । सांसद के द्वारा कोरबा से जुड़े रेल सुविधाओं के मामलों, केन्द्रीय विद्यालयों में सांसद कोटा बढ़ाने की मांग, कोयला खदानों से प्रभावित लोगों के सामाजिक सरोकार व क्षतिपूर्ति के मामले हाईकोर्ट में जजों के रिक्त पदों पर पूर्ति, छत्तीसगढ़ राज्य में बढ़ते प्रदूषण और इसके समाधान के विषयों पर केन्द्र सरकार द्वारा उठाए जाने वाले कदम, किसान फसल योजना का लाभ में प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान को भी जोडऩे का आग्रह के साथ-साथ शौचालयों का उपयोग की निगरानी जैसे विषय पर डिबेट में हिस्सा लिया गया। सांसद के संसद के सत्रों के दौरान विभिन्न मंत्रालयों से जुड़े विषयों पर तारांकित व अतारांकित प्रश्न लगाकर इसके जवाब मांगे गए।
उपभोक्ताओं से जुड़े मामले, संस्कृति विधि एवं न्याय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, टेस्ट टाइल्स, माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजेस, पर्यावरण वन एवं क्लाइमेट चेंज, आयुष जनशक्ति, ऊर्जा नवीनीकरण एवं पुन: चक्रीकरण, प्रधानमंत्री ग्रामीण विकास, वित्त, शिक्षा, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, कृषि एवं किसान कल्याण, महिला एवं बाल विकास, रेलवे, गृह मामलों, श्रम एवं रोजगार, ट्रायबल अफेयर्स, आवास एवं शहरी मामलों, इन्फारमेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग, इलेक्ट्रानिक्स एंड इन्फारमेशन टेक्नोलॉजी एवं योजना, वाणिज्य एवं उद्योग, रोड ट्रांसपोर्ट व हाईवे, सोशल जस्टिस एवं इन्पावरमेंट, उपभोक्ता मामलों, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण, माइंस, सिविल एविएशन, स्टील, केमिकल एंड फर्टिलाइजर्स, कम्युनिकेशन जैसे मंत्रालयीन विभागों में उन्होंने सवाल किए। सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने कहा है कि कोरबा क्षेत्र की जनता का उन्हें असीम स्नेह व आशीर्वाद प्राप्त हुआ है। क्षेत्र व क्षेत्रवासियों के विकास के लिए वे निरंतर संसद में आवाज उठाती रही हंै। खासकर कोरबावासियों के रेल सुविधाओं, एसईसीएल की विभिन्न परियोजनाओं से प्रभावितों को अधिक से अधिक लाभ दिलाने के मामले में उन्होंने पुरजोर तरीके से अपनी बात संसद में रखी है। सांसद का कहना है कि इन चार वर्षों में 2 वर्ष से भी अधिक का कार्यकाल कोरोना महामारी के कारण हम सबको सफर करना पड़ा है लेकिन आने वाले एक वर्ष में संसदीय क्षेत्र के रहवासियों की सुविधाओं को लेकर निरंतर प्रयास होंगे व जनता जनार्दन का स्नेह महंत परिवार को सदैव मिलता रहेगा।सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने 4 वर्ष के कार्यकाल में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के साथ-साथ शिक्षा की व्यवस्था को बेहतर करने की दिशा में कार्य किए। कोरबा में मेडिकल कॉलेज व ईएसआईसी हॉस्पिटल प्रारंभ कराने में जहां उनकी अहम भूमिका रही, वहीं संसदीय क्षेत्र के जीपीएम जिला में मेडिकल कॉलेज के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान कराई। मनेंद्रगढ़-भरतपुर-सोनहत जिले में मेडिकल कॉलेज के लिए प्रयास जारी है। जीपीएम जिले में ही इंदिरा गांधी आदिवासी मुक्त विश्वविद्यालय प्रारंभ कराया। कोरबा व जीपीएम में केंद्रीय विद्यालय की स्थापना जीपीएम में नवोदय व एकलव्य आवासीय विद्यालय, कोसा अनुसंधान केंद्र, जीपीएम व कोरबा में कृषि विज्ञान केंद्र प्रारंभ कराने में इनकी भूमिका व प्रयास सफल रहे वही साँसद ने यह भी कहा कि क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं को लेकर वे निरंतर प्रयासरत रहेंगी साथ ही केंद्र की रेल व कोल मंत्रालय ने क्षेत्र के लोगो को काफी निराश किया है !