हवलदार की प्रताड़ना के बाद बुजुर्ग ने की आत्महत्या: सुसाइड नोट में पुलिस के साथ ही कुछ और लोगों पर झूठी FIR का लगाया आरोप…

Last Updated on 4 hours by City Hot News | Published: November 21, 2024

रायपुर// रायपुर में एक हवलदार की प्रताड़ना के बाद बुजुर्ग ने सुसाइड कर लिया है। परिजनों का आरोप है कि टिकरापारा थाना पुलिस ने उनके बेटे को बिना किसी वजह थाने में बैठाया था। जिसके बाद पुलिस की प्रताड़ना से परेशान शहजाद खान (46 साल) ने सुसाइड कर लिया है।

मामले में एक सुसाइड नोट भी सामने आया है। इसमें पुलिस के साथ ही कुछ और लोगों पर झूठी FIR की बात लिखी है। इधर, पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाने की जगह परिजन एंबुलेंस के साथ टिकरापारा थाने पहुंच गए और घेराव कर दिया है। थाने में जमकर नारेबाजी की।

सुसाइड नोट में पुलिस और कुछ लोगों पर झूठी FIR लिखने का जिक्र है।

सुसाइड नोट में पुलिस और कुछ लोगों पर झूठी FIR लिखने का जिक्र है।

सुसाइड नोट में क्या लिखा है

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मैं मोहम्मद शहजाद शेख वल्द मोहम्मद हारून शेख मरने जा रहा हूं। मेरी मौत के जिम्मेदार हैं, महेश पुलिस वाला, साजीद अली, मोईन नीजाम, लकी, विकी शादाब। क्योंकि इन लोगों ने मेरे खिलाफ झूठी FIR कराई है। मेरे पेटे सैफ पर भी झूठा केस लगाया है।QuoteImage

बच्चों की लड़ाई के बाद हुई FIR

टिकरापारा थाने का घेराव करने वाले संजय नगर रहवासियों ने पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। परिजनों ने बताया कि दो बच्चों का आपस में विवाद था। शहजाद के बेटे ने 6 नवम्बर को कोतवाली में FIR की थी।

परिजनों का आरोप है कि सिटी कोतवाली में दर्ज शहजाद के बेटे की FIR को वापस लेने के लिए शहजाद, शहजाद के बेटे और उनके भतीजे पर टिकरापारा थाने में रिपोर्ट लिखाई गई। इसके बाद पुलिस ने लंबे समय तक बैठाए रखा।

थाने में 48 घंटे बैठाए रखा था परिजन का आरोप है कि, जबरन शहजाद और उनके बेटे को उठाकर थाने में करीब 48 घंटे बिठाया गया था। थाने से छूटने के दो दिन बाद गुरुवार को शहजाद ने दोहपर 2 बजे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इससे पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था।

एंबुलेंस में शव लेकर थाने पहुंचे लोग

परिजन शहजाद को निजी अस्पताल इलाज के लिए लेकर गए जहां से डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इस घटना से आक्रोशित परिजन एंबुलेंस में शव लेकर सीधे थाने पहुंच गए। गुस्साए लोगों की मांग थी कि कॉन्स्टेबल महेश और साजिद अली, मोइन निजाम की गिरफ्तारी हो। इसी मांग को लेकर करीब 3 घंटे तक हंगामा हुआ। हालांकि पुलिस की समझाइश के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मेकाहारा भेजा गया है।