विद्या भैय्या जिंदादिल इंसान थे, उनके सरल व्यक्तित्व के सामने सब नतमस्तक हो जाते थे: सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत

कोरबा – विद्या भैय्या जिंदादिल इंसान थे। उनके सरल व्यक्तित्व के सामने सब नतमस्तक हो जाते थे। उनके यहां जाने वाला कोई भी व्यक्ति मायूस होकर नही लौटा। उक्त कथन आज जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय कोरबा में आयोजित पूर्व केन्द्रीय मंत्री, शहीद पं. विद्याचरण शुक्ल की 12वीं पुण्यथिति पर यह विचार सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने व्यक्त किया। उन्होने दिवंगत नेता के छायाचित्र पर श्रद्धासुमन पुष्प अर्पित करते हुए उनसे जुड़ी यादों को साझा किया। पूर्व महापौर राजकिशोर प्रसाद ने भावपूर्ण श्रद्धांजली अर्पित करते हुए कहा कि विद्या भैय्या मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्त्रोत थे। विद्या जीं संगठन को लेकर काफी निष्ठावान रहा करते थे। यही कारण है कि प्रदेश की राजनीति में उन्हे विशेष सम्मान प्राप्त था। कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हुए नक्सल हमले ने उन्हे हमसे छीन लिया।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष नत्थु लाल यादव ने कहा कि विद्या भैया का प्रदेश और देश के विकास में अहम योगदान रहा। उन्होने बड़े प्रोजेक्ट को मूर्त रूप देने में विशेष रूचि ली। इसका लाभ क्षेत्र को लगातार प्राप्त हो रहा है।
जिला कांग्रेस कमेटी के ग्रामीण अध्यक्ष मनोज चौहान ने कहा कि विद्या भैया के अवसान से जो कमी आई है उसकी पूर्ति होना मुश्किल है। मौजूदा दौर में हमें संकल्प लेना होगा कि विद्या भैया के अधूरे सपने को पूरा करें। इस अवसर पर पूर्व सभापति श्याम सुंदर सोनी, पूर्व अध्यक्ष सपना चौहान, सांसद प्रतिनिधि सुरेश सहगल, नेता प्रतिपक्ष कृपाराम साहू, प्रदेश कांग्रेस सचिव बी एन सिंह, दिलीप कुमार सिंह ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर दो मिनट का मौन धारण कर विद्या भैया के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजली दी गई और उनके जीवनी पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में नारायण कुर्रे, सुकसागर निर्मलकर, अविनाश बंजारे, रामगोपाल यादव, गीता गभेल, गंगाराम भाराद्वाज, एफ डी मानिकपुरी, महेन्द्र थवाईत, राधेश्याम चौहान, किरण चौरसिया, प्रशांत सिंह, द्रौपती तिवारी, ममता यादव, शांता मंडावे, ममता अग्रवाल, झलकुंवर, विजय आदिले, विजय आनंद, तुलाराम निराला, आदि ने विद्या भैय्या के तैलचित्र पर मार्ल्यापण एवं पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और विद्या भैय्या के जीवनी पर प्रकाश डाला ।