50 प्रतिशत फायदा दिखाकर 9 शिक्षकों से 81 लाख की ठगी…
Last Updated on 5 hours by City Hot News | Published: November 22, 2024
रायगढ़// छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में 9 शिक्षकों से 81 लाख से ज्यादा की ठगी की गई है। बताया जा रहा है कि ड्रीम अल्फा ओमेगा मल्टीट्रेड सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के माध्यम से लोन निकाला गया है। लैलूंगा पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने 50 प्रतिशत फायदा दिखाकर झांसे में लिया। ठगों ने बताया कि 50 प्रतिशत लोनधारकों को मिलेगा, 40 परसेंट कंपनी रखेगी और 10 परसेंट एजेंट को मिलेगा। लोन का पूरा अमाउंट कंपनी यानी (ड्रीम अल्फा ओमेगा मल्टीट्रेड सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड) चुकाएगी।
सुनील तिग्गा ने जाल में फंसाया
दरअसल, 2021 में सत्यनारायण का साथी सिरिल केरकेट्टा के साथ नवापारा अंबिकापुर का रहने वाला सुनील तिग्गा उसके पास पहुंचा। सत्यनारायण सिदार लैलूंगा के स्कूल में शिक्षक के पद पर पदस्थ है।
इस दौरान सुनील तिग्गा ने सत्यनारायण सिदार को ड्रीम अल्फा कंपनी के डायरेक्टर इलियाजर कुमार बारे में बताया और स्कीम को लेकर झांसा दिया। सत्यनारायण सिदार 50 परसेंट की लालच में आ गया।
उसने तीन अलग-अलग बैंकों से 14 लाख 80 हजार रुपए का लोन लिया। तय परसेंट के हिसाब से पैसों का बंटवारा हो गया। इसके बाद सत्यनारायण सिदार ने इस स्कीम के बारे में अपने साथी टीचर्स को भी बताया।
2022 में किस्त जमा करने के बाद बंद कर दिया
इसके बाद मधुबाला एक्का, युदिष्टिर गुप्ता, रेशमा लकड़ा, ग्लोरिया एक्का, सविता जांगड़े, सिरिल केरकेट्टा, महेत्तर प्रसाद चौहान ने भी लोन निकलवाया। सभी ने कंपनी को परसेंट के हिसाब से पैसे ले लिए। सभी से करीब 81 लाख लोन निकलवाया, लेकिन कंपनी ने अक्टूबर 2022 में किस्त जमा करने के बाद बंद कर दिया।
बढ़ते ब्याज से परेशान शिक्षक पहुंचे थाना
बढ़ते ब्याज से परेशान होकर सभी शिक्षक कपंनी के डायरेक्टर अंबिकापुर निवासी इलियाजर से संपर्क किया, लेकिन उससे संपर्क नहीं हो सका। इससे सभी समझ गए गए कि उनसे धोखाधड़ी की गई है। सत्यनारायण समेत सभी शिक्षकों ने लैलूंगा थाने पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कराया।
7 लोगों ने मिलकर की धोखाधड़ी
बताया जा रहा है कि धोखाधड़ी में 7 लोग शामिल थे। इसमें कंपनी डायरेक्टर इलियाजर कुमार, अनीता बेक, बुधेश्वर कुजूर, सुनील कुमार तिग्गा, श्याम सुन्दर जांगडे़, संजय राम, चंदन टोप्पो ने एजेंट और कर्मचारी बनकर ठगी की है।
5-6 किस्त ही पटाया गया
सभी शिक्षकों के पास आरोपी एजेंट और कपंनी कर्मचारी बनकर पहुंचते थे। इसके बाद लोन निकलवाकर चेक और कैश के माध्यम से 50 प्रतिशत रुपए ले लेते थे। 4 किस्तों में लोन की राशि चुका देने की बात कहते थे। तीन साल में लोन बंद कराने का झांसा दिए थे। सिर्फ 5 से 6 किस्त ही जमा किए।
किसके नाम पर कितना लोन ?
इमिल साय तिर्की 10 लाख 95 हजार 260 रुपए, मधुबाला एक्का 11 लाख 86 हजार 132 रुपए, युधिष्ठिर गुप्ता 5 लाख 74 हजार 946 रुपए, रेशम लकड़ा 7 लाख 20 हजार 102 रुपए, ग्लोरिया एक्का 5 लाख 98 हजार 445 रुपए का लोन है।
इसके अलावा सविता जांगडे़ पर 4 लाख 66 हजार 652 रुपए, सिरिल केरकेटटा 10 लाख 60 हजार 600 रुपए, मेहत्तर प्रसाद चौहान 14 लाख 45 हजार 600 रुपए, सत्यनारायण सिदार 9 लाख 87 हजार 200 रुपए को लोन बकाया है। कुल 81 लाख 34 हजार 937 रुपए की ठगी की गई है।
आरोपियों की पतासाजी की जा रही
लैलूंगा थाना प्रभारी राजेश कुमार जांगड़े ने बताया कि धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया गया है। मामले में आरोपियों की पतासाजी की जा रही है। जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा।