कांग्रेस कार्यालय में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू की 134 वीं जयंती कार्यक्रम मनाई गयी..

Last Updated on 1 week by City Hot News | Published: November 14, 2024

कोरबा:- जिला कांग्रेस कमेटी कोरबा शहर द्वारा टी.पी. नगर स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू की 134 वीं जयंती कार्यक्रम मनाई गयी।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम पं. जवाहर लाल नेहरू के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हे श्रद्धांजलि दी गई तत् पश्चात पं. नेहरू को याद करते हुए उनके जीवनी पर प्रकाश डाला गया। जिसमें सर्वप्रथम पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने पंडित जवाहर लाल नेहरू के जीवनी प्रकाश डालते हुए कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू बच्चों से बहुत प्यार करते थे। बच्चे भी उन्हे चाचा नेहरू कहकर बुलाते थे पं. नेहरू उच्च शिक्षा ग्रहण कर अपने पिता की तरह वकील बने बाद में वे महात्मा गांधी के साथ स्वतंत्रता आंदोलन में अहम किरदार निभाया। देश की आजादी के लिए पं. नेहरू कई बार जेल गये।
महापौर राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि नेहरू जी का स्वतंत्रता संग्राम में विशेष योगदान था ही साथ ही भाषा पर नियंत्रण था और वे अपने विचार बड़ी सरलता एवं स्पष्टता के साथ प्रस्तुत करते थे। भारत की प्राचीन संास्कृतिक ख्याति का नेहरू जी पर बहुत प्रभाव था साथ ही विश्व इतिहास के विभिन्न पहलुओं से भी वे परिचित थे।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल कहा कि पं. नेहरू शांतिप्रिय स्वभाव के साथ साथ मेहनती व्यक्ति थे। आज भी पं. नेहरू को भारत के प्रसिद्ध आदर्शो के रूप में याद किया जाता है। पं. नेहरू का बच्चों से जो लगाव था जिसके कारण ही भारत में 14 नवम्बर को पं. नेहरू की जन्मदिवस को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
जिला कांग्रेस कमेटी के शहर अध्यक्ष श्रीमती सपना चौहान ने कहा कि पं. नेहरू केवल एक राजनीतिज्ञ ही नहीं थे अपितु वे एक बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न महान पुरुष थे। वे एक अनुठे चिंतक व महान लेखक थे। संवेदनाओं से भरपूर पं. नेहरू ने भारत ही नही अपितु दुनिया के लोगों का अभूतपूर्व प्यार और सम्मान पाया। भारत ने उन्हें राष्ट्र के सर्वोच्च सम्मान ‘‘भारत रत्न’’ से अलंकृत किया है। नेहरू जी एक सर्वप्रतिभा सम्पन्न व्यक्ति थे। राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री, चिंतक, साहित्यकार आदि सभी का समावेश उनके धनी व्यक्तित्व में था। उनकी बहुमुखी प्रतिभा उनकी स्वाभाविक उदारता में सोने में सुगंध का कार्य करती थी निश्चय ही वे भारत के रत्न थे।
इस मौके पर पूर्व विधायक मोहित केरकेट्टा, पूर्व महापौर रेणु अग्रवाल, सभापति श्याम सुंदर सोनी, रूपा मिश्रा, द्रोपदी तिवारी, लखन लाल लहरे, नीलिमा घृतलहरे, विनोद महिलांगे, सनंद दास दीवान, मनोज चौहान, गीता गभेल, ममतारानी अग्रवाल, गणेशराम बघेल, संतोष मिश्रा, मनबोधी दास महंत, भगवती गोस्वामी, तुलेश गोस्वामी, जगदीश दीवान कोथारी ने पं. नेहरू के जीवनी पर प्रकाश डाला और उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।