शहीद आकाश राव का पार्थिव शरीर घर लाया गया:मेयर से लेकर मुख्यमंत्री तक श्रद्धांजलि देने पहुंचे; तिरंगे में लिपटे पति को देख रोती रही पत्नी

रायपुर// सुकमा के कोंटा में नक्सलियों के IED ब्लास्ट में एएसपी आकाश राव गिरिपुंजे शहीद हो गए हैं। वे मूल रूप से रायपुर के रहने वाले थे। तिरंगे में लिपटा उनका पार्थिव शरीर सोमवार शाम घर लाया गया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय समेत कई मंत्री भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे।

मेयर मीनल चौबे भी ASP आकाश राव को नमन करते दिखीं। तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर के पहुंचते ही सभी की आंखें नम हो गई। शहीद की पत्नी और परिजनों के आंसू नहीं थम रहे थे।

देखिए तस्वीरें-

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पुष्पांजलि अर्पित कर किया नमन

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पुष्पांजलि अर्पित कर किया नमन

तिरंगे से लिपटा ASP आकाश राव गिरिपुंजे का पार्थिव शरीर

तिरंगे से लिपटा ASP आकाश राव गिरिपुंजे का पार्थिव शरीर

शहीद की पत्नी को संभालते हुए उनके परिजन

शहीद की पत्नी को संभालते हुए उनके परिजन

मेयर मीनल चौबे भी आकाश राव के घर पहुंची थीं।

मेयर मीनल चौबे भी आकाश राव के घर पहुंची थीं।

अब जानिए कैसे चपेट में आ गए ASP?

दरअसल, नक्सलियों ने कल यानी 10 जून को भारत बंद का आह्वान किया था। इससे पहले नक्सलियों ने दहशत फैलाने के लिए खदान में एक JCB में आग लगा दी थी। खबर के बाद एएसपी आकाश राव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे।

इस दौरान वह खदान में जली हुई JCB के पास गए। जैसे ही वह मशीन के पास पहुंचे। नक्सलियों ने IED ब्लास्ट कर दिया, जिसकी चपेट में तीनों पुलिस अधिकारी आ गए। घायल टीआई सोनल ग्वाला बिलासपुर के रहने वाले हैं। उनकी पत्नी हाउस वाइफ हैं। उनकी 2 जुड़वां बेटी भी हैं।

एएसपी आकाश राव गिरिपुंजे ने IPS रत्ना सिंह की शादी में गया था गाना।

एएसपी आकाश राव गिरिपुंजे ने IPS रत्ना सिंह की शादी में गया था गाना।

जिंदादिल इंसान थे आकाश राव

इस बीच शहीद आकाश राव का एक पुराना वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वे IPS दोस्त की शादी में गाना गाते दिखे थे। आकाश राव गिरिपुंजे की जिंदादिली का यह वीडियो काफी पसंद किया गया था। यह वीडियो 3 साल पहले IPS अफसर रत्ना सिंह की शादी समारोह का है। शादी में आए एडिशनल एसपी आकाश राव माइक थामकर गाना गाने लगे। गाने पर साथी पुलिसकर्मी खूब झूमे थे।

आकाश और उनके परिवार के बारे में जानिए

आकाश राव गिरिपुंजे 42 साल के थे। उनका जन्म रायपुर में 7 फरवरी 1983 को हुआ था। वह रायपुर के रहने वाले थे। 2013 बैच के पुलिस अधिकारी थे। पिता गोविंद राव गिरिपुंजे, माता मंदा गिरिपुंजे, पत्नी स्नेहा गिरिपुंजे, बेटे सिद्धांत गिरिपुंजे और बेटी का नाम पीहू गिरिपुंजे है।

वहीं उनकी तैनाती चंद्रशेखर आजाद पुलिस अकादमी चंदखुरी, रायपुर, कांकेर, राजनांदगांव, मानपुर, मोहला, दुर्ग, रायपुर, महासमुंद और वर्तमान में सुकमा के कोंटा में रही। वहीं वह IED की चपेट में आकर शहीद हो गए।

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